पिछले सीजन में देश में बीघों तक फैली सियासी जमीन में जो कुछ बोया गया, उसे देखते हुए कोई भी यही उम्मीद करेगा कि अब तक तो मंडल की फसल खेतों में लहलहाने लगी होगी और मतदान के समय कटाई के लिए पूरी तरह तैयार होगी. लेकिन इस महीने जिन चार बड़े राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, उनमें कोई भी जाति को मुख्य नकदी फसल के तौर पर नहीं देख रहा. तो और क्या हो सकता है? अगर आपने पार्टी की ढिंढोरा पीटती तमाम घोषणाओं पर ध्यान नहीं दिया है तो 29 अक्तूबर को सुबह-सुबह फिजाओं में तैरने लगीं तस्वीरों से चुनावी परिदृश्य का अंदाजा लगा सकते हैं. इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पास कटिया गांव में कमर तक ऊंची धान की फसल के बीच देखा जा सकता था. हाथ में हंसिया लिए और सिर पर किसानों जैसा साफा बांधे वे फसल काटने में व्यस्त मजदूरों के साथ हल्के-फुल्के अंदाज में बतियाते नजर आए. खेतों से ऐसी खुशगवार और ताजातरीन तस्वीरें देखते ही देखते उनके सोशल मीडिया टाइमलाइन पर छा गईं. इन सारी तस्वीरों और छत्तीसगढ़ी आकर्षण से असल में एक गूढ़ सच्चाई बयान होती है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता रहा है, वह यह कि भारत में सबसे बड़ी जाति अभी भी किसान ही है.
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हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी
फिल्मकार पायल कपाडिया इन दिनों एक अलग ही रंगत में हैं. वजह है उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट और उन्हें मिल रही विश्व प्रसिद्धि. उनका सफर एक बड़े सिनेमाई मुकाम पर जा पहुंचा है. अब यहां से इस जुनूनी आर्टिस्ट का करियर एक नई उड़ान लेने को तैयार
रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते
पिछले महीने 86 वर्ष की उम्र में दिवंगत हुए रतन टाटा. भारत की सबसे पुरानी विशाल कंपनी के चेहरे रतन को हम में से ज्यादातर लोगों ने जब भी याद किया, वे एक सुविख्यात सार्वजनिक शख्सियत और दूसरी ओर एक रहस्यमय पहेली के रूप में नजर आए.
विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं
अब शासन का माझी मंत्र
मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे
कुछ न कर पाने की कसक
कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.
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गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.