फिर से चुनावों में उतरने को तैयार अशोक गहलोत और शिवराज सिंह चौहान ने लोकलुभावन जन कल्याण योजनाओं का चारा डालने के मामले में फिजूलखर्ची की हद ही पार कर दी. फिर भले ही गहलोत ने अपनी तीसरी पारी के आखिरी बजट में अनुमानित राजकोषीय घाटा निर्धारित 4 फीसद के नीचे 3.98 फीसद रखने में कामयाबी पा ली हो या चौहान इस आंकड़े को अपने बजट से पहले ही 4.56 फीसद पर रखकर किस्मत आजमा रहे हों. इसी तरह केरल में पिनाराई विजयन की वाममोर्चा सरकार एक संपन्न राज्य को खराब वित्तीय स्थिति में धकेल देने की आलोचना से जूझ रही है. अगले छह पन्नों में ये तीन केस स्टडी हाल की ऐसी घटनाओं का खाका खींचती हैं जिनमें मुस्तकबिल के कई जरूरी सवाल छिपे हैं.
मध्य प्रदेश
सरकारी तोहफों की बरसात
मध्य प्रदेश में सरकारी तोहफे बरस रहे हैं और इसमें कोई अचरज भी नहीं होना चाहिए क्योंकि यहां विधानसभा चुनाव बमुश्किल नौ महीने दूर हैं. जमीन, मकान, नगदी... सब कुछ मिल रहा है. घोषणाएं पूरी करने में आने वाली वित्तीय लागतों की चिंता किए बगैर राजनीतिक दल मुफ्त लाभों की घोषणाएं करने की होड़ में हैं क्योंकि अधिकांश आबादी लाभार्थी है, उसे इन स्थितियों से शिकायत नहीं. लेकिन ईमानदार करदाता, जो लाभार्थी नहीं हैं, इससे चिंतित हैं. उन्हें पता है कि सत्ता में रहने की होड़ में हो रही इन घोषणाओं का बोझ अंततः उन पर ही पड़ेगा.
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हरित ऊर्जा की तरफ कूच
जीवाश्म ईंधन से सोलर सेल तक भारत की ऊर्जा क्रांति रोमांचकारी है, मगर क्या इसकी मौजूदा रफ्तार कायम रखी जा सकती है? नीति निर्माता, उद्योग के अगुआ और विशेषज्ञ बता रहे हैं अपना-अपना नजरिया और चिंताएं
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हिंदी माध्यम में सिविल सेवा तैयारी के सबसे बड़े केंद्र दिल्ली के मुखर्जी नगर के कोचिंग संस्थानों के सामने अस्तित्व का संकट
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देश में बढ़ते जेवरात बाजार के मद्देनजर बड़े कॉर्पोरेट घराने हिस्सेदारी ने की होड़ में उपभोक्ताओं की खातिर खांटी माल और आकर्षक डिजाइन लेकर हाजिर
अवधपुरी में धांधली की गहराती धमक
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दो साल से बिहार में चल रहा जन सुराज अभियान गांधी जयंती के दिन पार्टी की शक्ल लेने जा रहा. पहली बार कोई पार्टी रिसर्च, स्ट्रैटजी और पेशेवर प्रबंधनों से बन रही. कहीं न कहीं इसके पीछे पैसों की ताकत भी है. प्रशांत किशोर का मानना है कि बिहार में सफल रहने पर इस प्रयोग को देश के दूसरे इलाकों में भी आजमाया जाएगा
केजरीवाल ने चल दिया तुरुप का इक्का
जमानत पर जेल से बाहर आते ही आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर विरोधियों को चौंका दिया
वादे, इरादे और खतरे
मायूसी लंबे वक्त से जम्मू और कश्मीर के स्वभाव में रच-बस गई थी, वहीं यह विधानसभा चुनाव राज्य में उम्मीद की सरगर्मियां लेकर आया है. आठ प्रमुख सियासतदानों ने ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा से अपनी नाइत्तेफाकी और आकांक्षाओं के बारे में बात की
कितना कुछ दांव पर
दस साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा की अब राज्य में वर्चस्व हासिल करने की चाहेत. दूसरी ओर घाटी के नेता अपनी पहचान और स्वायत्तता वापस पाने की लड़ाई लड़ रहे