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कितने तैयार हैं हम?
हर बार कुछ वर्षों के बाद किसी न किसी वायरस प्रकोप के फैलने की प्रवृत्ति को देखते हुए क्या भारत के आपातकालीन स्वास्थ्य इंतजाम वुहान जैसी किसी आपदा को संभालने में सक्षम दिखते हैं?
हौसले की जीत
शत्रु के कब्जे में होने के बावजूद अपने असाधारण शौर्य से इस युवा विंग कमांडर ने पूरे देश का दिल जीत लिया
हिंसक उपद्रवियों पर कसता शिकजा
सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हिंसा के लिए पुलिस मुख्य रूप से पीएफआइ नामक संगठन को जिम्मेदार ठहरा रही
हाउडी, ट्रंप !
अमेरिका-चीन-पाकिस्तान के बीच संबंधों के त्रिकोणीय मोर्चे को सरकार ने अपनी विदेश नीति से जिस तरह से संभाला है, उसको लेकर लोगों की धारणा सकारात्मक है. हालांकि, बढ़ती आंतरिक अशांति चिंता का कारण
हर मोर्चे पर बेचैनी बेहिसाब
दोबारा चुने जाने के सात महीने बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का मिज़ाज जनमत सर्वेक्षण में अपनी लोकप्रियता तो बरकरार रखी है, लेकिन अर्थव्यवस्था के मंदी की चपेट में होने और सीएए विरोधी प्रदर्शनों से उनकी सरकार की चमक फीकी पड़ गई है जो हालात सुधारने की मांग कर रही
हकीकत स्वीकार करें तभी बदलेंगे हालात
2000 के पहले दशक में वैश्वीकरण ने भारत का भाग्य तय किया, लेकिन अब वक्त है कि आर्थिक वृद्धि के नए स्रोत ढूंढे जाएं
स्वच्छता योगी
“स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्य को महज पांच साल में पूरा करना आसमान में उड़ते हवाई जहाज के पंखों पर रंग-रोगन करने जैसा ही मुश्किल था क्योंकि आजादी के बाद से 39 फीसद शौचालय ही बने थे”
स्टेशन के रास्ते
“मुझे महसूस हुआ कि पढ़ाई के जरिए इन बच्चों का मानसिक पोषण भी उतना ही जरुरी है”
सेहत का बिल
प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा से लेकर अस्पताल में भर्ती होने तक, मजबूत स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधारों की आवश्यकता
सेवारत उद्यमी
रायपुर (छत्तीसगढ़) का एक मुहल्ला है टिकरापारा. राजधानी में तब्दील होने के बाद भी यहां अगर कुछ नहीं बदला है तो नंदी चौक की एक चाय बेचने वाली की कुटिया में प्रति सप्ताह रामायण गाने वाली मंडली.
सेना के समक्ष खड़ा सबसे बड़ा संकट
वर्ष 2020 के बजट में सेना की सबसे पड़ी पहेली यानी लगातार बढ़ते पेंशन के बोझ को तो रेखांकित किया गया है लेकिन इसका कोई समाधान पेश नहीं किया गया है
सुनहरी कामयाबी
2019 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की सूची में जहां क्रिकेटरों ने ही शीर्ष स्थानों पर एक बार फिर से अपना दबदबा कायम रखा है, वहीं महिला खिलाड़ियों की सूची विविधता से भरी दिखती है।
सीमा के आर-पार
कलाकार रीना सैनी कल्लाट की सीमाओं से मुक्त दुनिया की दार्शनिक खोज ब्लाइंड स्पॉट्स नाम के नए शो के साथ आगे बढ़ रही हे. इसमें हिंसा और संघर्ष के प्रतिकार में चिड़ियों के चहचहे और संकर पशुओं को पेश किया गया है
सीएम उद्धव ठाकरे के लिए अब मुंबई मेरी जान
शिवसेना के मजबूत गढ़ मुंबई का कायाकल्प, सत्ता का विकेंद्रीकरण और जनता के लिए सुलभ होना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के शासन का मुख्य एजेंडा है
सीएए पर सहमे सहयोगी
उत्तर-पूर्वी भारत के सियासी दल सीएए के विरोध में सीधे उतर गए हैं तो जेडी (यू) जैसे सहयोगी दल के भी सुर बदले-बदले से हैं
साहित्य के संरक्षक
“रेख़्ता के जरिए में अन्य भारतीय भाषाओं की साहित्यिक विरासत तक लोगों की आसान पहुंच बनाना चाहता हूं”
साष्टांग संस्थाएं
हमारे नागरिक अधिकारों की रक्षक संस्थाओं अदालतों और मीडिया की अप्रत्याशित ढंग से बांहें मरोड़ी गई हैं
सामान्य हालात का सच
संवैधानिक बदलाव के जरिए अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष राज्य के दर्जे को प्रभावी ढंग से निरस्त करने और केंद्र शासित प्रदेश बना दिए जाने के छह महीने बाद भी जम्मू और कश्मीर में हालात सामान्य करने के प्रयास जारी हैं.
सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ के लिए जल सरक्षा प्राप्त करना - एक केस स्टडी
'दो साल पहले, हम पूरी तरह से मानसून पर निर्भर थे. यदि बारिश होती है, तभी हम फसलें उगा सकते हैं, अन्यथा हमें खेत खाली छोड़ने पड़ते थे! आइटटीसी की मदद से अपने आहरऔरपाइन पद्धति को पुनर्जीवित करने के बाद, हम अब बिना किसी समस्या के फसलें उगा सकते हैं. अब साल 1 में फसल के बदले हम 4 फसलें उगाते हैं. - मिथिलेश ठाकुर,
साझा मकसद का मोर्चा
सीएए-एनआरसी के खिलाफ देशव्यापी धरना-प्रदर्शनों में विपक्षी पार्टियों को एकजुट होने का मकसद मिल सकता है, जो उन्हें महागठबंधन बनाकर अगले बड़े चुनाव में मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा से टक्कर लेने की ताकत दे सकता है
सवाल+जवाब - बल्ले से बात
23 वर्षीया स्मृति मंधाना अपने प्रदर्शन से भारतीय पुरुष क्रिकेटरों को कड़ी टक्कर दे रही हैं . सिर्फ 51 वनडे मैचों में 2,000 रन बनाकर उन्होंने विराट कोहली (53) को भी पीछे छोड़ दिया है . उनके साथ बातचीत के कुछ अंश
सवर्णों की दुनिया दूर
क्रांतिकारी बदलाव की हवाएं भी आखिर क्यों देश की अंधेरी दलित वस्तियों से रुख मोड़ लेती हैं
समयबध्द महासागर सूचना की उपलब्धता
इजकॉइस को फरवरी 999 में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय के झूप में स्थापित किया गया था, जिसमें समाज, उद्योग, सरकारी एजेंसियों और वैज्ञानिक समुदाय को सर्वोत्तम संभव महासागर संबंधित जानकारी और सलाहकार सेवाएं प्रठान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसे महासागर के निरंतर अवलोकन और केंद्रित अनुसंधान से अंजाम दिया जा सके.
सबसे बड़ा सेनापति
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की सहमति के साथ ही भारत में एक शक्तिसंपन्न और एकीकृत सैन्य कमान की ओर अग्रसर
सधे कदम रखते ठाकरे
हिंदुत्ववादी राजनीति से किनारा करने से लेकर सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस को मलाईदार मंत्रालय देने तक, उद्धव ठाकरे अपनी सरकार को स्थिर रखने के लिए सब कुछ कर रहे
शिखर पर बरकरार
योगी आदित्यनाथ काम करने वाले मुख्यमंत्री की छवि के आधार पर देश का मिजाज सर्वेक्षण में लगातार दूसरी बार चोटी पर रहने में कामयाब, तो केजरीवाल और ममता बनर्जी लंबी छलांग लगाकर बने संयुक्त उपविजेता
सच का सामना
आप ऐसे कैसे रोक सकते हैं मुझे ? मैं कोई टेररिस्ट नहीं हूं , पैसे देकर डेलिगेट बना हूं . बुलाइए आर्गनाइजर को . . .
संकटमोचन
उन्होंने केंद्र-आरबीआइ संबंधों को सहज बना दिया है. पर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना ज्यादा मुश्किल साबित हो रहा
व्यवस्था पर सवाल
गहलोत अपने तीसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता की भूमिका निभा रहे हैं लेकिन राज्य के अस्पतालों में बच्चों की मौत उनकी सरकार के लिए नई चुनौती
शरणार्थियों की सियासत
गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को विशेषाधिकार प्रदान करने वाले नागरिकता संशोधन विधेयक से भारतीय गणराज्य की धर्मनिरपेक्ष नींव कमजोर और पूर्वोत्तर में जातीय तनावों को हवा