कमरे में एक युवक चौकी पर बैठा है, दूसरा बेरहमी से लगातार बेल्ट से उसे पीट रहा है और तीसरा किनारे खड़ा होकर उसे बार-बार डांट रहा है. अच्छी खासी पिटाई के बाद पीटने वाला युवक कहता है, "आज के बाद तुम अच्छे से रहेगा, अच्छे से खाना खाएगा और मम्मी-पापा के सपने को सच कर दिखाएगा." यह वीडियो पिछले कुछ दिनों से बिहार में सोशल मीडिया पर वायरल है. 56 सेकंड के इस वीडियो में सपनों के पीछे भागने, छले जाने और शोषण का शिकार होने के लिए मजबूर बिहार के बेरोजगार युवाओं की दास्तान दर्ज है. वीडियो एक आयुर्वेदिक कंपनी डीबीआर यूनिक से संबंधित बताया जा रहा है, जिस पर नौकरी के नाम पर हजारों युवकों को ठगने, उनसे मारपीट कर अन्य युवकों को फंसाकर लाने और सौ से ज्यादा युवतियों के यौन शोषण के आरोप हैं.
वीडियो में अपने स्टाफ की पिटाई करने वाले अजय प्रताप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि कंपनी में नौकरी के नाम पर आए सभी युवक-युवतियों से जॉइनिंग के वक्त 20,500 रुपए लिए जाते हैं. फिर उन्हें अपने जैसे ही युवाओं को कंपनी से जोड़ने का टारगेट दिया जाता है. जो युवक टारगेट पूरा नहीं कर पाते, उनके साथ मारपीट की जाती है. कंपनी का एक और वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें एक युवक एक लड़की को गालियां देते हुए थप्पड़ लगा रहा है. इस कंपनी में काम करने वाली लड़कियों ने कंपनी के अधिकारियों पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं.
डीबीआर यूनिक में काम करने वाली सारण की एक युवती संगीता (बदला हुआ नाम) ने कंपनी के सीएमडी मनीष सिन्हा और तिलक कुमार सिंह समेत नौ लोगों के खिलाफ ठगी, मारपीट और यौन शोषण का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी. युवती ने बताया कि इस कंपनी की बिहार और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में शाखाएं हैं. हर शाखा में हजार से ज्यादा युवा काम करते हैं और इन लोगों ने सौ से ज्यादा लड़कियों का यौन शोषण किया है.
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