कैसे करें गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण
Modern Kheti - Hindi|15th January 2023
गेहूं भारत की मुख्य अनाज की फसल है जिसका उत्पादन लगभग 30.37 मिलियन हैक्टेयर में होता है और 29.9 क्विंटल/हैक्टेयर की औसत उत्पादकता की दर से 90.78 मिलियन टन अनाज की पैदावार होती है।
डॉ. मीनाक्षी सांगवान, विरेंद्र सिंह हुड्डा, मीना सिवाच एवं मीना सुहाग
कैसे करें गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण

उत्तर-पश्चिमी भारत के मुख्य गेहूं उत्पादक राज्यों में पंजाब, हरियाणा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश शामिल है। पंजाब व हरियाणा की औसत उत्पादकता राष्ट्रीय औसत से लगभग 30-40 प्रतिशत अधिक है, लेकिन हासिल की और संभावित उपज के बीच बड़ा अंतर है। क्षमता और हासिल की गई पैदावार के बीच की खाई को पाटकर गेहूं उत्पादकता में और वृद्धि की जा सकती है। गेहूं की उपज में कमी के घटकों में से खरपतवार एक प्रमुख कारण हैं जो उपज को 15-50 प्रतिशत तक घटा देते हैं।

गेहूं के साथ कई खरपतवार प्रतिस्पर्धा करते हैं। प्रमुख घास जाति के खरपतवारों में कनकी/गुल्ली डंडा/बलूरी, जंगली/काली जई, लोम्बड घास, पोआ और लालू घास और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों में बाधू, खर बाथू, जंगली पालक, मालवा, पीतपापड़ा, मैणा, सेंजी/ मेथा, गजरी, मटरी, कृष्ण-नील, चटरी, कंडाई/रासा, जंगली धनिया, प्याजी, चिन्कली, जंगली सरसों आदि खरपतवार शामिल हैं।

निराई-गुड़ाई करके खरपतवारों को नष्ट करने का तरीका सदियों पुराना है व आज भी कारगर है। निराई-गुड़ाई से न केवल खरपतवारों का नियंत्रण होता है बल्कि पौधों की जड़ों को हवा भी मिलती है व खेत में नमी का संरक्षण होता है जो अधिक पैदावार में सहायक है। लेकिन निराई-गुड़ाई हर जगह सम्भव नहीं है, ऐसी अवस्था में खरपतवारनाशियों का प्रयोग कर खरपतवारों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। खरपतवारनाशियों की उचित मात्रा, समय पर है उपचार/छिड़काव, उचित 'नौजल', छिड़काव के लिए पानी की मात्रा व विधि अपनाकर खरपतवारों को आसानी से नष्ट किया जा सकता है। खरपतवार नियंत्रण के लिए खरपतवारनाशी छिड़कने हेतु हमेशा फ्लैट- फैन नोजल या फ्लड-जेट नोजल का इस्तेमाल करें।

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