महज 5,000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से पैसे खर्च कर आप केंद्र सरकार के साइबर सुरक्षा कार्यबल में एथिकल हैकर ( मदद करने के मकसद से हैकिंग का काम) की नौकरी कर सकते हैं। संस्थान कुछ ऐसा ही वादा करता है। इस केंद्र का नाम इसके मुख्य दरवाजे के ऊपर एक छोटे बोर्ड पर लिखा गया है जिसके मुताबिक यह 'दिल्ली कॉलेज फॉर ब्राइट फ्यूचर इन टेक' है।
इस सेंटर के भीतर जाने पर एक छोटा कमरा नजर आता है जहां आठ डेस्कटॉप कंप्यूटरों पर 14 छात्रों और एक प्रशिक्षक ने कब्जा कर लिया गया है। यहां सीईएच या प्रमाणित एथिकल हैकिंग पर एक कक्षा चल रही है।
यह केंद्र दिल्ली के बेर सराय, कटवरिया सराय और मुनिरका इलाकों में फैले कई निजी संस्थानों में से एक है जो साइबर सुरक्षा, वेब 3 सेवाओं और उभरती प्रौद्योगिकियों आदि के विभिन्न पहलुओं से जुड़े पाठ्यक्रम संचालित करते हैं। इन संस्थानों का कहना है कि उनके पाठ्यक्रमों में गेमिंग और मेटावर्स में मास्टर्स से लेकर ब्लॉकचेन डेवलपमेंट में पीजी डिप्लोमा और कंप्यूटिंग तथा साइबर सिक्योरिटी में बैचलर ऑफ कंप्यूटर ऐप्लिकेशन (बीसीए) तक के पाठ्यक्रम शामिल हैं।
प्रत्येक संस्थान अपनी तरफ से खास वादे करते हैं। कुछ का दावा है कि उनके उद्योग के नेताओं के साथ संबंध हैं जबकि अन्य केंद्र इस बात पर जोर देते हैं कि वे केंद्र सरकार के साइबर सुरक्षा सेल के साथ सीधा संबंध रखने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं। अधिकांश आकर्षक प्लेसमेंट पैकेज का वादा करते हैं।
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
केपी सिंह ने डीएलएफ को चुना
डीएलएफ अध्यक्ष केपी सिंह ने अपनी पुस्तक विमोचन पर बयां किए आम और कारोबारी जीवन से जुड़े किस्से
'स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासियों के योगदान की अनदेखी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने स्वतंत्रता आंदोलन में आदिवासी नेताओं के योगदान को कमतर आंकने का प्रयास किया, ताकि 'केवल एक पार्टी और एक परिवार को श्रेय मिल सके।'
दिल्ली में कार्यालयों का समय बदला
दिल्ली वालों को प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। राष्ट्रीय राजधानी में सूचकांक वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) में शुक्रवार को कमी आई और अब यह गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में आ गया है।
मोदी की यात्रा के एजेंडे में तेल कारोबार
कुछ साल से नाइजीरियाई क्रूड का सबसे बड़ा खरीदार रहा है भारत, ओवीएल की नजर गुयाना के अपतटीय ब्लॉकों पर
कम करें स्मॉलकैप, मिडकैप और सेक्टर फंड में निवेश
कोविड के बाद बाजार में उतरने वाले नए निवेशकों को सावधानी बरतने और जल्दबाजी में फैसले लेने से बचने की जरूरत है
ऋण निपटान की आसानी बढ़ाएगी आपके क्रेडिट स्कोर की परेशानी
जो लोग ऋण भुगतान में चूक गए हैं अथवा चूक सकते हैं वे घबराने की बजाय यह समझें कि स्थिति से कैसे निपटें सकते हैं
देश की अर्थव्यवस्था के उत्पादन में कृषि की घटती हिस्सेदारी
गरीबी खत्म करने और लोगों की आय बढ़ाने का रास्ता लाभकारी रोजगार के जरिये ही है। मगर प्रौद्योगिकी में आए नवाचार ने उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मानव श्रम की तैनाती को नुकसान पहुंचाया है
खरीफ में कैसी रहेगी महंगाई
आने वाले महीनों में महंगाई कैसी रहेगी इसके लिए अब सभी की नजरें खरीफ फसल पर हैं
जलाशशगयों में पर्याप्त जल
जैसे ही आगामी हफ्तों में गेहूं, चना और सरसों जैसी रबी फसलों की बोआई में तेजी आएगी इन सबके बीच सबसे बड़ी चिंता जलाशयों में जलस्तर होगा। खासकर जिनके पास सिंचाई क्षमता होती है।
ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण चक्र के जाल से मिले मुक्ति
भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में मूल्य के हिसाब से 5.7 प्रतिशत और कारोबार के हिसाब से 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो ग्रामीण क्षेत्रों की मांग की बदौलत संभव हुआ है।