बढ़ता दायरा
India Today Hindi|November 15, 2023
सशस्त्र बलों के लिए कोर्स से लेकर जिला परिषद सदस्यों को राजकोषीय विवेक की तालीम देने तक, भारत का यह पहला आइआइएम अपने मूल पर टिके होने के साथ प्रबंधन की पढ़ाई को बिजनेस से आगे लेकर जा रहा 
अर्कमय दत्ता मजुमदार
बढ़ता दायरा

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) कलकत्ता के सिर पर सजा मुकुट उसी की तरह के दूसरे संस्थानों के मुकाबले जरूर कुछ भारी है, क्योंकि यह प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल अपनी कलगी में नित नए पंख जोड़ता रहता है. देश के इस सबसे पुराने आइआइएम ने हाल ही में क्यूएस ग्लोबल एमबीए रैंकिंग्ज 2024 में - अहमदाबाद और बेंगलूरू के अपने समकक्षों के साथ-एशिया के शीर्ष बीस्कूलों में जगह हासिल की है. और, यह इसकी केवल हालिया उपलब्धि है. भारत का पहला आइआइएम होने के अलावा यह तिहरी मान्यता (ट्रिपल क्राउन) पाने वाले मात्र तीन भारतीय बिजनेस स्कूलों में पहला संस्थान है. ट्रिपल क्राउन बिजनेस स्कूल वह होता है जिसने एसोसिएशन ऑफ एमबीएज (एएमबीए), एसोसिएशन ऑफ एडवांस कॉलेजिएट स्कूल्स ऑफ बिजनेस इंटरनेशनल (एएसीएसबी) और ईक्यूयूआइएस की मान्यता हासिल की है. यह संस्थान के लिए गुणवत्ता के कीर्तिमान की परिचायक है. असल में एएमबीए की मान्यता दुनिया के महज 3 फीसद बी-स्कूल को मिल पाती है.

फिलहाल आइआइएम कलकत्ता की अगुआई डायरेक्टर के रूप में प्रो. उत्तम कुमार सरकार कर रहे हैं. प्रो. सरकार 1997 में संस्थान से जुड़े और अगस्त 2021 में इस अग्रणी संस्थान के डायरेक्टर के पद पर पहुंचे. प्रो. सरकार कहते हैं, "उत्कृष्टता के अपने निरंतर सफर में, आइआइएम कलकत्ता हमेशा छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों और नियोक्ताओं की उच्च प्राथमिकता वाली जरूरतों को पूरा करके खुद को उनका अव्वल का ठिकाना बनाए रखने की कोशिश करता है." प्रो. सरकार के नेतृत्व में आइआइएम कलकत्ता प्रबंधन की पढ़ाई को वास्तव में हर किसी तक पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में संस्थान ने रक्षा बलों के लिए छह महीने का बिजनेस मैनेजमेंट प्रोग्राम लॉन्च किया और पश्चिम बंगाल में जिला परिषदों के नवनिर्वाचित सदस्यों को राजकोषीय विवेक, पारदर्शिता, समय प्रबंधन और टीमवर्क का प्रशिक्षण देने के लिए वहां की राज्य सरकार के साथ भागीदारी की.

Esta historia es de la edición November 15, 2023 de India Today Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición November 15, 2023 de India Today Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE INDIA TODAY HINDIVer todo
मिले सुर मेरा तुम्हारा
India Today Hindi

मिले सुर मेरा तुम्हारा

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीतकार अमित त्रिवेदी अपने ताजा गैर फिल्मी और विधा विशेष से मुक्त एल्बम आजाद कोलैब के बारे में, जिसमें 22 कलाकार शामिल

time-read
1 min  |
December 25, 2025
इंसानों की सोहबत में आलसी और बीमार
India Today Hindi

इंसानों की सोहबत में आलसी और बीमार

पालतू जानवर अपने इंसानी मालिकों की तरह ही लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और उन्हें वही मेडिकल केयर मिल रही है. इसने पालतू जानवरों के लिए सुपर स्पेशलाइज्ड सर्जरी और इलाज के इर्द-गिर्द एक पूरी इंडस्ट्री को जन्म दिया

time-read
6 minutos  |
December 25, 2025
शहरी छाप स लौटी रंगत
India Today Hindi

शहरी छाप स लौटी रंगत

गुजराती सिनेमा दर्शक और प्रशंसा बटोर रहा है क्योंकि इसके कथानक और दृश्य ग्रामीण परिवेश के बजाए अब शहरी जीवन के इर्द-गिर्द गूंथे जा रहे हैं. हालांकि सीमित संसाधन और बंटे हुए दर्शक अब भी चुनौती बने हुए हैं

time-read
6 minutos  |
December 25, 2025
चट ऑर्डर, पट डिलिवरी का दौर
India Today Hindi

चट ऑर्डर, पट डिलिवरी का दौर

भारत का खुदरा बाजार तेजी से बदल रहा है क्योंकि क्विक कॉमर्स ने तुरंत डिलिवरी के साथ पारंपरिक खरीदारी में उथल-पुथल मचा दी है. रिलायंस जियो, फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे कॉर्पोरेट दिग्गजों के इस क्षेत्र में उतरने से स्पर्धा तेज हो गई है जिससे अंत में ताकत ग्राहक के हाथ में ही दिख रही

time-read
10 minutos  |
December 25, 2025
'एटम बम खुद फैसले नहीं ले सकता था, एआइ ले सकता है”
India Today Hindi

'एटम बम खुद फैसले नहीं ले सकता था, एआइ ले सकता है”

इतिहास के प्रोफेसर और मशहूर पब्लिक इंटेलेक्चुअल युवाल नोआ हरारी एक बार फिर चर्चा में हैं. एआइ के रूप में मानव जाति के सामने आ खड़े हुए भीषण खतरे के प्रति आगाह करती उनकी ताजा किताब नेक्सस ने दुनिया भर के बुद्धिजीवियों का ध्यान खींचा है.

time-read
10 minutos  |
December 25, 2025
सरकार ने रफ्ता-रफ्ता पकड़ी रफ्तार
India Today Hindi

सरकार ने रफ्ता-रफ्ता पकड़ी रफ्तार

मुख्यमंत्री सिद्धरामैया उपचुनाव में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन की बदौलत राजनैतिक चुनौतियों से निबटने लोगों का विश्वास बहाल करने और विकास तथा कल्याण की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर दे रहे जोर

time-read
9 minutos  |
December 25, 2025
हम दो हमारे तीन!
India Today Hindi

हम दो हमारे तीन!

जनसंख्या में गिरावट की आशंकाओं ने परिवार नियोजन पर बहस को सिर के बल खड़ा कर दिया है, क्या परिवार बड़ा बनाने के पैरोकारों के पास इसकी वाजिब वजहें और दलीलें हैं ?

time-read
8 minutos  |
December 25, 2025
उमरता कट्टरपंथ
India Today Hindi

उमरता कट्टरपंथ

बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न जारी है, दूसरी ओर इस्लामी कट्टरपंथ तेजी से उभार पर है. परा घटनाक्रम भारत के लिए चिंता का सबब

time-read
4 minutos  |
December 25, 2025
'इससे अच्छा तो झाइदारिन ही थे हम'
India Today Hindi

'इससे अच्छा तो झाइदारिन ही थे हम'

गया शहर के माड़रपुर में गांधी चौक के पास एक बैटरी रिक्शे पर बैठी चिंता देवी मिलती हैं. वे बताती हैं कि वे कचहरी जा रही हैं. उनके पास अपनी कोई सवारी नहीं है, सरकार की तरफ से भी कोई वाहन नहीं मिला है.

time-read
6 minutos  |
December 25, 2025
डीएपी की किल्लत का जिम्मेदार कौन?
India Today Hindi

डीएपी की किल्लत का जिम्मेदार कौन?

3त्तर प्रदेश में आजमगढ़ के किसान वैसे तो कई दिनों से परेशान थे लेकिन 11 दिसंबर को उन्होंने डीएपी यानी डाइअमोनियम फॉस्फेट खाद उपलब्ध कराने की गुहार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा दी.

time-read
5 minutos  |
December 25, 2025