यहां आप एक हाइ नेट व के साथ 'स्पीड डेटिंग' के लिए आते हैं. आपको यहां 'पूंजीवादी दमनकारी' और 'कम्युनिस्ट षड्यंत्रकारी' समान भाव से मिलते हैं. आप यहां आकर पाते हैं कि एक फीसद - या 0.1% - लोग दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने का वादा कर रहे हैं... स्विट्जरलैंड के इस खूबसूरत शहर के वार्षिक शिखर सम्मेलन को बरसों से कई तरह से बयान किया जाता रहा है.
मेरी राय में यह 'विचारों की मदमस्त करने वाली पार्टी' होती है. यह ऐसी जगह है जहां वर्ग, मुद्दे, उम्र, हायरआर्की, यहां तक कि इस बात की भी परवाह किए बिना विचार रखे जाते हैं कि वे व्यावहारिक हैं या नहीं. पेश हैं 12 ऐसे विचार जो इस साल दावोस की अपनी यात्रा के दौरान मुझे आकर्षक लगे.
1 लॉटरी के जरिए सरकार
दुनियाभर में चुनाव वाली सियासी व्यवस्थाएं नाकाम होती लग रही हैं, ऐसे में लॉटरी के जरिए सरकार चुनने का विचार अब आकर्षक लगने लगा है. चुनी हुई सरकारें संस्थाओं को खोखला करके लोकतंत्र की आतंरिक परत को कमजोर कर सकती हैं. लॉटरी के जरिए एक तय समय के लिए चुनी हुई सरकार कोई कुलीन और झगड़ालू माहौल बनाए बिना कारगर सरकारें बनाने का तरीका हो सकता है. तय कार्यकाल की वजह से ऐसी सरकारें खुद को बचाए रखने के मुकाबले शासन पर ज्यादा ध्यान देंगी.
2 नया मौलिक अधिकारः मस्तिष्क की निजता का अधिकार
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परदेस में परचम
भारतीय अकादमिकों और अन्य पेशेवरों का पश्चिम की ओर सतत पलायन अब अपने आठवें दशक में है. पहले की वे पीढ़ियां अमेरिकी सपना साकार होने भर से ही संतुष्ट हो ती थीं या समृद्ध यूरोप में थोड़े पांव जमाने का दावा करती थीं.
भारत का विशाल कला मंच
सांफ्ट पावर से लेकर हार्ड कैश, हाई डिजाइन से लेकर हाई फाइनेंस आदि के संदर्भ में बात करें तो दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत की शीर्ष स्तर की कला हस्तियां भी भौतिक सफलता और अपनी कल्पनाओं को परवान चढ़ाने के बीच एक द्वंद्व को जीती रहती हैं.
सपनों के सौदागर
हम ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां मनोरंजन से हौवा खड़ा हो है और उसी से राहत भी मिलती है.
पासा पलटने वाले महारथी
दरअसल, जिंदगी की तरह खेल में भी उतारचढ़ाव का दौर चलता रहता है.
गुरु और गाइड
अल्फाज, बुद्धिचातुर्य और हास्यबोध उनके धंधे के औजार हैं और सोशल मीडिया उनका विश्वव्यापी मंच.
निडर नवाचारी
खासी उथल-पुथल मचा देने वाली गतिविधियों से भरपूर भारतीय उद्यमिता के क्षेत्र में कुछ नया करने वालों की नई पौध कारोबार, टेक्नोलॉजी और सामाजिक असर पैदा करने के नियम नए सिरे से लिख रही है.
अलहदा और असाधारण शख्सियतें
किसी सर्जन के चीरा लगाने वाली ब्लेड की सटीकता उसके पेशेवर कौशल की पहचान होती है.
अपने-अपने आसमान के ध्रुवतारे
महानता के दो रूप हैं. एक वे जो अपने पेशे के दिग्गजों के मुकाबले कहीं ज्यादा चमक और ताकत हासिल कर लेते हैं.
बोर्डरूम के बादशाह
ढर्रा-तोड़ो या फिर अपना ढर्रा तोड़े जाने के लिए तैयार रहो. यह आज के कारोबार में चौतरफा स्वीकृत सिद्धांत है. प्रतिस्पर्धा से प्रेरित होकर भारत के सबसे ताकतवर कारोबारी अगुआ अपने साम्राज्यों को मजबूत कर रहे हैं. इसके लिए वे नए मोर्चे तलाश रहे हैं, गति और पैमाने के लिए आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस सरीखे उथल-पुथल मचा देने वाले टूल्स का प्रयोग कर रहे हैं और प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए नवाचार बढ़ा रहे हैं.
देश के फौलादी कवच
लबे वक्त से माना जाता रहा है कि प्रतिष्ठित शख्सियतें बड़े बदलाव की बातें करते हुए सियासी मैदान में लंबे-लंबे डग भरती हैं, वहीं किसी का काम अगर टिकता है तो वह अफसरशाही है.