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व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक पोस्ट के लिए एडमिन जिम्मेदार नहीं
वाट्सएप ग्रुप में किसी सदस्य की आपत्तिजनक पोस्ट के लिए एडमिन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकेगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि इसके लिए एडमिन के खिलाफ आपराधिक मुकदमा नहीं चलाया जा सकेगा। वाट्सएप ग्रुप चलाने वाले एडमिन के लिए राहत की खबर है। ग्रुप में किसी सदस्य की आपत्तिजनक पोस्ट के लिए अब एडमिन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकेगा। इतना ही नहीं अब वाट्सएप ग्रुप एडमिन के खिलाफ आपराधिक मुकदमा भी नहीं चलाया जा सकेगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा है कि व्हाट्सएप ग्रुप में अन्य सदस्यों की आपत्तिजनक पोस्ट के लिए ग्रुप एडमिन को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने 33 वर्षीय व्यक्ति के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले को खारिज कर दिया।
दो मुक्तिधाम में नए शवदाह गृह का निर्माण
इंदौर नगर निगम के द्वारा बिना किसी शोरशराबे के खामोशी के साथ दो मुक्तिधाम में नए शवदाह गृह का निर्माण किया गया है। इन दिनों शहर में हर दिन मौत ही इतनी हो रही है कि शव के क्रिया कर्म के नए स्थान बनाना जरूरी हो गया।
मनीष सिंह vs पूर्णिमा गडरिया
कलेक्टर मनीष सिंह की ओर से स्वास्थ्य विभाग में जिला स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया को हमेशा एक अच्छी और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में प्रोत्साहित किया जाता रहा है। इसके साथ ही गडरिया भी हमेशा उत्साह के साथ कलेक्टर के आदेशों का पालन कर अपनी भूमिका का निर्वहन करती रही हैं। ऐसे में जब इन दोनों अधिकारियों के बीच में विवाद की लकीर इस तरह से खिंचा गई कि स्वास्थ्य विभाग के सारे अधिकारी हड़ताल पर जाने को आमदा हो गए तो जानने वालों को बात हजम नहीं हुई। वह यह सोच कर परेशान थे कि आखिर इस विवाद की जड़ क्या है? जब इस सिलसिले में खोजबीन की गई तो स्पष्ट हुआ कि सारे शहर में मारामारी का केंद्र बना रेमडेसीविर इंजेक्शन इस विवाद की जड़ में समाया हुआ है। इसके साथ में है स्वास्थ्य विभाग में पिछले 1 साल से संविदा नियुक्ति के आधार पर कार्य कर रही अपूर्वा तिवारी। इंजेक्शन और अपूर्वा के गठजोड़ के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अहम को लगी ठेस ने इस विवाद को जन्म दिया।
किराना दुकानों को लेकर लिए फैसले से स्थिति बिगड़ी
जिला प्रशासन के द्वारा किराने की दुकानों को लेकर लिए गए फैसले ने इंदौर के हालात को बिगाड़ना शुरू कर दिया है। ऐसे फैसले के चलते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ना असंभव हो जाएगा। अभी तो शुरुआत ही हुई है यह जरूरी है कि प्रशासन अपने फैसले की खुद समीक्षा कर लें और उसमें सुधार कर ले।
सांसद नाकाम- जनता मांग रही है काम का हिसाब
कोरोना वायरस के संक्रमण के इस काल में जितनी चर्चा इस संक्रमण की हो रही है, उतनी ही चर्चा इंदौर के सांसद शंकर लालवानी की नाकामी की हो रही है। आए दिन सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर ऑडियो जारी हो रहे हैं। इन ऑडियो में बात करने वाला व्यक्ति सांसद से उनके काम का हिसाब मांगता हुआ सुनाई दे रहा है। यह सवाल बार-बार उठ रहा है कि सांसद जी आपने अब तक क्या किया।
बंगाल में भाजपा की और बुरी गत होती यदि...
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की वापसी के साथ ही चर्चा में आए चुनाव प्रबंधन विशेषज्ञ प्रशांत किशोर ने कहा है कि बंगाल में भाजपा की और भी बुरी गत होती यदि चुनाव आयोग ने भाजपा का साथ नहीं दिया होता।
ऑक्सीजन में भी लूट लिया
शासन ने दी सस्ती ऑक्सीजन अस्पतालों ने मरीज के बिल में लगाए हजारों रुपए
अंतिम संस्कार के सामान की दुकान खूब चल रही है
शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नई दुकानें भी खुली कोरोना वायरस के संक्रमण के इस दौर में शहर में अंतिम संस्कार के सामान की दुकान खूब जमकर चल रही है। इन दुकानों पर हो रहे व्यापार को देखते हुए शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बड़ी संख्या में इस कार्य की नई दुकानें भी खुल गई है।
मोदी के घमंड से भारत में खौफ के हालात
इन दिनों विश्व के मीडिया में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़बोलेपन और उनके द्वारा किए जाने वाले झूठे दावों की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है। अब ताजा मामला फ्रांस के अखबार ले मौडे का सामने आया है। इस अखबार के द्वारा हाल ही में प्रकाशित किए गए अपने आलेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की गई है।इस आलेख में कहा गया है कि मोदी के घमंड के कारण भारत में खौफ के हालात बन गए हैं।
देश के हर नागरिक के लिए नहीं है टीका
ऐलान हो चुका है कि 1 मई से देश में 18 बरस से ऊपर के सभी लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन लगाई जाएगी। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए भी कह दिया गया है। रजिस्ट्रेशन कराइए, अपना स्लॉट बुक करिए और जाकर वैक्सीन की डोज लगवा लीजिए, लेकिन क्या ये सब इतना ही आसान है? लगता नहीं। क्योंकि देश में इतने टीके हैं ही नहीं कि जो सभी को लगाए जा सकें। ये बात कह रहे हैं अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री।
ऐसे कैसे रुकेगा कोरोना का संक्रमण बिना अनुमति जमकर हुई शादियां
कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा विवाह समारोह के आयोजन पर रोक लगा दी गई। इसके बाद भी बिना अनुमति के शहर में जमकर शादियां हुई। प्रशासन की टीम ने इस ओर ध्यान देने में कोई रुचि नहीं ली। इंदौर नगर निगम की टीम भी नजर रखने में नाकाम रही। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि इतने सख्त कोरोना कपy के बाद भी कोरोना के संक्रमण को फैलने से कैसे रोक पाएंगे।
इंदौर के सारे अस्पताल हाउसफुल अब सबकी नजरें कोविड सेंटर पर
पिछले कई दिनों से इंदौर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को उपचार के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इंदौर के सारे अस्पताल हाउसफुल चल रहे हैं, हालत कितनी खराब हो गए हैं। इसका अंदाजा तो इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंदौर के प्रमुख अस्पतालों में से एक अरविंदो अस्पताल के द्वारा अपने अस्पताल भवन के बाहर बोर्ड लगा दिया गया है, जिसमें कह दिया गया है कि हमारे पास भरपूर मरीज है। अब नए मरीज हम भर्ती नहीं कर सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ एक और प्रमुख अस्पताल इंडेक्स के द्वारा मरीजों को इस शर्त पर भर्ती किया जा रहा है कि आपको अपनी आवश्यकता की ऑक्सीजन की व्यवस्था खुद करना होगी।
मात्र 50 दिनों का हिसाब जनता मांगे मोदी से..!
कांग्रेस के 50 सालों का हिसाब 7 सालों से मोदी जी सहित पूरी भाजपा और भक्त बिरादरी रात-दिन मांगती रही है, जिसमें कोई बुराई भी नहीं... जो सत्ता में है या रहा, सवाल भी उसी से पूछे जाना चाहिए... नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह के गड़े मुर्दे उखाडने वालों से देश की जनता अब मात्र 50 दिनों का हिसाब-किताब ही मांग....!
टैक्स टैरर 36 घंटे के ड्रामे में भाजपा हुई रक्षात्मक
इंदौर नगर निगम के द्वारा संपत्ति कर जलकर और कचरा संग्रहण शुल्क की दरों में वृद्धि कर और सीवरेज के लिए नया टैक्स लगाकर टैक्स का टेरर पैदा कर दिया। जैसे ही यह टेरर पैदा हुआ वैसे ही जनता का गुस्सा फूटकर सामने आने लगा। आने वाले नगर निगम चुनाव में इस गुस्से से होने वाले नुकसान का अंदाजा लगाते हुए सरकार ने इस बड़े हुए टैक्स की वसूली को स्थगित कर दिया। टैक्स का यह ड्रामा 36 घंटे तक चला इस दौरान कांग्रेस जहां आक्रामक मुद्रा के साथ जनता का सहयोग पाने के लिए सड़क पर आ गई तो वही नुकसान के डर से डरी सहमी भाजपा बचाव का रास्ता ढूंढते हुए रक्षात्मक हो गई।
कोरोना पीड़ितों के भोजन के 15 लाख अटके
काम कराने वाले आईडीए के चक्कर लगा रहे सहयोग करने वाले
असम में भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी में ईवीएम मिलने से उठे कई सवाल
असम में विधानसभा चुनाव में पिछले दिनों भाजपा के प्रत्याशी की गाड़ी में ईवीएम मशीन मिलने की घटना से पूरे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए। इसके साथ ही कई ऐसे सवाल भी पैदा हो गए, जिनका कोई जवाब आज तक नहीं आया है। इस मामले में चुनाव आयोग के द्वारा सामने रखी गई कहानी फिल्मों से भी ज्यादा रोचक है।
वैक्सीनेशन में इंदौर को बनाएंगे नंबर 1
कलेक्टर मनीष सिंह के द्वारा बिना किसी घोषणा के यह टारगेट तय कर लिया गया है कि अब इंदौर में सबसे ज्यादा जोर वैक्सीनेशन कराने पर दिया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि इंदौर को वैक्सीनेशन में नंबर एक बनाने की दिशा में प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। कोरोना वायरस के मुकाबले के लिए वैक्सीनेशन को ही प्राथमिकता दी जा रही है।
1 साल होते ही फिर याद आ गए वह दर्द भरे दिन
कोरोना संक्रमण के चलते एक बार फिर लॉक डाउन की दस्तक
भारत का बैंकिंग सेक्टर खतरे में
पिछले दिनों केंद्र सरकार के बैंकों के निजीकरण करने के फैसले के खिलाफ बैंकों के द्वारा 2 दिन की हड़ताल की गई इस हड़ताल के साथ ही 52 साल बाद बैंक सरकारीकरण से निजीकरण की ओर बढ़ते हुए नजर आने लगे। इससे पूरी बैंकिंग व्यवस्था के चौपट हो जाने की आशंका बढ़ गई है। यह सर्वज्ञान सत्य है कि निजी बैंक अपने मालिक के हित में काम करते हैं ऐसे में देश की बैंकिंग व्यवस्था पर सवालिया निशान लगने के आसार बढ़ गए हैं।
इटली ने कर दिया कोरोना के मरीज का पोस्टमार्टम
दावा किया कि शरीर में नहीं मिला कोरोना जैसा कोई वायरस
शिवराज सरकार ने 9 माह में ले लिया 16500 करोड़ का कर्ज...
मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार अपने कार्यकाल का 1 वर्ष पूरा करने की तरफ बढ़ रही है। इस सरकार के द्वारा अपने इस कार्यकाल में मात्र 9 महीने में ही 16500 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया है। इस कर्ज को लेने के लिए कोरोना से उत्पन्न खतरनाक हालात को आधार बनाया गया।
30 साल बाद नदी के किनारे बनाई गई दुकानों पर लग जाएगा स्थाई ताला
इंदौर करीब 30 साल पहले कृष्णपुरा पुल के आसपास के क्षेत्र में नाले के स्थान पर नदी बनाने और झील बनने का सपना देखा गया था। वह सपना अब पूरा होने के करीब पहुंच रहा है। उस समय इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा इस झील पर होने वाली लोगों की आवाजाही को देखते हए उसके किनारे पर दुकानें बनाई गई थीं। इन दुकानों पर अब इंदौर नगर निगम के द्वारा स्थाई रूप से ताला लगवाया जा रहा है। ऐसी हालत में दुकान लेने वाले नागरिक अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
श्रीलंका में मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने पर पाबंदी
पूरे देश में संचालित मदरसे भी बंद करने की तैयारी
तेंदुए के साथ जुड़ा इंदौर का अजीब संयोग
पिछले 4 वर्षों से लगातार देश में स्वच्छता में नंबर 1 आ रहे इंदौर शहर का अपनी इस सफलता में तेंदुए के साथ एक अजीब संयोग जुड़ा हुआ है। यह संयोग पिछले दिनों तेंदुए का आगमन होने के साथ उजागर होकर सामने आया है।
चीन में हुआ कुछ ऐसा कि लोगों का दम घुटने लगा
पूरी दुनिया को कोरोना वायरस का संक्रमण देकर हिला देने वाले देश चीन में पिछले दिनों कुछ ऐसा हुआ कि वहां अपने घरों में बैठे, सड़कों पर चलते लोगों का दम घुटने लगा।
सोशल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने बनाएं कड़े नियम
भारत में सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है, इसको लेकर में सरकार लंबे समय से काम कर रही थी कि दशकों पुराने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट (Infomation Technology Act) में संशोधन किया जाए और अब आखिरकार नया एक्ट आ गया है। केंद्र सरकार ने आज बिलकुल नए कोड ऑफ एथिक्स पेश किए हैं, जिनमें ऑनलाइन कंटेट को लेकर नए नियम और कानून बनाए गए हैं, जिनमें विशेष सावधानी बरती जाएगी। अब सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर किस प्रकार कंटेंट जाएगा इसके लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी गई है।
व्हाट्सएप का फिर से आया मैसेज 15 मई तक यूजर्स ऐक्सेप्ट कर लें नई पॉलिसी
पॉलिसी व्हाट्सएप की नई पॉलिसी को लेकर पिछले कुछ समय से चर्चा चल रही है। कंपनी ने इसे ऐक्सेप्ट करने का तारीख बढ़ा दी थी। अब एक बार फिर से इस पॉलिसी को ऐक्सेप्ट करने के लिए 15 मई तक का टाइम दिया गया है।
कोरोना के टीके दान करने पर हाईकोर्ट की तीखी टिप्पणी
कोरोना के टीके दूसरे देशों को दिए जाने पर दिल्ली हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि देश में अपने लोगों का टीकाकरण हो नहीं पा रहा और हम कोरोना के टीके दूसरे देशों को दान कर रहे हैं। कोविशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर अपनी निर्माण क्षमता का खुलासा करें।
पश्चिम बंगाल में मात्र तीन सीटें जीतने वाली भाजपा देख रही है सत्ता का सपना
पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव का बिगुल बज चुका है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे बड़े मैदान पर सभा आयोजित की गई। इसके साथ ही बंगाल की सत्ता को प्राप्त करने के लिए भाजपा के प्रयास चरम पर हैं। इसमें उल्लेखनीय तथ्य यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में इस राज्य में भाजपा को मात्र 3 सीटें मिली थी। इसके बाद भी वह इस बार सत्ता में आने का सपना देखती हुई नजर आ रही है। इसके पीछे मुख्य कारण वर्ष 2019 का याने पिछला लोकसभा चुनाव है। इस चुनाव में मिली सफलता के आधार पर भाजपा यह सपना देख रही है।
वाटर प्लस के सर्वे के पूर्व इंदौर को लगा बड़ा झटका
इसी माह में होने वाले वाटर प्लस के सर्वे के पूर्व इंदौर को एक बड़ा झटका लग गया है। नाले से सीवरेज लाइन में पहुंचाए गए पानी के कारण लाइन जाम हो गई है। इस स्थिति से आठ स्थानों पर हालात बिगड़ गए हैं। इन हालात को संभालने के लिए अब एचडीडी मशीन के माध्यम से काम किया जा रहा है।