CATEGORIES
Categories
बफर जोन की जंग
सर्वोच्च न्यायालय के देश के संरक्षित वनों के लिए एक किलोमीटर के बफर जोन बनाने पर 3 जून के फैसले के खिलाफ फिर से केरल में सार्वजनिक विरोध शुरू हो गया है.
पुरवैया का झोंका
भारतीय राजनीति, राजकाज और कई दूसरे विषयों पर माथापच्ची करते हुए विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख लोगों ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022 को जीवंत बहसों और चर्चाओं का अड्डा बना दिया
ड्रोन का दम
डीआरडीओ ने एक प्रोटोटाइप लड़ाकू ड्रोन स्विफ्ट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है और इसी के आधार पर मानवरहित लड़ाकू हवाई वाहन 'घातक' को विकसित किया जाएगा
गिरती सेहत
कमजोर मुद्रा जरूरी नहीं कि कमजोर अर्थव्यवस्था की झलक हो, पर वह उसमें निहित उन मुद्दों की तरफ तो इशारा करती ही है जिन्हें दुरुस्त नहीं किया गया तो नुक्सान हो सकता है.
कुछ खास हैं मिथिला के आम
बिहार के मिथिलांचल के एक इलाके में आम महोत्सव के जरिये लोगों ने दिखाया कि उनके यहां कई किस्म के आम पाए जाते हैं
साइकिल की मुश्किल होती राह
समाजवादी पार्टी (सपा) अपने दो सबसे मजबूत गढ़ आजमगढ़ और रामपुर के लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पटखनी देकर उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में मिली हार के जख्म पर मरहम लगाने का सपना संजोए हुए थी.
होड़ में हांफती, पिछड़ती हिंदी
लोक सेवा परीक्षा में हिंदी माध्यम के सफल उम्मीदवारों की संख्या साल दर-साल घटती जा रही है, आखिर क्या हैं इसकी वजहें
सबसे बड़े फ्रॉड भाइयों की कहानी
वधावन भाइयों की ओर से संचालित डीएचएफएल के जरिये 17 भारतीय बैंकों के साथ कथित तौर पर 34,615 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई. यह भारतीय बैंकों से भारी धोखाधड़ी की फेहरिस्त का एक और काला अध्याय है
महा तख्तापलट
कैसे एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की गद्दी छीनी, और महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के नाते क्या हैं चुनौतियां
बूस्टर क्यों है जरूरी
ओमिक्रॉन के एक वेरिएंट से कोविड संक्रमण में इजाफा, लेकिन करोड़ों लोगों ने बूस्टर टीका लगवाने से परहेज किया, जबकि विशेषज्ञों के मुताबिक, यही बेहतर विकल्प
बाढ़ और बारिश ने मंचाई तबाही
इस बार असम में आई बाढ़ ऐसी है जिसने लोगों को सालों पहले की ऐसी ही भयानक आपदा की याद दिला दी, लेकिन इस दौरान हर मोर्चे पर राहत के उपाय नाकाफी दिख रहे हैं
कट्टरपंथी मान के उदय का क्या है राज
पंजाब/ उपचुनाव
खून से सनी झील की नगरी
उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस संगीन वारदात ने न केवल नफरत के बढ़ते काले साये को उजागर किया है, बल्कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी को भी बेपरदा कर दिया
...और खामोश हो रहे करघे
पश्मीना शॉल से लेकर कालीन तक कश्मीर के दस्तकारी ग्लोबल ब्रांड हैं, पर सस्ते उत्पादों की बाढ़ और कम मेहनताने की वजह से कई उस्ताद दस्तकार परंपरागत पेशे को तिलांजलि देने को मजबूर
'रिएलिटी शो में रट्टू तोते आते हैं'
अपने परिवार, समाज और रिएलिटी शो के बारे में लोकप्रिय सिंगर सोना मोहपात्रा की बेलौस और बेबाक राय
सीखने की कला
रेगुलर फीडबैक के सिस्टम की मदद से हिंदू कॉलेज रखता है अपने छात्रों की जरूरतों पर निगाह और देता है उन्हें सामान्य पाठ्यक्रम से आगे का तजुर्बा
सड़कें बन गईं पर उद्योग नदारद क्यों
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि बिहार की सड़कों को 2024 तक अमेरिका जैसा बना दिया जाएगा, लेकिन इस दावे के बीच बिहार की सही तस्वीर क्या है
सीयूईटी: इम्तहान सीखे-पढ़े का
भारत के बेस्ट कॉलेज 2022
लौटे कैंपस वाले दिन
दूसरी अन्य चीजों की तरह, कोविड ने शिक्षा को हमेशा के लिए बदल दिया. आप इस नए भविष्य की तैयारी कैसे करते हैं?
राह में बिछे हैं अंगारे ही अंगारे
अग्निपथ भर्ती योजना हिम्मत और बहादुरी भरा विचार है, जिसका वक्त आन पड़ा है, इससे हमारी सेना अधिक जवान दिखेगी और उसकी चर्बी छंटेगी, लेकिन उसके खिलाफ भड़का गुस्सा मोदी सरकार के लिए चेतावनी कि कामयाबी सबकी चिंताएं दूर करने से ही मिलेगी
मजबूत बुनियाद
सीखने-सिखाने के विकसित होते तरीकों ने आइआइटी रुड़की के डीएपी को सफल बनाया
नवाचार के लिए तैयार
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली अनुसंधान व विकास और साथ ही स्टार्ट-अप संस्कृति का केंद्र है
पत्रकारिता का पालना
मीडिया में बदलावों के लिहाज से खुद को तैयार रखना, वह मुख्य वजह है जिसके चलते मीडिया संस्थानों में आइआइएमसी के छात्रों की मांग रहती है
डॉक्टरी का माकूल नुस्खा
न तो महामारी, न ही लॉकडाउन इस संस्थान को अपने बुनियादी सिद्धांतों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता से डिगा पाए
'शीतकालीन सत्र नए संसद भवन में होगा'
बातचीत - ओम बिरला
मंदिरों से जगती नई सियासी उम्मीद
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का दूसरा कार्यकाल हाल में ही शुरू हुआ है, लेकिन उन्होंने अगले पांच साल के लिए हिंदुत्व का एजेंडा तय कर लिया से बहुत दूर भी है. उनका यह एजेंडा उस मुद्दे से नहीं है जिसकी पैरोकारी उनकी भारतीय जनता पार्टी पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय स्तर पर करती रही है. सावंत उन मंदिरों को पुनर्स्थापित करने का अभियान शुरू कर रहे हैं जिन्हें यूरोपीय उपनिवेशवादियों ने अपने 450 साल के शासनकाल में कथित रूप से ध्वस्त किया था. हालांकि, गोवा में इस अभियान में मुगलों के बजाए पुर्तगाली निशाने पर होंगे.
मंडल 2.0 का आगाज?
बिहार में शुरू की गई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जातिगत गणना की कवायद भविष्य की राजनीति और समाज पर बड़े असर डाल सकती है
संगरूर में कट्टर मुकाबले की बनती हवा
चार महीने के भीतर पंजाब की दो युवा हस्तियों अभिनेता- एक्टिविस्ट दीप सिद्धू और गायक शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला-की असामयिक मौत और उसके बाद उठा भावनाओं का ज्वार 23 जून को संगरूर में होने वाले लोकसभा उपचुनाव को प्रभावित कर सकता है.
टहाने की राजनीति
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली सरीखे राज्यों में मकानों पर बुलडोजर चलाकर हिंसक प्रदर्शनों के 'मुजरिमों' और 'सरगनाओं' के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है. बिल्डिंग कानूनों की आड़ में और राज्य पुलिस की मदद से किए जा रहे ये विध्वंस कितने कानूनी हैं?
समय ही धन है
धन का मोल भविष्य के मुकाबले आज ज्यादा है क्योंकि इंतजार करने की एक अवसर लागत होती है