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ida लीज नवीनीकरण के सालों से लंबित मामले निपटाने की पहल
अध्यक्ष सीईओ ने हर सप्ताह में 2 दिन किए मामलों के निपटारे के लिए तय
जय शिव
शिवराज सरकार ने 10 माह में प्रचार पर उड़ाए 120 करोड़
बरसते पानी में पैच वर्क
करोड़ों रुपए बर्बाद करने का अधिकारियों और ठेकेदारों का खेल
निकाय चुनाव ने दिखाई भाजपा कांग्रेस के लिए चिंता की तस्वीर
ओवैसी की पार्टी और आम आदमी पार्टी का आना दोनों दलों के लिए खतरे की घंटी
ट्रस्ट की संपत्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया आंख खोलने वाला फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ट्रस्ट की संपत्ति को तब तक हस्तांतरित नहीं किया जा सकता जब तक कि वह ट्रस्ट और / या उसके लाभार्थियों के फायदे के लिए न हो। खासगी (देवी अहिल्याबाई होल्कर चैरिटीज) ट्रस्ट के मामले में एक फैसले में कहा, जब कोई ट्रस्ट संपत्ति रजिस्ट्रार की पूर्व स्वीकृति के बिना [मध्य प्रदेश लोक ट्रस्ट अधिनियम, 1951 की धारा 14 और / या निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया का पालन किए बिना हस्तांतरित की जाती है, तो यह हमेशा कहा जा सकता है कि ट्रस्ट की संपत्ति का उचित प्रबंधन या प्रशासन नहीं किया जा रहा है।
शरीर पर नीले निशान बताते हैं आने वाले कल का खतरा
यह निशान सिर्फ चोट के कारण नहीं बल्कि, डायबिटीज और कुछ विटामिन की कमी से भी हो सकते हैं
विधानसभा-2 की राजनीति में बदलाव की आहट
भाजपा के गढ़ में अब राजू-चिंटू गुट ने ठोंकी ताल तीन दशक बाद बदल रही तस्वीर
भारत छोड़कर विदेश में बस रहे हैं लाखों लोग
सालों बाद बदल रहा है सिलसिला
निगम में लालफीताशाही के सिस्टम को सुधारना सबसे बड़ी चुनौती
इंदौर के नए महापौर पुष्यमित्र भार्गव के आगमन की बेला में इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की एक और गंभीर लापरवाही उजागर हो कर सामने आ गई है, जिस नगर निगम के अधिकारी नाला टैपिंग के काम पर 300 करोड़ रुपए खर्च कर देते हैं, उसी निगम के लिए ही अधिकारी कुआं, बावड़ी जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई करने में पूरी तरह से नाकाम साबित होते हैं निगम में लालफीताशाही के इस सिस्टम को सुधारना सबसे बड़ी चुनौती है।
जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव पर सभी की नजर
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के साथ ही इस साल नवंबर-दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव कराए जाएंगे। सूत्रों से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए जाने के लिए चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है।
मध्यप्रदेश की महिलाएं तनाव नहीं लेती इसलिए बढ़ रही है औसत उम्र
मध्यप्रदेश में लोगों की औसत आयु 67 साल हो गई है। पिछले 10 साल में इसमें 5 साल का इजाफा हुआ। ये जानकारी सैम्पल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (स्क्रूर) के 2015-2019 के डेटा में सामने आई। इसके मुताबिक मध्यप्रदेश को जन्म के समय जीवन प्रत्याशा (औसत आयु) में 5 साल जोड़ने में करीब 10 साल लग गए। 2005-09 में यह 61.9 साल थी, जो 2015-19 में 67 साल हो गई। खास बात यह है कि पिछले 25 साल से राज्य में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की औसत उम्र ज्यादा है, जबकि इससे पहले महिलाओं की अपेक्षा पुरुष ज्यादा जी रहे थे। इतना ही नहीं, गांवों के मुकाबले शहरी महिलाओं की उम्र लंबी है।
कांग्रेस-भाजपा की चूक से सिंगरौली में हुआ आप का उदय
मध्यप्रदेश में पहले चरण में हुए 11 नगर निगम चुनाव में सिंगरौली में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है।
अपने खर्च से 5 पुल बनाने की घोषणा मतदाताओं के गले नहीं उतरी
कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार संजय शुक्ला ने बहुत ही संयम और शालीनता के साथ चुनाव लड़ा।
अब कांग्रेस को आत्ममंथन की जरूरत
विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल में जनता ने कांग्रेस को नकारा
निगम चुनाव में भाजपा की लहर
न लोगों की समस्याएं चली न निगम की ज्यादती के आरोप
हर बीमारी की दवा 5 साल की वान्या के पास!
46 सेकंड में ABCD लेटर्स में 26 दवाओं के नाम बोलकर बनाया विश्व रिकॉर्ड
नई किचन टिप्स को प्रयोग में लाकर कम समय में स्वादिष्ट भोजन बनाएं
ये नई किचन टिप्स जानकर कहेंगे पहले क्यों नहीं बताया
शिंदे ने वह कर दिखाया जो सिंधिया नहीं कर सके
मध्यप्रदेश की तरह महाराष्ट्र में तख्तापलट के बाद सिंधिया के समर्थकों में उभरा दर्द
बारिश से बचने के लिए बनाया 3 करोड़ का डोम रहा बेमतलब
इंदौर नगर निगम के चुनाव में मतदान दलों को सामग्री बांटने के लिए इंदौर नगर निगम के द्वारा 3 करोड़ रुपए खर्च कर बनवाए गए वाटर प्रूफ डोम बारिश आते ही बर्बाद हो गए। इन डोम में नीचे से जहां पानी भरा गया, वहीं ऊपर से भी पानी चूने लगा। मतदान सामग्री लेने के लिए पहुंचे कर्मचारियों को अपने सिर पर कुर्सी लगाकर अपने आपको बचाने की कोशिश करना पड़ी।
कांग्रेस- भाजपा के 6 वादे एक समान
शुक्ला ने कहा अपने खर्च से बनवा देंगे 5 फ्लाईओवर ब्रिज तो मित्र ने कहा निगम के फंड से चलवा देंगे केबल कार
अकेले संजय ने ... पूरी भाजपा को सड़क पर उतार दिया
इंदौर नगर निगम के चुनाव में महापौर पद के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी संजय शुक्ला ने इस तरह से चुनाव लड़ा की पूरी भाजपा सड़क पर आ गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तीन बार इंदौर आना पड़ा, जबकि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भाजपा के प्रत्याशी के लिए इंदौर आ गए। इसके विपरीत कांग्रेस की ओर से एक बार केवल नामांकन दाखिल कराने के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ इंदौर आए। उसके बाद से कांग्रेस का एक भी बड़ा नेता इंदौर नहीं आया।
चुनाव में सड़कों पर होता रहा कचरा, गायब हो गया निगम
सफाईकर्मी तो अपना कर्तव्य निभाते रहे, लेकिन चालान बनाने वाले नजर नहीं आए
एफआईआर सॉफ्ट पोर्न लिटरेचर नहीं है जहां ग्राफिकल विवरण दिया जाना चाहिए
दो महीने का कूलिंग पीरियड तक आरोपी के खिलाफ कोई गिरफ्तारी या दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जा सकती हाईकोर्ट ने भारतीय दंड संहिता IPC की धारा 498A के दुरुपयोग को रोकने के लिए अत्यंत ही अहम आदेश जारी किया है। हाईकोर्ट द्वारा दिया गया ये आदेश पति और उसके परिवार के सदस्यों को फंसाने की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए बेहद जरूरी और उपयोगी माना जा रहा है।
एमटीएच अस्पताल में चारों तरफ गंदगी का अंबार
नए बने अस्पताल में जहां देखें वहां पड़ा हुआ है कचरा
एक शेयर ने एक साल में बना दिया करोडपति
एक कंपनी के शेयर ने एक साल में ही निवेशकों को करोडपति बना दिया है इस शेयर ने पिछले एक साल में 21.228 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
उद्धव को छोड़ राज का हाथ थाम सकते हैं शिवसेना के बागी
महाराष्ट्र में सत्ता के लिए नया कदम उठाने की तैयारी
नए महापौर के लिए तैयार हो रहा है महापौर निवास
डॉ. शर्मा - मोघे के सिवाय कोई महापौर इस निवास में नहीं रहे
कांग्रेस के हाथ से गांव फिसले इंदौर, ग्वालियर और नरसिंहपुर में भाजपा का परचम
पिछले विधानसभा चुनाव में किसानो का कर्ज माफ के नारे के साथ मैदान में उतरी कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था और सरकार बनाने के करीब पहुंच गई थी। फिर निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार भी बना ली थी। उसके बाद से ही कांग्रेस का पूरा फोकस ग्रामीण क्षेत्र पर बना हुआ है। इस ग्रामीण क्षेत्र ने ही अब कांग्रेस को झटका दे दिया है। हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के पहले चरण में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है और उसके हाथ से गांव फिसल गए हैं।
अब उच्च शिक्षित युवाओं ने राजनीति की डगर को चुना
हमेशा कहा जाता है कि जब तक पढ़े लिखे लोग राजनीति में नहीं आएंगे तब तक राजनीति का वातावरण नहीं सुधरेगा अभी तो जो नेता है वह झूठ बोलने और भ्रष्टाचार करने के आदि हो चुके हैं इस वातावरण को बदलना है तो नई पीढ़ी के पढ़े लिखे लोगों को राजनीति में आना चाहिए। कहने सुनने में कही जाने वाली यह बात अब इंदौर में सार्थक होती हुई नजर आ रही है।
जी हां, यह इंदौर का बस स्टैंड है
इंदौर में सुनियोजित विकास का यह प्रतीक है