आधा देश जद में
Outlook Hindi|November 25, 2024
पचास सीटों पर विधानसभा और संसदीय उपचुनाव केंद्र की सत्ताधारी पार्टी और विपक्षी दलों की बेचैनी के कारण आम चुनाव जितने अहम
अभिषेक श्रीवास्तव, अनूप दत्ता
आधा देश जद में

उपचुनाव इस देश में आम तौर से बड़ी शांति से निपट जाते थे। मतदान की तारीख आखिरी मौके पर बदलना या किसी एक सीट के उपचुनाव को टाल देना चुनाव आयोग के चलन का हिस्‍सा कभी नहीं रहा, लेकिन 2024 के आम चुनाव के बाद यह परिपाटी बदल गई सी लगती है। जब मतदान में महज हफ्ते भर का वक्‍त बच रहा था, चुनाव आयोग ने अप्रत्याशित रूप से तीन राज्‍यों के चुनाव की तारीख 4 नवंबर को अचानक बदल दी। कुल 15 राज्‍यों की 48 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर नवंबर की 13 तारीख को होने वाले उपचुनावों की घोषणा जब 15 अक्‍टूबर को की गई थी, तब उत्तर प्रदेश की सूची में अयोध्‍या की मिल्‍कीपुर सीट का नाम नदारद पाकर पहले तो अच्‍छा-खासा हंगामा कटा।

उक्‍त चुनावी अधिसूचना में केवल दो सीटें तारीख के मामले में अपवाद थीं - महाराष्‍ट्र की नांदेड़ संसदीय सीट और केदारनाथ की विधानसभा सीट - जहां 20 नवंबर को मतदान तय था। अब पंजाब की चार, केरल की एक और यूपी की नौ सीटों पर (कुल 14) भी मतदान की तारीख 20 नवंबर ही कर दी गई है, तो चर्चा आम है कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी जुगत से उपचुनावों में आम चुनाव का बदला लेने की फिराक में है।  

यूपी: मैदान में योगी

खासकर उत्तर प्रदेश, जहां भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्‍यादा नुकसान आम चुनाव में उठाना पड़ा और पार्टी अयोध्‍या की सीट हार गई, वहां मामला नाक का बन चुका था। इसीलिए पहले मिल्‍कीपुर की सीट पर अदालती मुकदमे का हवाला देकर चुनाव टाला गया, फिर कार्तिक पूर्णिमा के नाम पर तारीख ही बदल दी गई। पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए एक्‍स पर लिखा, ‘‘दरअसल बात यह है कि उप्र में ‘महा-बेरोजगारी’ की वजह से जो लोग पूरे देश में काम-रोजगार के लिए जाते हैं, वो दिवाली और छठ की छुट्टी लेकर उप्र आए हुए हैं और उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए वोट डालने वाले थे। जैसे ही भाजपा को इसकी भनक लगी, उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया, जिससे लोगों की छुट्टी खत्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं। ये भाजपा की पुरानी चाल हैः हारेंगे तो टालेंगे।’’

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM OUTLOOK HINDIView all
गांधी पर आरोपों के बहाने
Outlook Hindi

गांधी पर आरोपों के बहाने

गांधी की हत्या के 76 साल बाद भी जिस तरह उन पर गोली दागने का जुनून जारी है, उस वक्त में इस किताब की बहुत जरूरत है। कुछ लोगों के लिए गांधी कितने असहनीय हैं कि वे उनकी तस्वीर पर ही गोली दागते रहते हैं?

time-read
3 mins  |
January 20, 2025
जिंदगी संजोने की अकथ कथा
Outlook Hindi

जिंदगी संजोने की अकथ कथा

पायल कपाड़िया की फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट परदे पर नुमाया एक संवेदनशील कविता

time-read
4 mins  |
January 20, 2025
अश्विन की 'कैरम' बॉल
Outlook Hindi

अश्विन की 'कैरम' बॉल

लगन और मेहनत से महान बना खिलाड़ी, जो भारतीय क्रिकेट में अलग मुकाम बनाने में सफल हुआ

time-read
4 mins  |
January 20, 2025
जिसने प्रतिभाओं के बैराज खोल दिए
Outlook Hindi

जिसने प्रतिभाओं के बैराज खोल दिए

बेनेगल ने अंकुर के साथ समानांतर सिनेमा और शबाना, स्मिता पाटील, नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, गिरीश कार्नाड, कुलभूषण खरबंदा और अनंतनाग जैसे कलाकारों और गोविंद निहलाणी जैसे फिल्मकारों की आमद हिंदी सिनेमा की परिभाषा और दुनिया ही बदल दी

time-read
3 mins  |
January 20, 2025
सुविधा पचीसी
Outlook Hindi

सुविधा पचीसी

नई सदी के पहले 25 बरस में 25 नई चीजें, जिन्होंने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पूरी तरह से बदल डाली

time-read
10+ mins  |
January 20, 2025
पहली चौथाई के अंधेरे
Outlook Hindi

पहली चौथाई के अंधेरे

सांस्कृतिक रूप से ठहरे रूप से ठहरे हुए भारतीय समाज को ढाई दशक में राजनीति और पूंजी ने कैसे बदल डाला

time-read
10+ mins  |
January 20, 2025
लोकतंत्र में घटता लोक
Outlook Hindi

लोकतंत्र में घटता लोक

कल्याणकारी राज्य के अधिकार केंद्रित राजनीति से होते हुए अब डिलिवरी या लाभार्थी राजनीति तक ढाई दशक का सियासी सफर

time-read
5 mins  |
January 20, 2025
नई लीक के सूत्रधार
Outlook Hindi

नई लीक के सूत्रधार

इतिहास मेरे काम का मूल्यांकन उदारता से करेगा। बतौर प्रधानमंत्री अपनी आखिरी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस (3 जनवरी, 2014) में मनमोहन सिंह का वह एकदम शांत-सा जवाब बेहद मुखर था।

time-read
4 mins  |
January 20, 2025
दो न्यायिक खानदानों की नजीर
Outlook Hindi

दो न्यायिक खानदानों की नजीर

खन्ना और चंद्रचूड़ खानदान के विरोधाभासी योगदान से फिसलनों और प्रतिबद्धताओं का अंदाजा

time-read
5 mins  |
January 20, 2025
एमएसपी के लिए मौत से जंग
Outlook Hindi

एमएसपी के लिए मौत से जंग

किसान नेता दल्लेवाल का आमरण अनशन जारी लेकिन केंद्र सरकार पर असर नहीं

time-read
3 mins  |
January 20, 2025