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भारत में छूट मिली तो चीन में हो गई सख्ती
भारत में छूट मिली तो चीन में हो गई सख्ती
ये कैसी महामारी है सरकार?
अगर यह महामारी है तो पशु, पक्षी कैसे सुरक्षित हैं। सरकारी, दरबारी लोग ठीक हो जाते हैं और जनता मौत के मुंह में चली जाती है। यह कैसी विडम्बना है कि इस महामारी के रोग से एक भी बंदा घर या सड़क पर नहीं मरा, अगर मरा है तो अस्पताल में जाकर। यह कैसी महामारी है जिसका टेस्ट प्रायवेट करवाया जाए तो नकारात्मक और सरकारी अस्पतालों और लैब में सकारात्मक?
मैं देश को बिकने नहीं दूंगा- मोदी
देश की रक्षा के काम में भी 74 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी
गलत आंकड़ों ने दुनिया के कोरोना मरीजों से छीनी संजीवनी
कोरोना के मरीज के लिए कोई वैक्सीन तो अब तक नहीं बन सकी है लेकिन जो दवाई इन मरीजों को अच्छा होने के लिए संजीवनी बूटी की तरह काम कर रही थी, उस पर गलत आंकड़े के कारण रोक लगाने का खेल खेला गया। इस मेल में विश्व स्वास्थ्य संगठन भी जाने-अनजाने में शामिल हो गया।
2 महीने से बंद पडे हैं शहर के सारे टीकाकरण केंद्र
कोरोना के बीच बच्चों के सामने जिंदगी का रोना
लॉकडाउन खुलने बाद चेक के विवाद बढ़ेंगे
लॉकडाउन के कारण कई व्यक्ति और संस्थाएं उनको दिए गए चेक बैंक में प्रस्तुत नहीं कर सके। आपको यह अच्छी तरह से याद होगा कि चेक की वैधता तीन माह होती है। लॉकडाउन के कारण कई लोगों के पास जो चेक थे उनकी 3 माह की वैधता समाप्त हो गई है। अब चेक का भुगतान प्राप्त करने हेतु बैंक में चेक प्रस्तुत करने का वैधानिक अधिकार नहीं रखते हैं। 3 माह की चेक की वैधता समाप्त होने से कई व्यापारी, व्यक्ति और संस्था गहरे आर्थिक संकट में आ गए क्योंकि भुगतान के रूप में जिन व्यक्ति यों ने चेक दिए थे वह 3 माह की चेक की वैधता समाप्त होने के बाद पुनः चेक भुगतान प्राप्तकर्ता को नहीं प्रदान कर रहे हैं या तो उन लोगों की नियत खराब हो गई है और न ही आर्थिक संकट में वे लोग आ गए। ऐसी स्थिति में कई व्यापारिक लेन-देन के विवाद इन चेकों के वैधता समाप्त होने से बढ़ेंगे।
सांसद की सक्रियता के क्या है मायने
इस समय चाहे प्रशासनिक क्षेत्र हो या भोपाल से दिल्ली का सत्ता के रथ पर सवार भारतीय जनता पार्टी के संगठन का क्षेत्र हो। हर जगह एक ही चर्चा है कि आखिर इस समय इंदौर में सांसद शंकर लालवानी इतने ज्यादा सक्रिय क्यों है ? सांसद की इस सक्रियता के पीछे मायना क्या है? क्या उन्हें अघोषित रूप से भोपाल से ताकत देकर इंदौर में केंद्र बिंदु बनाया जा रहा है ? क्या ताई-भाई के रूप में विख्यात इंदौर की भाजपा की राजनीति के अब सारे समीकरण साई से शुरू कर साईं पर ही समाप्त करने का खेल शुरू किया गया है? इस तरह के सारे सवालों के जवाब इन दिनों ढूंढे जा रहे हैं।
90 हजार ई पास जारी हुए इंदौर से
पूरे प्रदेश में रचा कीर्तिमान, आईडीए के सीईओ श्रोत्रिय के विवेक से मिली जनता को राहत
इंदौर के किसानों को हो गया 50 करोड़ का नुकसान
इंदौर के किसानों को हो गया 50 करोड़ का नुकसान
लॉक डाउन के बाहर जीवन सुरक्षा की चुनौती का सामना
लॉक डाउन के बाहर जीवन सुरक्षा की चुनौती का सामना
किराना व्यापारियों के लिए खतरे की घंटी बजी
अंबानी की जिओ मार्ट से मिलेगी चुनौती, बन जाएगी खतरा
जनता के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने की चुनौती
प्रशासन को उठाना होंगे दो बड़े कदम- 1.शहर के बगीचे और मैदान खोलना होंगे 2.शहर भर में योग कक्षा शरू करना होगी
लॉकडाउन की अवधि में किराएदार को देना होगा किराया
संपूर्ण देश पिछले 60 दिनों से लॉकडाउन में है। देश में पहली बार सभी को लॉकडाउन में इतनी अवधि तक रहना पड़ा है। इस अवधि में कई प्रकार के अनुभव हुए हैं।
दुनिया के 4 देशों ने ऐसे पाई कोरोना पर जीत
इस समय कोरोना से पूरा विश्व प्रभावित है। हर देश किसी दूसरे देश द्वारा किए गए प्रयोग और उसके सामने आए परिणाम से सीखने की कोशिश करता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में दुनिया के 4 ऐसे देश नजर आते हैं, जिन्होंने कोरोना पर सफलतापूर्वक जीत दर्ज की है।
ना भोजन की व्यवस्था है ना घर जाने के लिए कोई उपाय है
सरकार की योजनाएं अब भी हकीकत में बनी हुई है सपना -
कोरोना आगे इंदौर पीछे
इंदौर। अब यह तय हो गया है। इंदौर में कोरोना आगे चल रहा है और हमारा अपना इंदौर पीछे चल रहा है। ऐसे में अब इंदौर को अनंत काल तक बंद तो नहीं रखा जा सकता है। इस स्थिति को देखते हुए इंदौर के लोगों को कोरोना के साथ जीने की तैयारी कर लेना चाहिए।
इंदौर इस तरह से होगा कोरोना मुक्त
शासन की कमजोरी भी दब जाएगी- इंदौर पूरे देश में कोरोना के एक बड़े हॉटस्पॉट के रूप में विकसित हो गया है। शासन और प्रशासन द्वारा लाख प्रयास किए जाने के बावजूद कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने का नाम ही नहीं ले पा रही है। इस समय पर भी यदि सही फैसला ले लिया जाए तो इंदौर को कोरोना से मुक्त किया जा सकता है। इससे एक तरफ जहां इंदौर की कमजोरी दब जाएगी तो वहीं दूसरी तरफ नागरिकों को बेवजह के तनाव से मुक्ति मिल जाएगी।
किट के लिए इंदौर में किट-किट
इस समय जब पूरे देश में इंदौर का नाम कोरोना से प्रभावित शहर के रूप में लिया जा रहा है, तब इंदौर में कोरोना की जांच के लिए मशीन में लगने वाली किट के लिए किट-किट हो रही है। इस किट-किट के चक्कर में करोड़ों रुपए कीमत की मशीन कचरे में पड़ी हुई है। इंदौर शहर को कोरोना से मुक्त करने की चिंता करने वाले व्यक्ति यों को इस बात की चिंता नहीं है कि किट की व्यवस्था कैसे होगी।
कोरोना के बाद न्यायालय का काम भी है एक बड़ी चुनौती
कोरोना वायरस महामारी के कारण देश की अदालतों में लगभग 60 दिन प्रकरणों की सुनवाई नहीं हो सकी और लॉकडाउन के दौरान देश के समस्त न्यायालय बंद रहे।
पार्षदों की चोरी पकड़ाई तो विधायकों को दे दिया गरीबों का राशन
निगम की लापरवाही का एक और नमूना उजागर, जब सारे शहर में निगम का सिस्टम है तो नेताओं पर निर्भरता क्यों?
इंदौरी डॉक्टर कर रहे हैं सेवा वसूल रहे हैं मेवा
इंदौर के डॉक्टरों ने कोरोना के दौर में वसूली का नया तरीका निकाला
लॉक डाउन की अवधि में भी की जा सकती है वसीयत
वर्तमान में पूरा देश कोरोना वायरस की 4 महामारी से ग्रस्त होकर 54 दिन की लॉकडाउन की अवधि अपने घरों में रहकर व्यतीत कर रहा है। ऐसे समय परिवार के किसी बुजुर्ग व्यक्ति को कोई अन्य बीमारी अथवा कोरोना बीमारी के लक्षण दिखते हैं और उस व्यक्ति के नाम से चल और अचल संपत्ति है तो ऐसी स्थिति में लॉकडाउन की अवधि में भी वसीयत घर पर रहकर ही की जा सकती है।
इंदौर में डेथ ऑडिट होना जरूरी
कोविड-19 के इस दौर में लगातार हो रही मौतों की हकीकत सामने लाने के लिए
प्राधिकरण ने एक बार फिर पैसे जमा करने के लिए छूट की अवधि बढ़ाई
अब 31 मई तक पैसे जमा करने पर नहीं लगेगा कोई जुर्माना और ब्याज
बिहार उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी मजदूर बेबस
उनके राज्य की सरकार बुलवा नहीं रही और यहां की सरकार ध्यान देने को तैयार नहीं
लॉक डाउन से बढ़ गई घरेलू हिंसा, अब बढ़ेंगे तलाक
सावधान सावधान सावधान लॉक डाउन के दौरान बढ़ रहे हैं घरेलू हिंसा के केस और बढ़ेंगे तलाक के केस। चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस पूरे विश्व में फैल गया है और इस महामारी से लाखों व्यक्ति यों की मृत्यु हो गई है। पूरे विश्व को पहली बार लगभग दो माह की अवधि तक लॉक डाउन में रहने का पहला अनुभव मिला है। देखने में यह आया है कि लॉक डाउन की अवधि में महिलाओं पर होने वाले अपराध घरेलू हिंसा के प्रकरणों में काफी बढ़ोतरी हुई है जबकि दहेज हत्या, आत्महत्या इत्यादि के प्रकरणों में कमी आई है। हूंगई चीन में फरवरी 2019 में केवल 47 केस थे, वहीं फरवरी 2020 में घरेलू हिंसा के 165 प्रकरण सामने आए अर्थात लॉक डाउन के दौरान घरेलू हिंसा के अपराधों में लगभग 3 गुना बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना ने लगवाया लॉक डाउन तो घरों में कटिंग करा रहे हैं नागरिक
जीवन में कभी सैलून या पार्लर के बाहर नहीं बनवाई कटिंग, इस बार करना पड़ रहा है हालात से समझौता
घर-घर सर्वे के अभियान में हो गया फर्जीवाड़ा
स्कीम नम्बर 51 पॉवर हाऊस के पीछे के नागरिकों ने खोली कलाई
इंदौर पर पड़ी भारी शासन की लापरवाही...
मरीजों की जांच रिपोर्ट समय पर आती तो इंदौर जल्दी कंट्रोल हो जाता
देश में लागू हो सकता है वित्तीय आपातकाल
कोरोना की महामारी के बाद देश में संकट का के हालात हैं। अर्थव्यवस्था गोते लगा रही है।