एक अदम्य क्रांतिकारी
Outlook Hindi|October 14, 2024
येचुरी ने राजनैतिक कार्यकर्ताओं, बौद्धिकों और नेताओं की पीढ़ियों को प्रभावित किया, उनकी विरासत न्यायपूर्ण और समतापूर्ण समाज के संघर्षों को रास्ता दिखाती रहेगी
गौहर रज़ा
एक अदम्य क्रांतिकारी

कामरेड सीताराम येचुरी की सेहत जब 19 अगस्त को बिगड़ी और उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती करवाया गया, तब उनके दोस्तों को पूरा भरोसा था कि वे जल्द ही दुरुस्त‍ होकर मुस्कुराते हुए वापस आ जाएंगे। आखिर, वे एक जुझारू योद्धा थे। हम में से जो लोग भी सीता को जेएनयू के दिनों से जानते हैं, लगातार सभी उनके संपर्क में थे। इसलिए हमें चिंता थी उनके स्वास्‍थ्य की, फिर भी समय बीतने के साथ हमने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा था। सियासी अंधेरे के इस दौर में हम नहीं चाहते थे कि इंडिया ब्लॉक का एक मजबूत स्तंभ हम गंवा दें।

उनसे मेरी पहली मुलाकात सत्तर के दशक की है। उस समय मैं आइआइटी दिल्ली में पढ़ता था और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) की पश्चिमी यूपी इकाई का सचिव हुआ करता था। कामरेड सुनीत चोपड़ा के साथ वे एसएफआइ स्टेट कमेटी की बैठक लेने हमारे यहां आए थे और उन्होंने ‘एसएफआइ के क्रांतिकारी उत्तरदायित्व’ के बारे में बोला था। हम सभी उनकी वैचारिक स्पष्टता से प्रभावित हुए थे- मार्क्सवादी समझदारी, दुनिया भर के छात्र आंदोलनों का ज्ञान, उनका आदर्शवाद और इंकलाबी जज्बा। मुझे अच्छे से याद है कि जब वे बोल रहे थे, तो उनके और कमेटी के सदस्यों के बीच की दूरी लगातार कम होती जा रही थी। वक्तव्य के अंत में वे हमारे दोस्त बन गए, जेएनयू के मार्क्सवादी बुद्धिजीवी नहीं रह गए थे, गोया हमसे वे निजी संवाद कर रहे हों।

अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद हम लोग आइआइटी दिल्ली में एसएफआइ की यूनिट नहीं खोल पाए। इस कारण से आइआइटी में पढ़ने वाले वाम रुझान के कुछ छात्र अकसर ही जेएनयू की बैठकों में जाया करते और वहां एसएफआइ के नेताओं से मिला करते थे।

Esta historia es de la edición October 14, 2024 de Outlook Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

Esta historia es de la edición October 14, 2024 de Outlook Hindi.

Comience su prueba gratuita de Magzter GOLD de 7 días para acceder a miles de historias premium seleccionadas y a más de 9,000 revistas y periódicos.

MÁS HISTORIAS DE OUTLOOK HINDIVer todo
'वाह उस्ताद' बोलिए!
Outlook Hindi

'वाह उस्ताद' बोलिए!

पहला ग्रैमी पुरस्कार उन्हें विश्व प्रसिद्ध संगीतकार मिकी हार्ट के साथ काम करके संगीत अलबम के लिए मिला था। उसके बाद उन्होंने कुल चार ग्रैमी जीते

time-read
4 minutos  |
January 06, 2025
सिने प्रेमियों का महाकुंभ
Outlook Hindi

सिने प्रेमियों का महाकुंभ

विविध संस्कृतियों पर आधारित फिल्मों की शैली और फिल्म निर्माण का सबसे बड़ा उत्सव

time-read
3 minutos  |
January 06, 2025
विश्व चैंपियन गुकेश
Outlook Hindi

विश्व चैंपियन गुकेश

18वें साल में काले-सफेद चौखानों का बादशाह बन जाने वाला युवा

time-read
3 minutos  |
January 06, 2025
सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप
Outlook Hindi

सिनेमा, समाज और राजनीति का बाइस्कोप

भारतीय और विश्व सिनेमा पर विद्यार्थी चटर्जी के किए लेखन का तीन खंडों में छपना गंभीर सिने प्रेमियों के लिए एक संग्रहणीय सौगात

time-read
10 minutos  |
January 06, 2025
रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना
Outlook Hindi

रफी-किशोर का सुरीला दोस्ताना

एक की आवाज में मिठास भरी गहराई थी, तो दूसरे की आवाज में खिलंदड़ापन, पर दोनों की तुलना बेमानी

time-read
5 minutos  |
January 06, 2025
हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान
Outlook Hindi

हरफनमौला गायक, नेकदिल इंसान

मोहम्मद रफी का गायन और जीवन समर्पण, प्यार और अनुशासन की एक अभूतपूर्व कहानी

time-read
5 minutos  |
January 06, 2025
तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे
Outlook Hindi

तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे

रफी जैसा बनने में केवल हुनर काम नहीं आता, मेहनत, समर्पण और शख्सियत भी

time-read
10 minutos  |
January 06, 2025
'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'
Outlook Hindi

'इंसानी भावनाओं को पर्दे पर उतारने में बेजोड़ थे राज साहब'

लव स्टोरी (1981), बेताब (1983), अर्जुन (1985), डकैत (1987), अंजाम (1994), और अर्जुन पंडित (1999) जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए चर्चित राहुल रवैल दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित हो चुके हैं।

time-read
5 minutos  |
January 06, 2025
आधी हकीकत, आधा फसाना
Outlook Hindi

आधी हकीकत, आधा फसाना

राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां

time-read
8 minutos  |
January 06, 2025
संभल की चीखती चुप्पियां
Outlook Hindi

संभल की चीखती चुप्पियां

संभल में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका के बाद हुई सांप्रदायिकता में एक और कड़ी

time-read
6 minutos  |
January 06, 2025