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शादी की उम्र पर घमासान
विवाह को लेकर तमाम धर्म अपने कानूनों का भी हवाला देते हैं, जिनके अपनेअपने मानक भी हैं। जैसे इस्लाम में यौवन प्राप्ति के लिए नाबालिग के विवाह को भी सही माना जाता है। शफीकुरहमान बर्क हों या दूसरे मुस्लिम नेता, विवाह सुधार के कानूनी प्रस्ताव के उनके विरोध की असल वजह उनकी इस्लामी मान्यता ही है। वैसे हिंदू विवाह अधिनियम भी लड़कियों और लड़कों के विवाह के लिए न्यूनतम आयु क्रमशः 18 और 21 साल ही मानता है। वह अपनी किसी संहिता का कभी हवाला नहीं देता।
बिना एकीकृत स्वास्थ्य के महामारियां चुनौती देती रहेंगी
कोविड महामारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अर्थ-व्यवस्था और विकास के सभी संकेतकों के लिए सबकी-स्वास्थ्य-सुरक्षा कितनी जरूरी है। वैज्ञानिक रूप से तो यह पहले से ही ज्ञात था कि एकीकृत स्वास्थ्य कितना अहम है। मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य, कृषि और पर्यावरण में सम्बंध भी गहरा रहा है जिसका एक प्रमाण है बढ़ती हुई दवा प्रतिरोधकता। मानव स्वास्थ्य, पशु पालन, कृषि में गैर-जिम्मेदारी और अनुचित ढंग से इस्तेमाल हो रही दवाएं (खासकर कि एंटीबायआटिक, एंटी-वाइरल, एंटी-फंगल और एंटी-पैरासिटिक दवाएं) पर्यावरण में भी जहर घोल रही हैं जिसके कारणवश रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु रोग-प्रतिरोधक हो जाते हैं और सामान्य रोग भी लाइलाज हो सकते हैं।
हिन्दू देह है और हिन्दुत्व उसकी आत्मा
हिन्दू और हिन्दुत्व-- दोनों संज्ञा शब्द हैं। 'हिन्दू' जातिवाचक संज्ञा है जो एक जाति-धर्म विशेष में जन्म लेने वाले सभी मनुष्यों का बोध कराती है। यह संज्ञा हिन्दू परिवार में जन्म होते ही व्यक्ति को स्वतः प्राप्त हो जाती है और तब तक बनी रहती है जब तक वह किसी विशेष कारणवश स्वयं इस का त्याग नहीं कर देता है।
मालेगांव बम धमाके में सेकुलर ताकतों की साजिशें हुई बेनकाब
मालेगांव बम धमाकों में योगी आदित्यनाथ को फंसाने की थी साजिश?
प्रदेश की राजनीति में महिलाओं का बढ़ता महत्व और विरोधी दलों की सेलेक्टिव राजनीति
उत्तर प्रदेश में अब मातृशक्ति त्तर प्रदेश की राजनैतिक गहमागहमी के दौर में अब मातृशक्ति भी राजनीति की मुख्यधारा में आ गयी है। जब से कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने की कमान अपने हाथों में ली है तब से वह प्रदेश में महिलाओं के मुददों को जोर-शोर से उठाकर अपनी जमीन मजबूत करने का प्रयास कर रही हैं। प्रियंका गांधी की कमान में कांग्रेस ने पहली बार प्रदेश की महिलाओं के लिए अलग चुनाव घोषणा पत्र पेश किया है और महिलाओं को बंजर जमीन में 40 फीसदी टिकट देने सहित कई बड़े-बड़े वायदे किये हैं। प्रियंका गांधी ने लड़की हूं, लड़ सकती हूं' का नारा भी दिया है। लेकिन कांग्रेस के साथ सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह रहा है कि अभी जब कर्नाटक विधानसभा में एक कांग्रेसी विधायक ने यह कहकर, 'अगर रेप नहीं रोक सकते तो लेटिये और आनंद लीजिये', घटिया बयान दिया वह भी विधानसभा के अंदर। इस बयान पर भारी हंगामा हो जाने के बाद भी प्रियंका गांधी कोई खास कदम नहीं उठा सकीं और केवल क्षमा याचना तक ही सीमित रह गयीं। वैसे भी कांग्रेस पार्टी का इतिहास भरा पड़ा कि वह किस प्रकार से महिलाओं के साथ भेदभावपूर्ण व सेलेक्टिव राजनीति करती है।
नगरों पर गहराता जल संकट
आनुमान है कि सन 2050 तक भारत की नगरीय आबादी लगभग 80 करोड़ हो जावेगी। इस जनसंख्या वृद्धि का प्रभाव वैसे तो प्रत्येक सेक्टर पर पड़ेगा लेकिन जो प्रभाव पीने के साफ पानी की मांग, उपलब्धता और वितरण पर पड़ेगा, वह, आज की तुलना में बहुत अधिक गंभीर और चुनौतीपूर्ण होगा। पेयजल की इस चुनौती को अनेक घटक तय करते हैं पर जो घटक सबसे अधिक असर डालेंगे, वे हैं - साफ पानी की 365 दिन उपलब्धता, उपलब्ध पानी का संग्रह, उसका प्रबंधन और वितरण।
नए भारत का नया लेबर कोड
लेबर लॉ
गुजरात में प्राकृतिक खेती की मुहिम को दिया बल
भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक और कृषि इसका सबसे बड़ा हिस्सा है क्योंकि आज भी तकरीबन 50 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण इलाकों में रहती है। केंद्र सरकार कृषि और किसानों के लिए कई कदम उठा रही है। गत 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के आणंद में प्राकृतिक खेती पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान देश के सभी किसानों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने किसानों को उत्पादकता बढ़ाने और रसायनों के इस्तेमाल को कम करने की सीख देते हुए प्राकृतिक खेती को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, 'हमें बीज से लेकर मिट्टी तक सभी प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग करके खेती को प्राकृतिक बनाना होगा जिससे उत्पादन अधिक और रसायनों पर हो रहा खर्च कम हो सके।' उनका उद्देश्य प्राकृतिक खेती को जन आंदोलन बनाना है जिसके लिए केंद्र सरकार जीरो बजट फार्मिंग के प्रचार के लिए एक कमेटी गठित करेगी।
विवाह की उम्र बढ़ने से खुलती खिड़कियां
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी विकास का सपना रात के अंधेरे में बंद आंखों से नहीं, दिन के उजाले में खुली आंखों से देखा है।
दुनिया की नई दहशत: ओमिक्रॉन
अधिक देशों में ओमाइक्रोन संस्करण का पता चला क्योंकि वैज्ञानिक उत्तर खोजने की दौड़ में हैं
फलों की टोकरी सी अनन्या
अनन्या पांडे (जन्म 30 अक्टूबर 1998) एक भारतीय अभिनेत्री हैं जो हिंदी फिल्मों में काम करती हैं
अब मथुरा की बारी है...
उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव मौर्य का आह्वान श्रीकृष्ण की शाश्वत सत्ता को जन-चेतना से एकाकार करने का सराहनीय प्रयास
तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से मुक्त होना है जरूरी
वैश्विक तम्बाकू नियंत्रण संधि की बैठकों में सरकारों ने गत वर्षों में मजबूरन निर्णय लिया कि चूंकि तम्बाकू उद्योग इन बैठकों में जन स्वास्थ्य नीति में निरंतर हस्तक्षेप करता रहा है और जन हितैषी नीतियों को बनने में एक बड़ा अडंगा है, इसलिए जन स्वास्थ्य नीति में उद्योग के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसीलिए सरकारों ने 2008 में वैश्विक तम्बाकू नियंत्रण संधि की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया और आर्टिकल 5.3 की मार्गनिर्देशिका पारित की। पर बीबीसी समेत अनेक ऐसी रिपोर्टों ने खुलासा किया कि तम्बाकू उद्योग चूंकि अब सीधे तौर पर बैठक में नहीं हस्तक्षेप कर पा रहा तो अनेक अन्य हथकंडे अपना रहा है जैसे कि सरकारी दल के सदस्यों को रिश्वत देना आदि।
इन्सेक्युर चित्रांगदा
हिन्दी फिल्मों में महिलाओं के लिए अच्छे किरदार लिखे जाने लगे हैं।
देश के लिए अपूरणीय क्षति
जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को देहरादून में हुआ था। जनरल की प्रारम्भिक शिक्षा देहरादून के कैंबरीन हाल स्कूल और शिमला में सेंटर एडवर्ड स्कूल में हुई। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़क वासला से जुड़े। इसके बाद भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में प्रवेश लिया। यहां उन्हें सोर्ड ऑफ आनर दिया गया। 2011 में उन्हें सैन्य मीडिया सामरिक अध्ययन पर शोधकार्य के लिये चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ की ओर से सम्मानित किया गया।
कारीडोर के जरिए सामाजिक बदलाव का संदेश
यह संजोग ही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांधी के गुजरात से ही आते हैं। ऐसा हो नहीं सकता कि देश की सबसे बड़ी पंचायत में तीन लोकन ते न्यारी काशी की नुमाइंदगी करने वाले प्रधानमंत्री मोदी बनारस और गांधी से जुड़ी इन घटनाओं को नहीं जानते होंगे। तो क्या काशी विश्वनाथ कारीडोर के विकास की कहानी को बनारस से जुड़े गांधी के इन ऐतिहासिक अनुभवों से जोड़ा जा सकता है? क्या बाबा विश्वनाथ के ऐतिहासिक मंदिर के पुनरुद्धार और उसे चमाचम बनाने के लिए मोदी को प्रेरणा गांधी के अनुभवों से ही मिली। इसकी संभावना तो बनती है, क्योंकि प्रधानमंत्री अक्सर हर मौके पर गांधी को याद करते हैं। गांधी जयंती के ही दिन साल 2014 में उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान की खुद फावड़ा उठाकर शुरूआत की थी।
अद्भुत, मंगलकारी, दिव्य काशी
भारत की सांस्कृतिक राजधानी के वैश्विक पुनरोदय का प्रतीक है काशी विश्वनाथ कोरिडोर
'पुकार' हुई बंद
कुछ दिनों पहले बॉलीवुड के गलियारों से खबरें आई थीं कि फरहान अख्तर और रकुल प्रीत सिंह ने डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर की नई फिल्म पुकार साइन की है, जिसकी शूटिंग इसी दिन होगी।
वर्चुअल ऑटिज्म मोबाइल जनित मानसिक विकार
बच्चे खुद के साथ माता-पिता व अपनी जरूरत भी पहचान नही पाते। हर वक्त स्क्रीन पर देखी-सुनी बाते दोहराते है पर पूछने पर बोलते नही। शब्दों व रंगो को पहचानते हैं पर परिवार व आसपास को नही। पैरेंट्स असमंजस मे रहते हैं की बच्चा सामान्य है या नहीं? बच्चे का चिढ़चिढ़ा व हाइपर एक्टिव स्वभाव समझ से परे हो जाता है। समय पर अगर पैरेंट्स ध्यान न दे तो अपने ही बच्चे से हाथ धो बैठेंगे।
सोनिया परिवार के नागपाश से कांग्रेस को मुक्त करवाने का एक और प्रयास
बहुत से कांग्रेसी ऐसे हैं जो सचमुच विचारधारा के कारण कांग्रेस के भीतर हैं। यह विचारधारा कितनी प्रासंगिक है और कितनी नहीं यह विवाद का विषय हो सकता है। ऐसे कांग्रेसी अपनी वैचारिक आस्था के कारण पार्टी छोड़ कर दूसरी राजनीतिक दलों में भी नहीं जा सकते हैं। लेकिन सोनिया परिवार के व्यक्तिगत हितों के लिए सम्पूर्ण पार्टी के दुरुपयोग को देखते हुए, उनके लिए पार्टी के भीतर रहना भी कठिन होता जा रहा था। ममता बनर्जी ने इस प्रकार के कांग्रेस-जनों के लिए अपना दरवाजा यह कह कर खोल दिया है कि तृणमूल कांग्रेस ही वास्तव में कांग्रेस की विरासत की उत्तराधिकारी है।
यूपी में समाजवाद का गठबंधन कितना कामयाब होगा?
सपा को कहीं जिन्ना का समर्थन भारी न पड़ जाये
स्वच्छता में नम्बर वन इन्दौर
21 नवंबर की सुबह इन्दौरवासियों के लिए कुछ ज्यादा ही इतराई, इठलाई हुई, शोख, गुलाबी और हसीन थी। इस दिन की बीती हुई रात को लोगों ने एक तरह से रतजगा किया था। इंतजार था तो बस रोज आने वाले मेहमान का जो इस सुबह एक तोहफा देने आने वाला था। यह मेहमान यानी शहर के सभी दैनिक। हॉकर्स ने जैसे ही आंगन या बॉलकनी में अखबार फेंके, पाठकों की नजरें निहाल हो उठीं। अखबार के लिए घरों में छीना झपटी मच गई। लोगों के चेहरों पर फिर से हाल में गुजरी हुई दीपावली झिलमिला गई। लगा जैसे लगभग बत्तीस लाख वाली आबादी ने कोई छोटा मोटा महायुद्ध जीत लिया हो। बधाइयों के लिए लगभग सभी मोबाइल उठाए गए लेकिन एक ही कैसेट सुनाई पड़ी ---सभी लाइने अभी व्यस्त है ...! राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मान स्वीकार करने वाले प्रदेश के काबीना मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ गए अन्य वरिष्ठ जनों को एक निराली अदा में शाबाशी दी। उन्होंने कहा नम्बर वन तो कोई भी आ सकता है लेकिन इन्दौर ने लगातार पांचवी बार अव्वल रहकर जो कीर्तिमान अर्जित किया है वह अद्भुत है। इन्दौर को फाइव स्टार सिटी और सफाई मित्र का रूपए 12 करोड़ का अवार्ड भी मिला।
बिहार में शराबबंदी की फजीहत
30 नवम्बर को विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिलने के बाद दरभंगा समाहरणालय के परिसर में शुक्रवार को भी शराब की दर्जनों बोतलें मिली। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, अधिकारी, मातहत आये दिन उस जगह पर बैठक करते हैं। उसी के सामने शराब की बोतलें मिलना बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी के दावो पर सवाल उठाता है। इसी मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने है। भाजपा और जदयु जहां राष्ट्रीय जनता दल के साजिश बता रहे हैं। वहीं तेजस्वी यादव शराबबंदी को एक सिंडीकेट के जरिए शराब की तस्करी करने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि शराब माफियाओं के तार पड़ोसी देश नेपाल और पूर्वोत्तर राज्यों से जुडे हुए हैं। वहीं कभी ग्रामीण क्षेत्रों में शराब के खिलाफ नक्सलियों के आंदोलन अब कुंद पड़ गई है। जहां निर्वाध रूप से इसके निर्माण बिहार और झारखंड से सटे इलाके में हो रहे हैं।
भाजपा की यात्राओं से बढ़ेगा प्रदेश में राजनैतिक तापमान?
2017 में जब विधानसभा चुनाव हुए उस समय केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बन चुकी थी और प्रदेश में समाजवादी पार्टी, सरकार के खिलाफ जनमानस में एक आक्रोश उबल रहा था जिसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिला लेकिन अब भाजपा सरकार का कार्यकाल करीब-करीब पूरा हो चुका है और बीजेपी अपने दूसरे कार्यकाल के लिए जनता से आशीर्वाद मांगने निकल पड़ी है।
ममता की ममता के सहारे विपक्ष
टीएमसी को पश्चिम बंगाल में जीत दिलाने में कामयाब रहीं ममता बनर्जी भले ही खुद अपना चुनाव नंदीग्राम से हार गई हैं, लेकिन विपक्ष अब उन्हीं में अपना सहारा ढूंढ रहा है। कांग्रेस धीरे-धीरे खात्मे की ओर है, ऐसे में भला विपक्ष ममता के अलावा आस भी किससे लगाए। मिशन 2024 के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ साझा विपक्ष के नेतृत्व को लेकर घमासान की स्थिति बनने लगी है। ममता बनर्जी ने अब खुले तौर पर घोषणा कर दी है कि साझा विपक्ष का नेतृत्व अब वो ही करेंगी। तृणमूल कांग्रेस ने बता दिया है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विकल्प के रूप में उभरने में नाकाम रहे हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साझा विपक्ष की तैयारियों में जुटी तृणमूल कांग्रेस ने अपने बंगाली मुखपत्र 'जागो बांग्ला' में 'राहुल गांधी विफल, ममता हैं विकल्प' के हेडिंग से एक लेख के सहारे कांग्रेस सांसद की उन सभी कोशिशों को कमतर बताया, जो वह भाजपा के खिलाफ नेतृत्व की कमान पाने के लिए कर रहे हैं। वैसे, टाइम मैग्जीन की साल 2021 के 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ममता बनर्जी का नाम शामिल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस का उत्साहित होना सही है। लेकिन, इस स्थिति में सवाल उठना लाजिमी है कि साझा विपक्ष के नेतृत्व पर ममता ने दावा तो ठोंक दिया, लेकिन क्या ऐसा हो पायेगा?
एस-400 भारतका नया रक्षा कवच
अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है, लेकिन दुनिया को सबसे घातक हथियार देने वाला अमेरिका भी एक ब्रह्मास्त्र से खौफ खाता है। वो है रूस का एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम। पुतिन का ये हथियार तुर्की ने लिया तो अमेरिका ने उस पर कई तरह के बैन लगा दिए। भारत ने रूस से एस-400 खरीदने की डील साइन की तो अमेरिका का पारा हाई हो गया। असल में एस-400 की तैनाती का मतलब है, देश की सुरक्षा की गारंटी और इस मिसाइल के प्रहार का मतलब है, आसमान में अभेद्य कवच। दुश्मन के पास कितनी भी ताकतवर मिसाइल हो, कैसा भी फाइटर जेट हो, सीक्रेट तरीके से घुसपैठ करने वाला ड्रोन हो, एस-400 के रहते वो सरहद क्रास नहीं कर सकता।
फ्यूजन इग्निशन द्वारा असीमित स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन
इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर का उद्देश्य ऊर्जा के व्यापक और कार्बनमुक्त स्रोत के रूप में 'नाभिकीय संलयन की व्यवहार्यता को साबित करने के लिये दुनिया के सबसे बड़े टोकामक का निर्माण करना है। इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर के सदस्यों में चीन, यूरोपीय संघ, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। चीन द्वारा डिजाइन किया गया ‘प्रायोगिक उन्नत सुपरकंडक्टिंग टोकामक' उपकरण सूर्य द्वारा किये गए परमाणु संलयन प्रक्रिया के समान प्रक्रिया का संचालन करता है।
अभद्र आचरण की निलंबन कार्रवाई गलत कैसे?
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत जिस रंजिश भरे माहौल में हुई है उसे लोकतन्त्र के लिए किसी भी दृष्टि से शुभ एवं श्रेयष्कर नहीं कहा जा सकता। संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में अशोभनीय आचरण, हिंसा एवं अशालीनता करने के आरोप में 12 सांसदों का निलंबन लोकतंत्र की लगातार गिरती साख को बचाने की दिशा में एक सार्थक एवं सराहनीय कदम है। विपक्षी दल जिस तरह से इस निलंबन का बचाव कर रहे हैं, उससे वे न केवल अपना नुकसान कर रहे हैं बल्कि लोकतंत्र को भी कमजोर बना रहे हैं। विपक्षी दल निलंबित सांसदों के बचाव में जैसी खोखली दलीलें दे रहे हैं, जिन भ्रामकता से गलत को सही ठहराने का प्रयास कर रहे हैं, उससे वे अभद्रता की पैरवी करते हुए भी दिखने लगे हैं। इस प्रकरण ने यह सवाल खड़ा भी किया है कि देश को अनुशासित करने एवं नियमों में बांधने वाली संसद में अनुशासनहीनता, हिंसा एवं अराजकता पर होने वाली कार्रवाही इतनी कड़वी क्यों लगती है? जो संसद देश चलाने के लिए नियमकायदे बनाने की जगह है, वह लगातार बाधित क्यों चल रही है?
दुनिया में आयुर्वेद पर बढ़ा भरोसा
किसी पोधे की सरंचना, उसके गुणकारी किस्म व सरंक्षण के लिए आवश्यक तत्व को समझने के लिए उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग या अनुक्रम होना आवश्यक है। खबर आयी है कि कोरोना महामारी के समय जिसकी बड़ी चर्चा रही उस गिलोय की जीनोम सिक्वेंसिंग करने में सफलता पा ली गयी है। और इस महान कार्य के पीछे जिनका योगदान रहा वो हैं भोपाल स्थित भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आइसर) के वैज्ञानिक बताया जाता है कि तमाम औषधीय गुणों से युक्त गिलोय के माध्यम से अब इस उपलब्धि के द्वारा आगे कैंसर, डायबिटीज और चर्मरोगों के निदान का नया मार्ग खुलेगा।
नये भारत में विकास के नये उगते सूरज
बेहतर कल की ओर भारत का शानदार कदम