छत्तु बेसरा
कितने लोगों के लिए : 04
कुकिंग टाइम 50 मिनट
सामग्री
• बटन मशरूमः 400 ग्राम • आलू: 1 • तेलः 1 चम्मच • टमाटर: 2 • हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच • नमक: स्वादानुसार • धनिया पत्तीः गार्निशिंग के लिए • सरसों के पेस्ट के लिए: • सरसों: 1 1/2 चम्मच • जीरा: 1 चम्मच • साबुत धनिया: 5 चम्मच • सूखी लाल मिर्च: 5
विधि
मशरूम को अच्छी तरह से धोकर बीच से काट लें। आलू का छिलका छीलकर उसे भी छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और पानी में डालकर रख दें। सरसों का पेस्ट बनाने के लिए सभी सामग्री को ग्राइंडर में डालें। उसमें थोड़ा-सा पानी डालें और बारीक पीस लें। अब ओडिशा की इस रेसिपी को बनाने के लिए कड़ाही में दो चम्मच तेल गर्म करें। कड़ाही में आलू के टुकड़े डालें और मध्यम आंच पर उसे पकाएं। जब आलू पक जाए तो उसे कड़ाही से निकाल लें। उसी कड़ाही में टमाटर डालें और दो-तीन मिनट तक पकाएं। अब कड़ाही में मशरूम के टुकड़े डालकर मिलाएं। मशरूम और टमाटर को सात से आठ मिनट तक पकाएं। जब मशरूम आधा पक जाए तो आलू को भी कड़ाही में डालें। हल्दी पाउडर डालकर सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं और लगभग दो से तीन मिनट तक पकाएं। इसके बाद सरसों वाला पेस्ट कड़ाही में डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। स्वादानुसार नमक डालें और तीन से चार मिनट तक मसाले के साथ सभी सामग्री को भूनें। आप जितनी गाढ़ी ग्रेवी चाहती हैं, उसके अनुसार पानी डालें। मध्यम आंच पर ग्रेवी को पकाएं। जब उसमें उबाल आने लगे तो आंच धीमी कर दें और पांच से सात मिनट तक ग्रेवी को उबलने दें। धनिया पत्ती से गार्निश कर सर्व करें।
मशरूम 65
कितने लोगों के लिए : 04
कुकिंग टाइम 40 मिनट
सामग्री
Denne historien er fra September 14, 2024-utgaven av Anokhi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra September 14, 2024-utgaven av Anokhi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
लौंग दा लश्कारा
पिछले कुछ समय में नाक में पहने जाने वाले तरह-तरह के गहनों का चलन बढ़ा है। अगर आपको भी नाक में जेवर पहनने का शौक है, तो आपके पास विकल्पों की भरमार है। कैसे चुनें अपने लिए ये जेवर और क्या-क्या हैं आपके सामने विकल्प, बता रही हैं स्वाति गौड़
पल-पल क्यों बदलता है मूड?
मूड स्विंग और महिलाओं का ऐसा नाता है कि अधिकांश महिलाएं इसे बीमारी मानती ही नहीं। पर, यह एक ऐसी समस्या है, जो धीरे-धीरे हमारे जीवन पर गहरा असर डालने लगती है। क्या हैं मूड स्विंग के लक्षण और कैसे इससे उबरें, बता रही हैं शमीम खान
निवेश कीजिए सशक्त बनिए
महिलाएं कमाई करने में पीछे नहीं हैं। लेकिन जब बात निवेश की हो तो उनके कदम थोड़े लड़खड़ाने लगते हैं। हालांकि यह तस्वीर भी बदलती नजर आ रही है। इसमें आपकी भागीदारी इस बदलाव को गति दे सकती है। अपनी निवेश यात्रा की शुरुआत कैसे शुरू करें, बता रहे हैं वित्तीय सलाहकार पुनीत जैन
रिश्ते की गांठों को सुलझाने की कीजिए कोशिश
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर
हर बार गोभी का नया स्वाद
ठंड यानी रसोई में गोभी की बहार। पर, इसका मतलब यह नहीं है कि आप हर दिन गोभी की एक जैसी सब्जी ही खाएं। गोभी से कौन-सी नई रेसिपी बनाएं, बता रही हैं अरुणा तिवारी
चलो लुटाएं पर्स पर प्यार
अपने पर्स या हैंड बैग के बिना आप घर से बाहर नहीं निकलतीं। पर, क्या पर्स की देखभाल पर थोडी-सी भी मेहनत करती हैं? कैसे करें पर्स की सही देखभाल ताकि वो दें सालों तक साथ, बता रही हैं शाश्वती
गाजर के गुण गाती रहेंगी आप
गाजर यों तो आंखों की सेहत का रखवाला माना जाता है। पर, इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व बालों के लिए भी रामबाण साबित हो सकते हैं। बालों की सेहत सुधारने के लिए गाजर का कैसे करें इस्तेमाल, बता रही हैं श्रुति
प्यार से बढ़ेगा सुरक्षा का भाव
माता-पिता बच्चों के लिए जो सबसे ज्यादा जरूरी काम कर सकते हैं, वह है उन्हें सुरक्षित महसूस कराना। सुरक्षा का भाव बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के साथ उन्हें जिंदगी जीने का सही तरीका सिखाने में मददगार होता है। कैसे अपने बच्चे को दें सुरक्षित बचपन, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
क्यों जरूरी है रानी रामपाल को जानना?
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
हर गहना कहेगा इक कहानी
शादी के लिए किसी एक भारी-भरकम जेवर पर ढेर सारा निवेश करने से बेहतर है, अलग-अलग स्टाइल के जेवरों को साथ पहनकर नया लुक तैयार करना। खास बात यह है कि जेवरों की लेयरिंग इन दिनों ट्रेंड में भी है। जेवरों की लेयरिंग करते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, बता रही हैं