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उत्तम बीज की पहचान तथा विशेषताएं
भारत एक कृषि प्रधान देश है। जहां लगभग 70 प्रतिशत लोग खेती करते हैं। जो लोग खेती करते हैं, उन्हें हम अन्नदाता कहते हैं और हर एक किसान की यह इच्छा होती है कि उसकी फसल बहुत अच्छी हो और उसे लाभ की प्राप्ति हो जिससे वह अपनी पूरी लागत निकाल सकें। लेकिन किसान अच्छी फसल तभी प्राप्त कर सकता है, जब हम खेतों में अच्छे बीज डालेंगे और इसके लिए किसानों को अच्छे व बुरे बीज की पहचान होना जरूरी है ताकि वह आसानी से उत्तम बीज को ला सकें और कम लागत में ही बहुत सारा लाभ प्राप्त कर सकें।
हुंडई ने लांच की नई 'औरा'
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने 2020 के लिए अपनी काफी लंबे समय से प्रतीक्षित की जा रही नई 'औरा' को लांच किया है। युवा खपतकारों को ध्यान में रखते हुए पेश की गई हुंडई 'औरा' अपनी श्रेणी में सर्वोत्तम फीजर्च, पावरट्रेन विकल्पों एवं प्रीमियम कैबिन डिज़ाइन के साथ सेडान सैगमैंट को नये मुकाम देगी।
हाई टेक हो जाएगा फसल मूल्यांकन
अगले फसल सीजन से फसल मूल्यांकन हाई-टेक हो जाएगा क्योंकि सरकार ने फसल पैदावार का वास्तविक अनुमान लगाने के लिए बड़े पैमाने पर रिमोट सेसिंग , सैटेलाइट , ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करने की योजना बनाई है ।
हरी सब्जियों में पोषक तत्वों का महत्व
सौरभ सिंह, प्रियंका सिंह, मनीष पांडे, विकास दूबे और प्रदीप पांडे
हरियाणा के पिंजौर में आधुनिक सुविधा युक्त सेब और गुड़गांव में बनेगी फल मंडी
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसान धान व गेहूं की परम्परागत खेती को छोड़कर बागवानी व फूलों की खेती सरकार राज्य में कर अधिक मुनाफा कमाएं । चार - पांच बड़ी मंडियां तैयार करेगी ।
स्वैःरोज़गार की ओर बढ़ाएं कदम
"इस समय सरकारों एवं कृषि विभागों का बहुत जोर लगा हुआ है कि कृषि की आर्थिकता में कैसे सुधार किया जाये? अनगिनत नीतियां बनाई जा रही हैं, जिस कारण कृषि की आर्थिकता में सुधार किया जा सके।"
सूत्रकृमि द्वारा उत्पन्न सब्जियों का मूल गांठ या जड़ गांठ रोग की पहचान व उनका प्रबंधन
अभिषेक कुमार , अमित कुमार यादव , अजय कुमार मिश्रा और गौरव कुमार यादव ' , शोध छात्र पादप रोग विज्ञान विभाग , सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौ . विवि . , मेरठ
सरसों एवं राई की उन्नतशील खेती
सरसों एवं राई के फसलों के लिए शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी वानस्पतिक वृद्धि के लिए मृदा में पर्याप्त नमी की आवश्यकता पड़ती है और पकते समय सूखे मौसम की आवश्यकता होती है।
सरकार ने मटर के लिए बनाई नई आयात नीति
अब देश में मटर आयात करना महंगा होगा । सरकार ने मटर का फ्लोर प्राइस तय कर दिया है । फ्लोर प्राइस का मतलब यह है कि कारोबारी एक निश्चित कीमत से नीचे दाम पर मटर का आयात नहीं कर सकेंगे ।
सरकार की ओर से बनाये जाएंगे अस्थायी भंडारण केन्द्र
अनाज पर बारिश और खराब मौसम का असर पड़ने का जोखिम रहता है। नई फसल आने वाली है और नई 'कैप' भी बन रहे हैं। ऐसे में ज्यादा गेहूं 'कैप' में रखा जा सकता है।
समन्वित कृषि प्रणाली को अपनाने वाले ओमप्रकाश चौधरी
वर्तमान में भारत जैसे कृषि प्रधान देश की कृषि पृष्ठभूमि से जुड़ा हर व्यक्ति 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है ।
सब्जियों की नर्सरी की स्थापना कैसे करें?
नर्सरी एक ऐसा स्थान है जहां रोपाई से पहले पौध ( अंकुर ) उगाए जाते हैं । आमतौर पर सब्जियों को उगाने और रोपाई बढ़ाने के लिए होते हैं । इसलिए बीज की आधार पर है जिसके गुणवत्ता बहुत महत्वपूर्ण सब्जी का बीज बोया जाता है ।
शहद के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात निरीक्षण
देश से खासकर के सरसों फूल से बने शहद का निर्यात किया जाता है जिसकी विदेशों में भारी मांग है । उन्होंने बताया कि अजवाइन , लीची , युकिलिप्टस , जामुन व अन्य फूलों से बने शहद की घरेलू स्तर पर ही खपत हो जाती है ।
शक्तिमान रक्षक 400 बूम स्प्रेयर
स्प्रे के लिए मज़दूरों की कमी से छुटकारा पाने के लिए ट्रैक्टर माऊंटड शक्तिमान 400 बूम स्प्रेयर एक बहुत बढ़िया विकल्प है । यह बूम स्प्रेयर आधुनिक टैक्नॉलोजी युक्त किसानों के स्प्रे संबंधी प्रत्येक जरुरत को पूरा करता है । स्प्रे कार्यकारी को बढ़ाने के साथ-साथ किसानों के समय एवं पैसे की बचत करता है ।
विभिन्न अवस्थाओं में डेयरी पशुओं का पोषण एवं प्रबंधन
भारत आज अन्य देशों की तुलना में पशुओं की अधिकतम आबादी और दूध के अधिकतम उत्पादन के लिए जाना जाता है। बढ़ती आबादी के कारण चारागाह भूमि की कमी पशुपालकों के लिए गंभीर समस्या उत्पन्न कर रही है। इसके परिणामस्वरूप डेयरी पशुओं से अधिकतम उत्पादन प्राप्त करना एक बड़ी चुनौती है
रबी फसल में खरपतवार प्रबंधन
सुधाकर सिंह , राघवेंद्र सिंह , शोध छात्र , सस्य विज्ञान , आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि . , कुमारगंज , अयोध्या
रबी दलहनों में संतुलित उर्वरक प्रयोग जरूरी
हरियाणा में रबी दलहनों में क्षेत्रफल व औसत उपज बहुत कम है । इसका एक मुख्य कारण है - भूमि का चुनाव सहीन होना व उर्वरकों का प्रयोग न के बराबर होना ।
मृदा विज्ञानी ह्यूग हैमन बेनेट
मृदा के होने वाले प्रयोगों के लिए बेनेट द्वारा स्थानों का निर्धारण किया गया था । भिन्न - भिन्न स्थानों एवं फसलों पर मृदा के कटाव पर होने वाले प्रयोगों के लिए अनुसंधानकर्ताओं के ग्रुपों को इन प्रयोगों में शामिल किया गया ।
भूमि के बिगड़ रहे स्वास्थ्य में कैसे हो सुधार ?
फसलों से अधिक उत्पादन लेने के लिए एवं भूमि की उपजाऊ शक्ति को सदीवी बरकरार रखने के लिए रासायनिक खादों के साथ - साथ जैविक खादों का प्रयोग भी आवश्यक है । भूमि की उपजाऊ शक्ति को बनाये रखने के लिए देसी खादों का बहुत महत्व है ।
बिना आग लगाये बोई गेहूं की स्थिति पर चुनौतियां
हैपी सीडर या सुपर सीटर नाम की मशीन से संभव हुआ है । इन मशीनों को देखकर महसूस हो रहा है कि शायद पुआल की समस्या दूर हो चुकी है क्योंकि धान की कटाई के बाद एक मशीन से ही बड़ी आसानी से धान के अवशेष को बिना आग लगाये गेहूं की बिजाई हो जाती है ।
बायोचार का कृषि के क्षेत्र में लाभदायक उपयोग
बायोचार शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है बायो फर्टिलाइजर और चारकोल । बायो फर्टिलाइज़र का मतलब ऐसे सूक्ष्म जीवों से है जो पौधों को प्राकृतिक रूप से पोषक तत्व प्रदान कराते हैं और चारकोल का अर्थ लकड़ी का कोयला है । इस प्रकार बायो फर्टिलाइजर का पहले दो अक्षर व चारकोल के पहले दो अक्षर से मिलकर बना है बायोचार ।
बदलते जलवायु का कृषि पर प्रभाव व उसका नियोजन
अजित सिंह, संदीप रावल, अनिल कुमार, गोविंद प्रसाद और एन. के. गोयल
फूड लेबलिंग के नियम-कायदे और फायदे?
भारत में खाने पीने की चीजों के विज्ञापन और लेबलिंग से जुड़े नियम कायदों में कई खामियां हैं । नामी फूड ब्रांड भी इन कमियों का फायदा उठाकर लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने में पीछे नहीं रहते । इसलिए खाद्य नियामक लेबलिंग नियमों की समीक्षा करने पर विचार कर रहा है ।
फसल व पौधे का पाले से बचाव हेतु प्रबंधन
डॉ. राम प्रताप सिंह एवं डॉ. आर. एस. सिंह, सहायक प्राध्यापक शस्य विज्ञान विभाग, आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रो. विवि. कुमारगंज, अयोध्या (उ. प्र.)
प्रसिद्ध अनुसंधान विज्ञानी जीत सिंह संधू
प्रोफैशर जीत सिंह संधू प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और अनुसंधान प्रबंधक, 'कुलपति, श्री करण नरेन्द्र एग्रीकल्चर युनिवर्सिटी इंचार्ज, जोबनेर' के रूप में नियुकत किए गए हैं । 1 अगस्त 1955 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में जन्में डॉ . संधू ने 1978 में राजस्थान विश्वविद्यालय , जयपुर से स्नातक किया और 1982 में मास्टर और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की । गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय , पंतनगर से पादप प्रजनन में 1985 में डिग्री प्राप्त की ।
प्रसंस्करण हेतु आलू के विभिन्न भागों का जैव-रासायनिक मूल्यांकन
बंदना, विनीत शर्मा, मनोज कुमार , ब्रजेश सिंह ,केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान परिसर , मोदीपुरम , मेरठ ( उ . केन्द्रीय आलू अनुसंधान संस्थान परिसर , मोदीपुरम , मेरठ ( उ . प्र . ) केन्द्रीय आलु अनुसंधान संस्थान , शिमला ( हि . प्र . )
प्रकृति को संवारने में लगी प्रिया दत्त और रेनु वाध्वा
पर्यावरण संरक्षण का ऐसा कार्य हो , जिसके साथ - साथ धर्म और सांस्कृति का भी संरक्षण हो धरती पर ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके । जिससे मानव जाति में शारीरिक और मानसिक अक्षमताएं दूर हो सकें और जहरीली दवाइयों से मुक्ति मिल सके ।
पौधों के लिए जरूरी पोषक तत्व
पौधों की वृद्धि के लिए सत्रह तत्वों को आवश्यक माना जाता है । वे हैं : कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फास्फोर्स, पोटाशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर, लोहा, मैंगनीज, जस्ता, तांबा, बोरान, मोलिब्डेनम, क्लोरीन और निकल ।
पीएम किसान निधि योजना कैसे जानें अपना स्टेटस ?
हमारे देश में किसानों के हाल बहुत ज्यादा अच्छे नहीं हैं और वो अकसर कभी बारिश तो कभी सूखे के कारण परेशान रहते हैं । इन हालातों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का प्रारंभ किया गया था ।
पी सी 6 : अफरीकन सरसों कंबाईन से कटाई के लिए उपयुक्त
खाद्य तेल वसा का तथा दालें प्रोटीन का प्रमुख स्रोत हैं जिनका सेवन मनुष्य की शारीरिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक है। इसके अतिरिक्त इनमें कई प्रकार के विटामिन , मिनरल (खनिज) , एंटी आक्सीडेंट आदि तत्व पाये जाते हैं ।