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जब भगवान् शिव और शनिदेव का युद्ध हुआ !
जब शनिदेव अपने गर्व और अहं के कारण शिवजी ज की बात मानने को तैयार नहीं हए, तो शिवजी को क्रोध आ गया ।
गुरु-चाण्डाल योग और धनु का गुरु
धनु का गुरु का योग
गीता का महत्त्व
मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को गीता जयन्ती के रूप में मनाया जाता है । मान्यता है कि महाभारत युद्ध के दौरान इसी दिन मोहग्रस्त अर्जुन को भगवान् श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था ।
खण्डग्रास सूर्यग्रहण (26 दिसम्बर, 2019)
इस माह 26 दिसम्बर को पौष अमावस्या , गुरुवार को खण्डग्रास सूर्यग्रहण घटित होगा । यह सम्पूर्ण भारत मेंदिखाई देगा । भारत के अलावा यह मध्यपूर्व , उत्तरी पूर्वी अफ्रीका , उत्तरी एवं पूर्वी रूस को छोड़कर , पूर्ण एशिया , उत्तरी एवं पश्चिमी आस्ट्रेलिया इत्यादि स्थानों में भी यह दिखाई देगा ।
कैसा रहेगा मकर का शनि आपके लिए ?
शनि वह ग्रह है , जो गोचर में सर्वाधिक रूप से प्रभावित करता है । अन्य ग्रहों का प्रभाव गोचर में इतना नहीं होता , जितना कि शनि का होता है । दशा की अपेक्षा गोचर में यह यदि अशुभ हो , तो तुलनात्मक रूप से अधिक अशुभ फलप्रदान करता है ।
कैसा रहेगा भारत के लिए धनु का गुरु?
मौसम एवं प्राकृतिक आपदा से सम्बन्धित अप्रत्याशित घटना होने की आशंका रहेगी।
कश्मीर की भक्ति परम्परा , स्तोत्रसाहित्य एवं क्षेमराजकृत स्तवचिन्तामणिविवृत्ति
कश्मीरी स्तोत्रकारों की यह विशेषता ही रही है कि वे भक्तिपरक स्तोत्रों में दार्शनिक सिद्धान्तों को भी साथ में लेकर चलते हैं । उनके यहाँ ये एक दूसरे जुड़े हुए से प्रतीत होते हैं ।
कर्क लग्न के अष्टम भाव में स्थित शुक्र एवं शनि के फल
कैसे करें सटीक फलादेश श्रृंखला के अन्तर्गत कर्क लग्न के अष्टम भाव में स्थित ग्रहों का राशि , भाव , नक्षत्र , दृष्टि एवं युति के आधार पर फलों का विवेचन किया जा रहा है ।
कर्क लग्न के अष्टम भाव में स्थित राहु एवं केतु के फल
कैसे करें सटीक फलादेश ? ( भाग - 159 )
एकेश्वरवाद के प्रणेता गुरुनानकदेव
लोग उनके आने की सूचना मिलते ही उपदेश सुनने को उमड़ पड़ते। शनै:-शनै: उनके अनुयायियों की टोली ने बठ़ते- बढ़ते एक नए सम्प्रदाय का रूप ले लिया और 'सिख सम्प्रदाय' बन गया।
आदर्श शादी की चाह से , बेबशी की शादी तक
आदर्श शादी की चाह से , बेबशी की शादी तक
इनके होंगे विवाह योग प्रबल
गुरु के राशि परिवर्तन का वैवाहिक योगों पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। विवाह न केवल दशाओं के अनुकूल होने पर होता है, वरन् उनके साथ-साथ गुरु का गोचर भी अनुकूल हो, तब विवाह सम्भव होता है। दोनों में से किसी एक की अनुकूलता होने पर विवाह की सम्भावना कम होती है।
आत्मविकास में प्रार्थना का महत्त्व!
सच्ची प्रभु प्रार्थना द्वारा मरणोन्मुख व्यक्ति मौत के मुख से बचे हैं, असाध्य रोगों से पीड़ित रोगी पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए है, आत्मघात तक का विचार करने वाले व्यक्ति सफलता एवं उत्साह की ओर बढ़े हैं। जीवन मार्ग पर भटकने वालों को जीवन का सच्चा मार्ग मिला है।
अशुभ अंक - 13
पाश्चात्य जगत् में एक पा मान्यता बनी हुई है कि 13 का अंक अशुभ है । बहुत सी बहुमंजिला इमारतों में 13वीं मंजिल नहीं होती । क्रम संख्या 12 के पश्चात् क्रम संख्या 14 होती है । लोग विवाह उत्सव एवं अन्य शुभ कार्य के लिए दिनांक 13 को स्वीकार नहीं करते हैं ।
अतिवादी जगन्नाथदास जी
ओडीशा के वैष्णव सन्तों में । । अतिवादी जगन्नाथदास जी अग्रगण्य स्थान है । श्रीमद् भागवत महापुराण पर इनके द्वारा किया गया उडिया में अनुवाद ओडीशा के वैष्णव घर की शोभा बढ़ाता है । इस अनुवाद या टीका का अंग्रेजी , हिन्दी इत्यादि अनेक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है । जगन्नाथदास जी चैतन्य महाप्रभु के समकालीन थे । वे इन्हें ' अतिवादी ' कहा करते थे । इनके अनुयायियों को ' अतिवादी सम्प्रदाय ' के नाम से जाना जाता है ।
शिल्पकला का उत्कृष्ट नमूना महाबलीपुरम मन्दिर
शिल्पकला का उत्कृष्ट नमूना महाबलीपुरम मन्दिर