CATEGORIES
Categorías
एक आरक्षण व्यवस्था जरूरी!
साल 2019 में सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े तबकों के लिए आरक्षण की मांगों को देखते हुए 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था आर्थिक आधार पर की गई थी. 8 लाख से कम आय तथा एक निश्चित मात्रा में जमीन का स्वामित्व रखने वाले परिवार के लोग इस आरक्षण के लिए पात्र हैं. लेकिन इस आरक्षण की वैधानिकता को चुनौती देने वाली अनेक याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में डाल दी गई थीं. देश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को सरकारी रोजगार, सरकारी कंपनियों और शैक्षणिक संस्थाओं में नौकरी तथा सीटों में 49.5 फीसदी आरक्षण प्राप्त है.
चीन के पड़ोस में अमेरिका का कूटनीतिक दांव क्या होगा कामयाब
शी जिनपिंग की आक्रामक विदेश नीति का सबसे अधिक प्रभाव दक्षिण पूर्व एशिया में साफ़ देखा जा सकता है.
राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों की रिहाई का विरोध
सुप्रीम कोर्ट ने 11 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषी पाए गए छह लोगों को बरी करने के आदेश दिए थे.
कूड़े के पहाड़ पर अचानक इतना क्यों भडके केजरीवाल?
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने छठ पूजा की तैयारियों पर अरविंद केजरीवाल को भ्रामक और अपरिपक्व प्रचार से बचने की नसीहत दी है. दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने बीते हफ्ते एक ट्वीट कर यमुना के सभी घाटों पर छठ पूजा मनाए जाने का ऐलान किया था. लेकिन, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने यह साफ कर दिया कि छठ पूजा केवल तय घाटों पर ही की जाएगी. बता दें कि दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल को छठ पूजा मनाने वाले प्रस्ताव में 1100 घाटों का ही जिक्र किया था. जबकि, केजरीवाल ने यमुना के सभी घाटों पर पूजा का ऐलान कर दिया था.
अर्थ-व्यवस्था को पटरी पर लाएगी खेती किसानी
लोगों की एकमात्र आवश्यकता रसोई की सामग्री की उपलब्धता रही और इसमें सरकार पूरी तरह से सफल रही. आज अर्थशास्त्री एक बार फिर यह कहने लगे हैं कि यदि अर्थ व्यवस्था को उबारना है तो इसके लिए कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान देना होगा. सरकार भी अब कृषि क्षेत्र पर खास ध्यान देने लगी है. यही कारण है कि लॉकडाउन के बाद अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जो पैकेजों का दौर चला उसमें कृषि को खास महत्व दिया गया.
नीतीश की कमजोर कड़ी है पाला बदलना
प्रशांत किशोर को अपनी राजनीति चमकाने के लिए नीतीश कुमार की सख्त जरूरत है. चुनाव कैंपेन के जरिये शोहरत हासिल करने वाले प्रशांत किशोर को मीडिया की सुर्खियों में बने रहना अच्छी तरह आता है. जो काम अब तक वो अपने क्लाइंट के लिए किया करते थे, वही तरीका फिलहाल अपने लिए आजमा रहे हैं - और बड़े आराम से उनको अपने हिस्से की कामयाबी मिल भी रही है.
सोनिया को ये उम्मीद राहुल की तरह खड़गे निराश नहीं करेंगे!
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है, और इसके साथ ही उनका ट्विटर बॉयो भी बदल गया है - अध्यक्ष, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी. बधाई तो अध्यक्ष बनने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को भी बनती है, लेकिन बधाई के असली पात्र राहुल गांधी हैं, जिनके अपनी जिद पर अड़े रहने के कारण ही ये संभव हो पाया है.
मोदी के अयोध्या दौरे से और प्रखर होगा हिन्दुत्व
आदर्श शासन स्थापित करने की प्रेरणा हमें रामराज्य के बारें अध्ययन प्रदान करता है. दीपोत्सव के माध्यम से यहां की संस्कृति में समाहित आदर्श, मर्यादा व अनुशासन से पूरे विश्व को अवगत कराने का कार्य यूपी सरकार ने किया है तो इससे किसी को दुखी या परेशान नहीं होना चाहिए.
शाह के फैसले समर्थकों तक को भी हैरत में डालते हैं
गृह मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के दो प्रमुख आयाम देखने को मिले हैं. पहला, देश में शांति और स्थिरता और वर्षों से उपेक्षित मुद्दों को प्राथमिकता के साथ हल करना.
1962 की जंग
भारत वापस लेगा चीन से अपनी जमीन
मोदी के अश्वमेधी घोड़े के सारथी अमित शाह
सियासत और शतरंज हर किसी को समझ में नहीं आता, दोनों में काफी समानताएं हैं. जैसे शतरंज में सैनिक से लेकर हाथी, घोड़ा, वजीर और राजा समेत कई किरदार होते हैं वैसे ही सियासत में भी कई किरदार होते हैं. कहते हैं सियासत करना शतरंज खेलने से ज्यादा मुश्किल होता है और उतना ही खतरनाक देश के मौजूदा गृहमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह शतरंज के अच्छे खिलाड़ी रहे हैं. जाहिर है शह और मात के खेल का उनका तजुर्बा सियासत में भी दिख जाता है. उनकी सियासत कैसी है, ये देश की तमाम विपक्षी पार्टियों से बेहतर कोई नहीं बता सकता. जब से केन्द्र की राजनीति में आए हैं तब से लगता है समूचे विपक्ष ने या तो समाधी ले ली है या फिर घर बैठे सत्ता में आने का इंतजार कर रही है. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी का क्या हाल है ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है और इन सब के पीछे कौन है ये भी किसी को बताने वाली बात नही है.
दुनिया के सात देश, जिनकी कमान है भारतवंशियों के पास
भारतीय मूल के ब्रितानी सांसद ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने. दुनिया भर के नेताओं में इसे लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
युवा जज्बे की मिसाल है ऋषि सुनक!
किसने सोचा था एक भारतीय मात्र बयालीस साल की युवा उम्र में ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनेगा? निःसंदेह ऐतिहासिक पल है, गौरव की बात है उनके लिए और साथ ही भारत राष्ट्र को भी गौरवान्वित किया है उन्होंने. इस होनी ने एक और बात भी साफ़ कर दी है कि किसी प्रजातंत्र में देश के नागरिक को उसके विदेशी मूल के होने की बिना पर कार्यपालिका के उच्चतम पद से वंचित किए जाने की सोच ही बेमानी है. हां, योग्यता अपेक्षित है. इसी तारतम्य में ज़िक्र बनता है सोनिया गांधी का जिन्हें प्रधानमंत्री बनाना तब संभव नहीं हुआ था उनके इटैलियन मूल की होने की वजह से.
रिवेंज शॉपिंग से मिल रहा इकोनोमी को बूस्ट
गुस्सा या यूं कहें कि बदला भी इकोनोमी को बूस्ट कर सकता है इसका जीता जागता उदाहरण है कोरोना के साये से निकलने के बाद खरीदारी की आजादी का.
भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी का नया अवतार कैसा होगा?
अब ये भी पक्का हो गया है कि अब कांग्रेस को एक स्थायी अध्यक्ष जरूर मिलेगा. वो काम करता हुआ भी नजर आएगा या नहीं, अलग बात है. वो सिर्फ रबर स्टांप ही बना रहेगा, ये भी अलग बात है - और राहुल गांधी के लिए फायदेमंद होगा या नहीं, भला कौन कह सकता है.
भाजपा के लिए हमेशा फायदेमंद रही है
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर हमेशा से ही नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणियां करते रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ 'चायवाला' शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि ये (मोदी) कभी पीएम नहीं बनेगा.
धर्म परिवर्तन कर ईसाई और मुस्लिम बने दलितों को आरक्षण देने का प्रश्न
आरक्षण का मुद्दा जितना संजीदा है, उतना ही सियासी और पेंचदार भी है.
गैंगस्टरों पर कसना होगा शिकंजा
गृहमंत्री अमित शाह से मंजूरी मिलने के बाद NIA ने जो डोजियर तैयार किया था, उसके अनुसार लिस्ट बनाकर काम करना शुरू कर दिया. टारगेटेड किलिंग में शामिल दिल्ली के क्रिमिनल गैंग्स और सिंडिकेट पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई होने की हुंकार भरी जा रही है.
मोदी से नाता बनाकर मुलायम सिंह यादव ने लिखी नई इबारत
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव अब इस दुनिया में नहीं रहे. वह बीते काफी दिनों से बीमार अस्पताल में भर्ती थे. लेकिन उनकी हालत नहीं सुधरी और सोमवार को 82 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. उनकी निधन पर पीएम मोदी ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए लिखा, “जब हम अपने संबंधित राज्यों की बागडोर संभाल रहे थे, तो मुलायम सिंह यादव जी के साथ मेरी कई बार बातचीत हुई. हमारे बीच एक घनिष्ठ मित्रता था और मैं हमेशा उनके विचारों को जानने के लिए उत्साहित रहता था. उनके निधन से मैं बेहद दुःखी हूँ. उनके परिवारजनों और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना. ओम शांति.”
धरतीपुत्र, मुल्ला मुलायम, नेताजी...
मुलायम सिंह यादव को कैसे मिले ये नाम
चर्चा, पर्चा और खर्चा था मुलायम की राजनीति का मूल मंत्र
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मृत्यु सपा के लिए बड़ा झटका है. पार्टी जब विधानसभा चुनावों की हार को भूलकर 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी थी.
मुलायम का जाना समाजवाद का एक युग खत्म होने जैसा
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मृत्यु सपा के लिए बड़ा झटका है. पार्टी जब विधानसभा चुनावों की हार को भूलकर 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी थी. अपने को दोबारा उबारने की कोशिश कर रही थी, उस समय नेता जी ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
समाजवाद के रूस्तम-ए-हिन्द थे मुलायम सिंह
आखिर ज़मीनी राजनीति के पाठ्यक्रम की जीती-जागती किताब बंद हो गई. समाजवाद का वह सूरज अस्त हो गया, जिसको मुलायम ने ही उगाया था. पिछड़ों, कमज़ोरों, किसानों, नौजवानों, मेहनतकशों और अकलियत के लिए लड़ने वाला ज़िन्दगी की जंग हार गया. यानी भारतीय राजनीति का सच्चा सेक्युलर नेता और लोकतंत्र का भक्त अपने पीछे एक शून्य छोड़ कर चला गया.
2024 के लिए अमित शाह ने दिखाया ट्रेलर
अमित शाह के बिहार दौरे से पहले ही चर्चा शुरू हो चुकी थी कि बीजेपी का चुनावी अभियान सीमांचल से शुरू होने जा रहा है और ऐसा सोचने वालों को अमित शाह ने निराश भी नहीं किया है. बल्कि, ऐसा ट्रेलर दिखाया है जिससे बिहार में बीजेपी समर्थकों का जोश तत्काल प्रभाव से हाई महसूस होने लगा होगा.
चिंता का विषय है खबरों का बदलता स्वरूप
डिजिटल होती दुनिया में खबरों का रूप बदल रहा है. एक तरफ़ जहां सूचनाओं के प्रचार-प्रसार में तेजी आई है, तो दूसरी तरफ़ लोगों का खबरों के प्रति नजरिया भी बदल गया है.
इमेज चमकाने को जैकलीन ने लिया स्वच्छता अभियान का सहारा
श्रीलंकाई मूल की एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीज ने बॉलीवुड में अच्छा नाम कमाया है. हालांकि, इन दिनों जैकलीन फनांडीज अपने अभिनय या फिल्मों से ज्यादा ठग सुकेश चंद्रशेखर के 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस को लेकर चर्चा में हैं.
शक्ति-पूजा का पर्व है दशहरा
दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है. अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है. इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है. भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था. इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है. इसी दिन लोग नया कार्य प्रारम्भ करते हैं. इस दिन शस्त्र-पूजा की जाती है. इस दिन जगह-जगह मेले लगते हैं. रामलीला का समापन होता है. रावण का विशाल पुतला बनाकर उसे जलाया जाता है.
जुलूस तो लालू यादव ने नीतीश का निकाला है
एक दिन पहले दो दिलचस्प राजनीतिक घटनाएं सामने आईं. दोनों के एक सिरे पर कांग्रेस है. हालांकि दोनों घटनाओं में समूचे देश का ध्यान सिर्फ राजस्थान पर केंद्रित हुआ. वहां 'राजनीतिक बिल्लियों' के भाग से छींका फूटता दिख रहा है. छींका बिहार में भी फूट सकता है. राजस्थान पर तो समूचा देश बात कर ही रहा है. मैं बिहार पर बात करना पसंद करूंगा. उन बिहारी मित्रों से माफी के साथ जो गैरबिहारी पत्रकारों के 'घुसपैठिया' विश्लेषण पर सवाल उठाते हैं.
पीएफआई पर बैन लगाने से होगा क्या? ये तो है रक्तबीज
एनआईए (NIA) ने कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर एक बार फिर से कार्रवाई करते हुए करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया है. इससे पहले भी एनआईए ने पीएफआई के कुछ बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया था.
बढ़ता मुस्लिम-विरोधी भेदभाव
दिल्ली के मालवीय नगर मोहल्ले में एक पार्क के पास खड़े अब्दुल रौफ गनइ मकान किराए पर दिलाने वाले एक एजेंट का इंतजार कर रहे हैं.