Open Eye News - February 2023
Open Eye News - February 2023
Få ubegrenset med Magzter GOLD
Les Open Eye News og 9,000+ andre magasiner og aviser med bare ett abonnement Se katalog
1 Måned $9.99
1 År$99.99 $49.99
$4/måned
Abonner kun på Open Eye News
1 år$11.88 $0.99
Kjøp denne utgaven $0.99
I denne utgaven
February 2023
खदानों से आदिवासियों को हो रही है परेशानी
ईसीएल का दावा है कि उसने तालझारी मौजा में 125 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया है।
4 mins
भोपाल में बिक रहे पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर की जांच में सिर्फ खानापूर्ति
20 लीटर के जार पर नियम का है अभाव
3 mins
तो दक्षिणपंथियों को इसलिये है कांग्रेस से नफरत
स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करते हुये जिस कांग्रेस पार्टी ने भारतवर्ष को अंग्रेज़ों की गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराया था, जिस कांग्रेस पार्टी को दुनिया गांधीवादी दर्शन एवं विचारों पर चलने वाली पार्टी के रूप में जानती है, उसी ऐतिहासिक कांग्रेस पार्टी को देश से समाप्त किये जाने का गोया एक अभियान दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों द्वारा दशकों से चलाया जा रहा है।
4 mins
शुद्ध पानी का हक दिलाने की सरकारी मुहिम
दरअसल भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार जल जीवन मिशन के तहत तेलंगाना, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, पुदुचेरी और हरियाणा के भी 100 प्रतिशत ग्रामीण घरों को नल के जरिये साफ पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है, सरकार की यह पहल अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय है।
4 mins
कानपुर की घटना कानून की ताकत का दुरुपयोग है
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले की मड़ौली गांव में घाटी त्रासदी की दुःस्वप्न में भी कल्पना नहीं की जा सकती।
4 mins
मुफ्त की बजाय गरीबों का आर्थिक स्वावलम्बन जरूरी
आजादी के अमृत काल में सशक्त भारत एवं विकसित भारत को निर्मित करते हुए गरीबमुक्त भारत के संकल्प को भी आकार देना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनकी सरकार ने वर्ष 2047 के आजादी के शताब्दी समारोह के लिये जो योजनाएं एवं लक्ष्य तय किये हैं, उनमें गरीबी उन्मूलन के लिये भी व्यापक योजनाएं बनायी गयी है।
4 mins
लीथियम खोजने की कवायदें जारी
खदान मंत्रालय ने हाल ही में घोषणा की कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने देश में लीथियम और सोने के भंडार खोज निकाले हैं और ऐसे लगभग 51 खनिज ब्लॉक राज्य सरकारों को सौंप दिए गए हैं।
4 mins
जनाधार सहेजने में जुटीं राजनीतिक पार्टियां
कहावत है कि इतिहास खुद को दोहराता है... उत्तर प्रदेश की विपक्षी राजनीति जिस तरह के कदम उठा रही है, उससे तो यह कहावत सही ही होती नजर आ रही है।
5 mins
विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 4 हजार 144 करोड़ रूपए का तृतीय अनुपूरक बजट पारित
मुख्य बजट का आकार बढ़कर हुआ 0। लाख 5 हजार ३85 करोड़ रूपए
3 mins
मुख्यमंत्री बघेल के साथ ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक नगरी सिरपुर पहुंचे सांसद राहुल गांधी
मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक नगरी सिरपुर पहुंचे
1 min
वित्तीय पोषण में क्यों हाशिए पर रहते हैं पर्यावरणीय नियम?
हर साल हमारे वित्तीय संस्थान जैसे सार्वजनिक बैंक, आवास फाइनेंस कंपनियां बड़े-बड़े आवासीय / व्यवसायिक प्रोजेक्टों को करोड़ों का ऋण देती हैं और ऋण देने के पूर्व तमाम वैधानिक अनुमतियों के दस्तावेज बिल्डरों से आवश्यक रूप से लेती हैं। मगर इनमें पर्यावरणीय संबंधी नियम हाशिए पर रख दिए जाते हैं, जबकि भारतीय रिज़र्व बैंक का मास्टर सर्कुलर जुलाई 2015 और फरवरी 2022 कहता है कि आवासीय प्रोजेक्ट को ऋण देने के पूर्व सभी बैंक को शासकीय, स्थानीय प्रशासन और अन्य वैधानिक अभिकरणों से अनुमतियां प्राप्त होने पर ऋण प्रपोजल को अनुमोदित करना चाहिए। क्या वैधानिक अनुमतियों में पर्यावरणीय नियमों की अनुमतियां नही आती हैं? यदि है तो हमारे बैंकों ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के कानून को कैसे दरकिनार कर रखा है ?
3 mins
क्या यह बजट सिर्फ 1 प्रतिशत मध्यमवर्ग लोगों के लिए है?
वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण संसद में पांचवी बार बजट पेश करते हुए जब वह आयकर की छूट के बाबत घोषणा कर रही थी, तब उन्होंने यह कहा कि मध्यमवर्ग (मीडियम क्लास) के लिए वह विशेष छूट लेकर आई हैं।
3 mins
संसद में विपक्षी एकता है अत्यंत जरूरी
संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ था। दोनों जगह विपक्ष अपनी मांगें मनवाने के लिए लगातार शोर करता रहा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई बहस के दौरान प्रधानमंत्री एक घंटे से अधिक समय तक बोलते रहे थे।
4 mins
विश्वगुरु भारत में गुरुओं की स्थिति
गुरु, शिक्षक अथवा अध्यापक का नाम सामने आते ही प्रत्येक विद्यार्थी का शीश उनके आदर में सम्मान से झुक जाता है।
4 mins
वास्तविक नामों के लिये चलाया जाये अभियान
ऐतिहासिक अजातशत्रु नगर का नाम बर्बर बेगू ने अपने नाम पर रख लिया और आज भी वह बेगूसराय कहलाता है।
4 mins
शादी - विवाह पर दिखावे का असर
पिछले दिनों अपने एक परिचित से बातें हो रही थीं। गांव में रहते हैं। वह अपनी बहन की लड़की की शादी के बारे में बताने लगे।
4 mins
रूस- यूक्रेन जंग आज भी है बड़ा मुद्दा
देखा जाये तो इस युद्ध में अब तक जानमाल का सर्वाधिक नुकसान भले यूक्रेन को हुआ हो लेकिन प्रतिष्ठा का नुकसान सर्वाधिक रूस को हुआ है।
4 mins
भारतीय समाज के पथ प्रदर्शक कर्मयोगी संत रविदास
संत रविदास जयंती पर विशेष
7 mins
Open Eye News Magazine Description:
Utgiver: Open Eye Media Publications
Kategori: News
Språk: Hindi
Frekvens: Monthly
Open Eye News is an informative political, social and investigative news magazine published from Bhopal, Madhya Pradesh, that believes in journalism for public interest. The articles and reporting from different levels given in it are fascinating, insightful and packed with unique content. It is a purely unbiased feature of local influence with a national perspective. Our targeted readers are the common man, influential people, intellectuals and decision-makers of important segments of the state. Open Eye News fully perceives the local issues and provides comprehensive coverage on the same. A unique publication printed in both English and Hindi keeping the suitability and comfort of both kinds of readers in mind.
- Kanseller når som helst [ Ingen binding ]
- Kun digitalt