भला कौन नहीं चाहता कि वह आर्थिक रूप से आजाद हो ? पैसे के मामले में कोई भी दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहता. लेकिन इसका खराब पहलू यह है कि आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनना कई तथ्यों और जीवन की परिस्थितियों पर निर्भर करता है. वित्तीय आजादी रातोरात नहीं मिल जाती; आपको इस आजादी के रास्ते पर चलना होता है, और जितना जल्दी आप अपने इरादे का ऐलान कर देंगे, उसे हासिल करने की संभावनाएं उतनी ही बढ़ जाएंगी. देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोहों के अवसर पर आप अपनी वित्तीय आजादी की घोषणा कर दीजिए.
जिन लोगों को यह नहीं मालूम है उन्हें बता दें कि वित्तीय आजादी का मतलब है, आजीविका के लिए काम किए बिना जरूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त आय जुटा लेना. इसका आधार यह है कि अगर आप आर्थिक रूप से आजाद हैं, तो आपकी संपत्ति बाकी जिंदगीभर के खर्च के लिए पर्याप्त पैसिव इनकम (बिना काम किए आय) उपलब्ध कराएगी. इसे यूं भी समझ सकते हैं: कोई व्यक्ति जो आर्थिक रूप से स्वतंत्र है वह अपनी वित्तीय जरूरतें पूरी करने के लिए दूसरों या किसी रोजगार पर निर्भर नहीं है. वे अपनी संपत्ति और इससे होने वाली आय से गुजारा कर सकते हैं.
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