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![मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/Auq90EGmB1739259079600/1739259414266.jpg)
मुरगीपालन से आमदनी में इजाफा
मुरगीपालन किसानों की माली दशा को सुधारने का महत्त्वपूर्ण अंग है. मुरगीपालन से कम समय व कम खर्च में अधिक आमदनी हासिल की जा सकती है
![औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/REGSurlO11739257419124/1739257727941.jpg)
औषधीय फसल चंद्रशूर की उन्नत खेती
सेहत के लिहाज से फायदेमंद मानी जाने वाली कई फसलें खेती न किए जाने से विलुप्त होने के कगार पर हैं. इन में कुछ ऐसी फसलें हैं, जो न केवल अपने औषधीय गुणों के चलते खास पहचान रखती हैं, बल्कि इन में उपलब्ध पोषक गुण व्यावसयिक नजरिए से भी बेहद खास माने जाते हैं.
![बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/6ji-DiTAf1739259417869/1739259570179.jpg)
बस्तर से निकला 'ब्लैक गोल्ड' छत्तीसगढ़ को मिला खास तोहफा
देश के इतिहास में अब एक और नया अध्याय जुड़ गया है. नक्सली हिंसा के लिए कुख्यात बस्तर अब अपनी एक नई पहचान बना रहा है. छत्तीसगढ़ का यह इलाका अब 'हर्बल और स्पाइस बास्केट' के रूप में दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.
![कुट्टू उगाने की नई तकनीक कुट्टू उगाने की नई तकनीक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/YFjGsDdFa1739258746865/1739259071421.jpg)
कुट्टू उगाने की नई तकनीक
कुट्टू की खेती दुनियाभर में की जाती है. चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, यूरोप, कनाडा समेत अन्य देशों में भी इस की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. वहीं भारत की बात करें, तो उत्तरपश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में इस की खेती अधिक की जाती है.
![फरवरी महीने में खेती के खास काम फरवरी महीने में खेती के खास काम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/-SxoiENYJ1739255745033/1739256092887.jpg)
फरवरी महीने में खेती के खास काम
फरवरी का महीना खेतीबारी के लिए बहुत अहम है, क्योंकि यह मौसम फसल और पशुओं के लिए नाजुक होता है, इसलिए किसानों को कुछ एहतियात बरतने चाहिए:
![पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/qPjpuT0p91739258048832/1739258211998.jpg)
पथरीली जमीन पर उगाया अमरूद का बगीचा
पथरीली जमीन पर खेती करना हमेशा से चुनौती भरा होता है, लेकिन सतना जिले के कृष्ण किशोर ने 30 साल से बंजर पड़ी जमीन पर अमरूद का बगीचा लगाया और अब हर साल लाखों रुपए की आमदनी ले रहे हैं.
![वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/0pmdicyrI1739255593639/1739255743408.jpg)
वर्मी कंपोस्ट का कारोबार : कमाई के हैं इस में मौके अपार
खेती में अंगरेजी खाद के साथ ही जहरीली दवाओं, रासायनिक कीटनाशकों के इस्तेमाल से पैदावार तो बढ़ी, लेकिन इन का असर हवा, पानी, मिट्टी समेत पूरे माहौल पर पड़ा है.
![मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/Pr0AClHyI1739257748620/1739258042325.jpg)
मटर की जैविक खेती, जानिए किस्में, देखभाल और पैदावार
मटर एक महत्त्वपूर्ण दलहनी एवं सब्जी फसल है. यह दूसरी नकदी फसलों की तुलना में अधिक उगाई जाती है. हरी मटर प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन जैसे कई खनिज का प्रमुख स्रोत है. मटर की जैविक खेती आज की जरूरत है.
![नीम से निमेटोड का समाधान नीम से निमेटोड का समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/wSveXkiGj1739258544580/1739258652023.jpg)
नीम से निमेटोड का समाधान
निटोड एक तरह का बहुत ही सूक्ष्म धागानुमा कीट होता है, जो जमीन के भीतर पाया जाता है. वैसे, निमेटोड कई तरह के होते हैं.
![बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/9ztC1qbP31739258658047/1739258730422.jpg)
बछड़े में डायरिया, ऐसे बचाएं
यदि बछड़े को दस्त हो जाए, तो सब से पहले शरीर में पानी और इलैक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करना जरूरी है.
![आधुनिक तरीके से करें सिंचाई 'पर ड्रॉप मोर क्रौप' माइक्रोइरीगेशन योजना आधुनिक तरीके से करें सिंचाई 'पर ड्रॉप मोर क्रौप' माइक्रोइरीगेशन योजना](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/AV9Tqy0ly1739254859181/1739255082867.jpg)
आधुनिक तरीके से करें सिंचाई 'पर ड्रॉप मोर क्रौप' माइक्रोइरीगेशन योजना
आजकल किसानों के सामने खेती में सिंचाई एक बड़ी समस्या है. दिनोंदिन पानी का लैवल नीचे पहुंचता जा रहा है. ऐसे समय में हमें खेती में कम पानी से सिंचाई हो, ऐसी तकनीक की दरकार है. इसी संदर्भ में केंद्र सरकार द्वारा सिंचाई के लिए माइक्रोइरीगेशन योजना 'पर ड्रॉप मोर क्रौप' के नाम से योजना चलाई जा रही है. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना भी इस योजना के अंतर्गत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली को प्रभावी तरीके से अनेक फसलों में अपनाने पर जोर दे रहा है. इस सिंचाई पद्धति से 40 से 50 फीसदी तक पानी की बचत की जा सकती है.
![ग्रीष्मकालीन मूंग की उन्नत खेती ग्रीष्मकालीन मूंग की उन्नत खेती](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/0YrSKSf341739258224530/1739258533554.jpg)
ग्रीष्मकालीन मूंग की उन्नत खेती
कम समय में तैयार होने वाली मूंग की खेती मुनाफा तो देती है, साथ ही साथ जमीन की पैदावार शक्ति भी बढ़ाती है
![फायदेमंद हैं रंगीन सब्जियां फायदेमंद हैं रंगीन सब्जियां](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/FLC0KOrgb1739255094972/1739255360341.jpg)
फायदेमंद हैं रंगीन सब्जियां
रंगीन सब्जियां पोषण सुरक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, क्योंकि ये आवश्यक विटामिन, खनिज, और एंटी ऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं.
![बजट 2025-26 में किसान : वादों के मौसम में राहत का सूखा बजट 2025-26 में किसान : वादों के मौसम में राहत का सूखा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/8r88PgiHY1739255370661/1739255584353.jpg)
बजट 2025-26 में किसान : वादों के मौसम में राहत का सूखा
'अन्नदाता सुखी भवः' यह वाक्य भारत में सरकारों का जुमला बन चुका है, लेकिन सच यह है कि किसान सुखी तभी तक है, जब तक वह चुनावी मंचों और घोषणापत्रों में 'संपन्न' दिखता है. जैसे ही बजट आता है, वह एक बार फिर कर्ज, सूखा, बेमौसम बारिश और फसलों के गिरते दामों की भूलभुलैया में धकेल दिया जाता है. वित्त वर्ष 2025-26 का बजट भी किसानों के लिए वही पुरानी कहानी दोहराता है, वादों का महल और हकीकत की झोंपड़ी.
![फूलों की खुशबू से खिला किसान का भविष्य फूलों की खुशबू से खिला किसान का भविष्य](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1989963/RF6OQG0LN1739256104061/1739256297354.jpg)
फूलों की खुशबू से खिला किसान का भविष्य
छोटे से गांव से बड़े सपने देखने वाले रामसुजान कुशवाहा का जीवन संघर्षों और कठिनाइयों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. खेती, परिवार और विपरीत हालात के बीच उन्होंने अपनी ससुराल से लिया गया कर्ज चुकाने के लिए उन्हीं की जमीन पर खेती कर के यह मुकाम पाया है.
![पशुओं के लिए बरसीम एक पौष्टिक दलहनी चारा पशुओं के लिए बरसीम एक पौष्टिक दलहनी चारा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/7G4fPM8P31737712997740/1737713195297.jpg)
पशुओं के लिए बरसीम एक पौष्टिक दलहनी चारा
बरसीम हरे चारे की एक आदर्श फसल है. यह खेत को अधिक उपजाऊ बनाती है. इसे भूसे के साथ मिला कर खिलाने से पशु के निर्वाहक एवं उत्पादन दोनों प्रकार के आहारों में प्रयोग किया जा सकता है.
![औषधीय व खुशबूदार पौधों की जैविक खेती औषधीय व खुशबूदार पौधों की जैविक खेती](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/sMvSwyTlA1737712743311/1737712988047.jpg)
औषधीय व खुशबूदार पौधों की जैविक खेती
शुरू से ही इनसान दूसरे जीवों की तरह पौधों का इस्तेमाल खाने व औषधि के रूप में करता चला आ रहा है. आज भी ज्यादातर औषधियां जंगलों से उन के प्राकृतिक | उत्पादन क्षेत्र से ही लाई जा रही हैं. इस की एक मुख्य वजह तो उनका आसानी से मिलना है. वहीं दूसरी वजह यह है कि जंगल के प्राकृतिक वातावरण में उगने की वजह से इन पौधों की क्वालिटी अच्छी और गुणवत्ता वाली होती है.
![कृषि विविधीकरण : आमदनी का मजबूत जरीया कृषि विविधीकरण : आमदनी का मजबूत जरीया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/dXZkFI0691737711782745/1737711926351.jpg)
कृषि विविधीकरण : आमदनी का मजबूत जरीया
किसानों को खेती में विविधीकरण अपनाना चाहिए, जिससे कि वे टिकाऊ खेती, औद्यानिकीकरण, पशुपालन, दुग्ध व्यवसाय के साथ ही मधुमक्खीपालन, मुरगीपालन सहित अन्य लाभदायी उद्यम को करते हुए अपने परिवार की आय को बढ़ाने के साथसाथ स्वरोजगार भी कर सकें.
![दुधारू पशुओं की प्रमुख बीमारियां और उन का उपचार दुधारू पशुओं की प्रमुख बीमारियां और उन का उपचार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/Erhgvr5Rj1737712350567/1737712723232.jpg)
दुधारू पशुओं की प्रमुख बीमारियां और उन का उपचार
पशुपालकों को पशुओं की प्रमुख बीमारियों के बारे में जानना बेहद जरूरी है, ताकि उचित समय पर सही कदम उठा कर अपना माली नुकसान होने से बचा जा सके. कुछ बीमारियां तो एक पशु से दूसरे पशु को लग जाती हैं, इसलिए सावधान रहने की जरूरत है.
![जनवरी में खेती के काम जनवरी में खेती के काम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/FnmLV00Hb1737707110162/1737707243250.jpg)
जनवरी में खेती के काम
जनवरी में गेहूं के खेतों पर ज खास ध्यान देने की जरूरत होती है. इस दौरान तकरीबन 3 हफ्ते के अंतराल पर गेहूं के खेतों की सिंचाई करते रहें. गेहूं के खेतों में अगर खरपतवार या दूसरे फालतू पौधे पनपते नजर आएं, तो उन्हें फौरन उखाड़ दें.
![कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में लगे कृषि मेले में 'फार्म एन फूड' का जलवा कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में लगे कृषि मेले में 'फार्म एन फूड' का जलवा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/rDhLdzGW_1737705697187/1737705919018.jpg)
कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल में लगे कृषि मेले में 'फार्म एन फूड' का जलवा
मध्य प्रदेश खेतीकिसानी पर निर्भर राज्य है, वहां कि सानों, बागबानों और कृषि से जुड़े उद्यमियों को कृषि, बागबानी, डेयरी व कृषि अभियांत्रिकी से जुड़ी नवीनतम और उन्नत जानकारियों से लैस करने के लिए भोपाल के केंद्रीय कृषि अभियान अभियांत्रिकी संस्थान में पिछले दिनों 20 से ले कर 22 दिसंबर, 2024 को विशाल कृषि मेले का आयोजन हुआ.
![पशुओं में गर्भाधान पशुओं में गर्भाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/3NkGGHuA_1737713200778/1737713324167.jpg)
पशुओं में गर्भाधान
गोवंशीय पशुओं का बारबार गरमी में आना और स्वस्थ गो व प्रजनन योग्य नर पशु से गर्भाधान या फिर कृत्रिम गर्भाधान सही समय पर कराने पर भी मादा पशु द्वारा गर्भधारण न करने की अवस्था को 'रिपीट ब्रीडिंग' कहते हैं.
![शिमला मिर्च से हो रहा लाखों रुपए का मुनाफा शिमला मिर्च से हो रहा लाखों रुपए का मुनाफा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/EcxDw6gAC1737706666523/1737706743861.jpg)
शिमला मिर्च से हो रहा लाखों रुपए का मुनाफा
एकीकृत बागबानी विकास मिशन यानी (एमआईडीएच) बागबानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार की एक प्रायोजित योजना है. इस योजना के तहत फलसब्जियां, जड़कंद फसलें, मशरूम, मसाले, फूल, सुगंधित पौधे, नारियल, काजू, कोको और बांस जैसी बागबानी फसलों को बढ़ावा दिया जाता है.
![रबी की सब्जियों में जैविक कीट प्रबंधन रबी की सब्जियों में जैविक कीट प्रबंधन](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/DU1DayE2q1737711937973/1737712319085.jpg)
रबी की सब्जियों में जैविक कीट प्रबंधन
रबी की सब्जियों में मुख्य रूप से गोभीवर्गीय में फूलगोभी, पत्तागोभी, गांठगोभी, सोलेनेसीवर्गीय में टमाटर, बैगन, मिर्च, आलू, पत्तावर्गीय में धनिया, मेथी, सोया, पालक, जड़वर्गीय में मूली, गाजर, शलजम, चुकंदर एवं मसाला में लहसुन, प्याज आदि की खेती की जाती है।
![बागबानी महोत्सव के जरीए बिहार ने उन्नत बागबानी से कराया रुबरु बागबानी महोत्सव के जरीए बिहार ने उन्नत बागबानी से कराया रुबरु](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/9LSCdsTO01737706496662/1737706665144.jpg)
बागबानी महोत्सव के जरीए बिहार ने उन्नत बागबानी से कराया रुबरु
पटना के गांधी मैदान में बिहार सरकार के कृषि महकमे के उद्यान निदेशालय द्वारा 3 जनवरी से 5 जनवरी, 2025 तक तीनदिवसीय बागबानी महोत्सव का आयोजन किया गया.
![जल संसाधनों के अधिक दोहन को रोकना जरूरी जल संसाधनों के अधिक दोहन को रोकना जरूरी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/9o2qjeKZe1737707040393/1737707103483.jpg)
जल संसाधनों के अधिक दोहन को रोकना जरूरी
बायोसेंसर जैसी आधुनिक तकनीक का जल संसाधनों में बेहतर उपयोग किया जा सकता है. मक्का की फसल धान वाले खेतों में पानी बचाने के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है.
![50 फीसदी से ज्यादा रोजगार देता है कृषि क्षेत्र - शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री 50 फीसदी से ज्यादा रोजगार देता है कृषि क्षेत्र - शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/N-qwuzFok1737704037374/1737704250840.jpg)
50 फीसदी से ज्यादा रोजगार देता है कृषि क्षेत्र - शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री
भारत के केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल, हरियाणा में वैज्ञानिकों, गन्ना किसानों एवं लखपति दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने कहा कि हम सब एक परिवार हैं. आप सब से मिल कर मैं खुश हूं. मैं ने भी फलों, फूलों, औषधि की खेती व डेयरी की है. कुछ हम आप से सीखेंगे और कुछ आप को सिखाएंगे.
![मटर की वैज्ञानिक खेती मटर की वैज्ञानिक खेती](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/60yc6Qy-t1737705974277/1737706471365.jpg)
मटर की वैज्ञानिक खेती
मटर की खेती हरी फली, साबुत मटर व दाल के लिए की जाती है. मटर की हरी फलियां सब्जी के लिए और सूखे दानों का इस्तेमाल दाल और दूसरी खाने की चीजों को तैयार करने में किया जाता है. हरी मटर के दानों को सुखा कर या डब्बाबंद कर महफूज रखने के बाद भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
![फसल बीमा योजना और नुकसान की भरपाई के लिए क्या है पैमाना फसल बीमा योजना और नुकसान की भरपाई के लिए क्या है पैमाना](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/tvLw3yOH51737706832679/1737706938013.jpg)
फसल बीमा योजना और नुकसान की भरपाई के लिए क्या है पैमाना
सरकार द्वारा किसानों के लिए अनेक लाभान्वित योजनाएं हैं. उन्हीं योजनाओं में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना है, जो किसानों की प्राकृतिक आपदा से होने वाली फसल नुकसान की भरपाई करती है
![कीटरक्षक फसलों को लगाने का तरीका कीटरक्षक फसलों को लगाने का तरीका](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6498/1971233/1mwBboEmg1737706745948/1737706828450.jpg)
कीटरक्षक फसलों को लगाने का तरीका
फसल कीटरक्षक वे फसलें होती हैं, जो खेत में एक फ खास अवधि के दौरान मुख्य फसल को कीटों से बचाती हैं. इस तकनीक में मुख्य फसल के साथसाथ कोई दूसरी फसल साथ में लगाई जाती है, जो मुख्य फसल में नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं.