"कांग्रेस में कोई बगावत नहीं"
Outlook Hindi|October 14, 2024
दस साल विपक्ष की भूमिका में रही कांग्रेस जिला स्तरीय संगठनों के बगैर ही चुनाव में उतरी है। मुख्यमंत्री पद की चाह में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और एसआरबी (सेलजा, रणदीप, बीरेंद्र) गुट में भितरघात की आशंका बनी हुई है। उनके चुनाव प्रचार भी जुदा-जुदा हैं और टिकटों के लिए घमासान भी छिड़ा। इन तमाम चुनौतियों को नकारते हुए कांग्रेस की बड़ी जीत के प्रति आश्वस्त पूर्व मुख्यमंत्री तथा नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से आउटलुक के एसोसिएट एडिटर हरीश मानव की बातचीत के प्रमुख अंश:
हरीश मानव
"कांग्रेस में कोई बगावत नहीं"

आप पूरे हरियाणा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। क्या मूड है?

हरियाणा से भाजपा जा रही है, पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। हरियाणवियों ने भाजपा के दस साल के कुशासन से मुक्त होने का मन बना लिया है।

इस चुनाव में कांग्रेस के समक्ष क्या चुनौतियां हैं?

चुनौतियां तो हर चुनाव में होती हैं पर कांग्रेस एकजुट होकर मजबूती से मैदान में डटी है। कांग्रेस के साथ हरियाणा की 36 बिरादरी के लोग हैं।

किन मुद्दों और वादों को लेकर आप जनता के बीच जा रहे हैं?

Esta historia es de la edición October 14, 2024 de Outlook Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición October 14, 2024 de Outlook Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE OUTLOOK HINDIVer todo
शहरनामा गंगा सागर
Outlook Hindi

शहरनामा गंगा सागर

अंतहीन सागर की कालातीत कहानी

time-read
3 minutos  |
October 28, 2024
परदे का पुराना प्यार
Outlook Hindi

परदे का पुराना प्यार

पुरानी फिल्में सिनेमाघरों में दोबारा दस्तक दे रहीं, नई फिल्मों की नाकामी, व्यावसायिक मुनाफा और पुराने के प्रति दीवानगी ट्रेंड को बढ़ा रही

time-read
4 minutos  |
October 28, 2024
गरीबों के नायक की सुध
Outlook Hindi

गरीबों के नायक की सुध

तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मिठुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के सम्मान

time-read
3 minutos  |
October 28, 2024
'जब तक रहूं, नृत्य के साथ रहूं'
Outlook Hindi

'जब तक रहूं, नृत्य के साथ रहूं'

करीब छह दशकों से नृत्य कर रहीं शोभना नारायण अभी थकी नहीं हैं। 75 वर्ष की उम्र में भी उनमें उत्साह और जोश-खरोश भरपूर है । बिरजू महाराज की शिष्या शोभना नृत्यांगना ही नहीं, वरिष्ठ नौकरशाह और लेखिका भी हैं। बिहार के एक स्वतंत्रता सेनानी परिवार में जन्मी शोभना को संस्कृति और कला से लगाव तथा राष्ट्रीय जीवन-मूल्य विरासत में मिले हैं। वे ऐसे परिवार से हैं जहां दिनकर, धर्मवीर भारती, रमानाथ अवस्थी जैसे साहित्यकारों की मंडली घर पर जमती थी। मां ललिता नारायण लोकसभा का चुनाव पटना से लड़ी थीं। उनका जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी से निजी परिचय था। शोभना नारायण के 75वें जन्मदिन पर पिछले दिनों उनके शिष्यों ने नृत्यसमारोह का आयोजन किया। इस मौके पर उनसे विमल कुमार ने खास बातचीत की। संपादित अंशः

time-read
4 minutos  |
October 28, 2024
वापस पंत नायक
Outlook Hindi

वापस पंत नायक

चोटिल खिलाड़ी के लिए फिर मैदान पर शानदार प्रदर्शन करना सबसे बड़ी चुनौती होती है, पंत इस करिश्मे में सफल रहे

time-read
4 minutos  |
October 28, 2024
पन्ना की तमन्ना हीरा मिल जाए
Outlook Hindi

पन्ना की तमन्ना हीरा मिल जाए

पन्ना में छोटे-छोटे भूखंडों में मिल रहा हीरे का एक टुकड़ा बदल रहा गरीब आदिवासी किसानों की जिंदगी

time-read
3 minutos  |
October 28, 2024
अबूझमाड़ में मुठभेड़
Outlook Hindi

अबूझमाड़ में मुठभेड़

यह पहला मौका है जब पुलिसिया दावे के मुताबिक एक ऑपरेशन में इतनी बड़ी संख्या में माओवादी मारे गए

time-read
3 minutos  |
October 28, 2024
कुर्सी कलाबाजी की मिसाल
Outlook Hindi

कुर्सी कलाबाजी की मिसाल

पंजाब से टूट कर अलग राज्य बनने के वक्त से ही हरियाणा में कुर्सी के लिए आया गया की दलबदलू राजनीति चल रही

time-read
5 minutos  |
October 28, 2024
चंपाई महत्वाकांक्षा
Outlook Hindi

चंपाई महत्वाकांक्षा

कुर्सी जाने पर पाला बदलने और अपने लोगों के खिलाफ खड़े होने का आदिवासी प्रसंग

time-read
5 minutos  |
October 28, 2024
कुर्सी महा ठगिनी हम जानी
Outlook Hindi

कुर्सी महा ठगिनी हम जानी

आर्थिक उदारीकरण के पिछले तीन दशक के दौरान भारतीय राजनीति का चरित्र कुछ ऐसा बदला है। कि धन, सार्वजनिक आचरण से लेकर नेताओं का चरित्र तक सब कुछ महज कुर्सी के इर्द-गिर्द सिमट गया है और दलों का फर्क मिट गया है

time-read
10+ minutos  |
October 28, 2024