शोक भी, समृद्धि भी
लेकिन उसकी जलधारा यहां की माटी को सिंचित करते हुए उसे समृद्ध भी बनाती है। कोसी नदी का प्रवाह इस भूमि को पवित्र और जीवनदायिनी बनाता है। यहां के लोकगीत, नृत्य और त्योहारों की उमंग इस धरती को जीवंत बनाए रखती है।
कर्ण का मधुवन
यहां का ऐतिहासिक महत्व अत्यंत प्राचीन है। इस क्षेत्र का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ माना जाता है। किंवदंती है कि महाभारत काल में कर्ण इस क्षेत्र के शासक थे। मधेपुरा का नामकरण इसके ऐतिहासिक महत्व को इंगित करता है। यह जिला पहले 'मधुवन' नाम से जाना जाता था, जो बाद में बदलकर मधेपुरा हो गया। उसका ऐतिहासिक विकास मुगलों और अंग्रेजों के शासनकाल के दौरान भी जारी रहा।
संस्कृति की लय
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