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भरत जी की चित्रकूट यात्रा
मानसपीठ (भाग-102)
कुम्भ पर्व हरिद्वार
इस वर्ष अप्रैल-मई माह में बृहस्पति कुम्भ राशि में तथा सूर्य मेष राशि में रहेंगे, फलतः हरिद्वार में कुम्भ महापर्व का आयोजन होगा।
भारत भी खोज रहा है चाँद पर पानी!
भारत भी अपने मून मिशन चन्द्रयान के माध्यम से चन्द्रमा पर पानी एवं खनिजों की खोज कर रहा है। चन्द्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चाँद के 60 प्रतिशत ध्रुवीय क्षेत्र का भ्रमण कर लिया है। इससे मिले आँकड़ों के आधार पर अगले एक साल में भारत यह अनुमान लगाने की स्थिति में होगा कि चाँद पर कहाँ, कितना पानी है।
नक्षत्रीय आधार पर रुचकादि पंचमहापुरुष योगों का फल
स्वाति नक्षत्र में स्थित शश योग सर्वश्रेष्ठ फलकारक होता है। ऐसे योग में उत्पन्न जातक को इस योग के सभी शास्त्रोक्त शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसा जातक राजनेता, उच्च अधिकारी, निर्जन स्थान पर रहने वाले, कुशाग्र बुद्धि वाले तथा प्रत्येक कार्य को सोच-विचार कर करने वाले होते हैं।
प्रेम विवाह और उसकी सफलता के उपाय
चन्द्रकान्त मणि चन्द्रमा की किरणों को सोखकर धारणकर्ता के शरीर में प्रविष्ट करा देती है और उनके मन में प्रेम, समर्पण, कामुकता आदि का भाव जाग्रत कर देती है। ऐसी भी मान्यता चली आ रही है कि चन्द्रकान्त मणि को धारण करे लेने से प्रेम प्रसंगों में भी शीघ्र सफलता प्राप्त हो जाती है।
मकर संक्रान्ति एक, रूप अनेक
भारतीय परम्परा के अन्तर्गत जनजीवन के साथ त्योहारों का घनिष्ठ रिश्ता रहा है। कृषि प्रधान देश होने की वजह से ज्यादातर त्योहारों की पृष्ठभूमि में कृषि रही है। विश्लेषण करने से विदित होता है कि भारतवर्ष के पर्वत्योहार मास तथा मौसम के ऊपर आधारित है। इन त्योहारों को विशेष रूप से सूर्य प्रभावित करता है। धरा पर रहने वाले मनुष्य, जीव-जंतु, पक्षी और कीड़े विभिन्न वजहों से सूर्य के प्रति ऋणी हैं।
कमला हैरिस अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति
सामान्यतः अमेरिकी राजनीति में उपराष्ट्रपति की प्रत्यक्ष भूमिका दृष्टिगोचर नहीं होती, परन्तु कमला हैरिस के ग्रहयोगों एवं दशाओं से यह परम्परा टूटती हुई दिखाई देगी।
जो बाइडेन चुनौतियाँ और ग्रह-स्थिति
उनके समक्ष जो चुनौतियाँ वर्तमान में दिखाई दे रही हैं, उनका वे बेहतर तरीके से सामना करने में सफल होंगे और अमेरिकी समाज, अर्थव्यवस्था तथा राजनीति को एक नई दिशा देने में सफल होंगे।
चाँद पर मिला पानी!
हाल ही में नासा ने घोषणा की है कि उन्हें चाँद की सतह पर पानी होने के निर्णायक साक्ष्य मिले हैं।
भरत जी की चित्रकूट यात्रा
सामान्य दिनों की तुलना में 21वें दिन की कथा लम्बी हो चली है, न स्वामी जी थक रहे हैं और न ही श्रोतागण ऊब या थक रहे हैं। वे भी पूर्ण तल्लीनता से कथा रसास्वादन कर रहे हैं।
नाभाजी का परिचय
गोस्वामी नाभाजी कृत श्रीभक्तमाल (भाग-8 )
कौन बनेगा अमेरिका का राष्ट्रपति?
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों का विश्व राजनीति में विशेष महत्त्व होता है। सभी की निगाहें इन चुनावों पर रहती हैं।
कैसा रहेगा भारत के लिए मकर का गुरु?
गुरु अपनी नीच राशि में गोचररत है, फलतः ऐसी स्थिति नहीं होगी, जिसमें राजनीतिक मूल्यों के हास में उल्लेखनीय कमी आए, राजनेताओं के आचरण में सुधार हो अथवा धन, धर्म, जाति, बाहुबल आदि का प्रयोग चुनावों में बहुत कम हो जाए।
दीपावली महापर्व का चतुर्थ त्योहार गोवर्धन पूजा (15 नवम्बर 2020, रविवार)
दीपावली महापर्व के पाँच त्योहारों में गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट उत्सब चौथा प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार सूर्योदय व्यापिनी कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा पर मनाया जाता है।
क्यों होती है लक्ष्मी-गणेश की संयुक्त पूजा?
दीपावली पर लक्ष्मी जी के साथ भगवान् विष्णु की पूजा नहीं होती है, वरन गणेश जी की पूजा होती है। कभी आपने विचार किया है कि ऐसा क्यों होता है?
दीपावली महापर्व का प्रथम त्योहार धनत्रयोदशी (13 नवम्बर, 2020, शुक्रवार)
धनत्रयोदशी पंचत्योहारों के महापर्व दीपावली का प्रथम त्योहार है। इस वर्ष धनत्रयोदशी 13 नवम्बर, 2020 (शुक्रवार) को है। इस वर्ष इस दिन किए जाने वाले प्रमुख धार्मिक कर्म निम्नलिखित हैं :
दीपोत्सव एक प्राचीन लोकपर्व
दीपावली एक प्राकशमय लोकपर्व है जो कि अति प्राचीनकाल से भारत ही नहीं, वरन् विश्व के अनेक देशों में मनाया जाता रहा है। यह भारत का अत्यन्त प्राचीन सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय पर्व रहा है।
घट-स्थापन एवं दुर्गा-पूजन विधि
आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक का महापर्व माँ भगवती के पर्व नवरात्र के नाम से जगप्रसिद्ध है। नवरात्र के प्रथम दिन जहाँ घट-स्थापन एवं दुर्गापूजन के माध्यम से इस महापर्व का आरम्भ होता है, वहीं इन नौ दिनों में प्रत्येक हिन्दूधर्मावलम्बी जगज्जननी माँ भगवती की पूजा, उपासना, व्रत, कीर्तन, जागरण इत्यादि करते हैं। इस वर्ष 17 अक्टूबर, 2020 को यह पावन पर्व आरम्भ हो रहा है। पाठकों की सुविधार्थ हम यहाँ घट-स्थापन एवं दुर्गा पूजन की शास्त्रोक्त विधि प्रस्तुत कर रहे हैं।
नौकरी सम्बन्धी उपाय
हम सभी यह जानते है कि किसी व्यक्ति के कॅरिअर के विकास के लिए कड़ी मेहनत और धैर्य के साथ प्रतिस्पर्धा करने से बेहतर कुछ नहीं है।
देवताओं का मिलन-पर्व है कुल्लू दशहरा
अद्भुत लोक संस्कृति के प्रदेश हिमाचल में साल भर कोई न कोई लोक-उत्सव आयोजित होता ही रहता है। यहाँ के अलग-अलग क्षेत्रों की अपनी विशिष्ट परम्पराएँ, रीति-रिवाज, बोलियाँ तथा वेशभूषाएँ हैं, किंतु अपने लोक-उत्सव के प्रति आस्था तथा उमंग प्रत्येक के मन में समान रूप से परिलक्षित होती है।
रूप, जय और यश की अधिष्ठात्री माँ दुर्गा
मान्यता है कि जिस समय मौसम परिवर्तन हो रहा हो, उस समय व्यक्ति को आहार, दिनचर्या तथा जीवन शैली को लेकर कुछ ऐसे नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि वह बदलते मौसम के अनुरूप स्वयं को ढाल सकें।
शक्ति तत्त्व
जिस प्रकार विष्णु और शिव एक हैं, उसी प्रकार शक्ति भी उनसे अभिन्न है। एक ही परमतत्त्व के विभिन्न नाम हैं। जैसाकि 'मुण्डमालातन्त्र' में कहा गया है जैसे शिव हैं, वैसे ही दुर्गा हैं और जो दुर्गा हैं, वहीं विष्णु हैं। इनमें जो भेद मानता है, वह दुर्बुद्धि मनुष्य मूर्ख है। देवी, विष्णु और शिव आदि में एकतत्त्व ही देखना चाहिए।
स्पन्दकारिका एवं स्पन्द की अवधारणा
भारतीय तन्त्र-दर्शन साहित्य-परम्परा
कैसा रहेगा राहु का गोचर भारत के लिए?
भारत की दृष्टि से राहु का गोचर परिवर्तन अधिक प्रभावशाली इसलिए माना जाता है, क्योंकि स्वतन्त्रताकालिक कुण्डली में अनन्तसंज्ञक कालसर्पयोग का निर्माण हो रहा है। इसके अतिरिक्त वर्तमान परिस्थितियों में राहु की महती भूमिका होने के कारण भी इस गोचर परिवर्तन के प्रति ज्योतिर्विद्वान् अपेक्षाकृत अधिक गम्भीर हैं।
भगवान विष्णु का बैकुण्ठ धाम वेंकटेश्वर बालाजी
भारत का सबसे अधिक संपदा वाला मंदिर
श्राद्धकर्म गया में ही क्यों?
भगवान् रामचन्द्र रुद्रपद आकर जब पिंडदान करने के लिए उद्यत हुए, तब उनके पिता महाराज दशरथ स्वर्ग से हाथ फैलाए वहाँ आए। प्रभु ने उनके हाथ में पिंडदान नहीं देकर रुद्रपद पर ही उस पिंड को रखा, तब दशरथ जी ने कहा, 'पुत्र! तुमने मुझे तार दिया। रुद्रपद पर पिंडदान से मुझे रुद्रलोक की प्राप्ति हुई। ... तुम्हारे साथ अयोध्या के सब लोग, कीड़े-मकोड़े तक बैकुंठधाम जाएँगे।' ...
जन्मपत्रिका में कालसर्पयोग और राहु का वृषभ राशि में गोचर
राहु के राशिपरिवर्तन पर विशेष
सन्तति सुख सुख की प्राप्ति में सहायक गर्भगौरी रुद्राक्ष!
सन्तति सुख पर विशेष
मधुमेह और ज्योतिष
मधुमेह आजकल के सर्वाधिक प्रचलित रोगों में से एक है। पूरे विश्व में मधुमेह का फैलाव बढ़ रहा है। आज विश्व के 3 से 12 प्रतिशत लोग या तो मधुमेह से पीड़ित हैं अथवा उनके मधुमेह से पीड़ित होने की आशंका है।
ग्रहों के दोष के निवारण हेतु गणेश की पूजा
भगवान् श्री गणेश के अलग-अलग नाम एवं अलग-अलग स्वरूप हैं, लेकिन वास्तु में गणेश जी का कितना महत्त्व है, यह शायद कम ही लोगों को पता होगा।