दीपावली यानी दीपों का उत्सव। पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाने वाला यह त्योहार बस आने ही वाला है। बाजार सज चुके हैं और हर तरफ गहमागहमी का माहौल है। ऐसा लगता है मानो हर तरफ खुशियां महक रही हैं। लेकिन दीपावली के उत्साह और उमंग के साथ महिलाओं के जिम्मे एक बहुत सिरदर्द वाला काम भी आता है, वो है दिवाली पर घर की सफाई करना ताकि घर को चमका कर दिवाली के लिए तैयार किया जा सके। वैसे भी प्राचीन मान्यताओं के अनुसार देवी लक्ष्मी का अपने घर में स्वागत करने के लिए पूरे घर को अच्छी तरह साफ-सुथरा करके ही दीपों से सजाना चाहिए। यही वजह है कि दिवाली के अवसर पर घर के कोने-कोने को साफ किया जाता है। बेशक यह काम थका देने वाला है, लेकिन सिलसिलेवार तरीके से सफाई करने पर आप बिना थके आराम से अपना घर चमका सकती हैं।
होम मेकर शिखा जैन कुछ ऐसा ही करती हैं। वे कहती हैं, 'दिवाली की सफाई के लिए मैं करीब एक महीने पहले से ही रूप-रेखा बना लाती हूं और उसके अनुसार रोजाना घर का कोई एक हिस्सा साफ करती हूं। इससे ना तो मुझे थकान होती है। और ना ही सफाई का काम मुझे आफत जैसा लगता है।' आप भी इस बार यदि बिना परेशान हुए साफ-सफाई का काम निबटाना चाहती हैं, तो कुछ बातें आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती हैं:
जल्द करें सफाई की शुरुआत
यदि आप बिना तनाव के त्योहार का पूरा आनंद उठाना चाहती हैं तो ऐन मौके की बजाय दिवाली से पहले ही घर की सफाई का काम शुरू कर दें। दिवाली मानसून के बाद आती है, इसलिए पूरे घर की झाड़-पोंछ करना जरूरी है, ताकि नमी और सीलन का पता लग सके। बेहतर होगा कि सही योजना बनाकर काम विभाजित कर दिया जाए और एक बार में घर का कोई एक हिस्सा ही साफ करने के लिए चुना जाए। इससे आप बिना थकान के काम कर सकेंगी।
अलमारी की सफाई
Denne historien er fra October 19, 2024-utgaven av Anokhi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent ? Logg på
Denne historien er fra October 19, 2024-utgaven av Anokhi.
Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.
Allerede abonnent? Logg på
लाल में दिखेंगी कमाल
लाल आत्मविश्वास, जोश और चमक का रंग है। पर, सही स्टाइलिंग के अभाव में इस रंग का ये सारा प्रभाव छूमंतर हो जाता है। कैसे करें इस रंग की स्टाइलिंग, बता रही हैं
कौन-सी चाय है सर्दी की साथी ?
चाय के भी इतने विकल्प मौजूद हैं कि यह तय कर पाना मुश्किल है कि कौन - सी चाय बेहतर है। आइए जानें कि ग्रीन टी और अदरक वाली चाय में से कौन ठंड के लिए बेहतर है, बता रही हैं
साथ रहेगा सालों का
इलेक्ट्रिक केतली अधिकांश रसोई का हिस्सा बन चुकी है। हम सब इसका इस्तेमाल तो करते हैं, पर नियमित देखभाल से अंजान है। कैसे इलेक्ट्रिक केतली की करें सफाई ताकि वह सालों दे साथ, बता रही हैं
स्तनपान के बावजूद संभव है गर्भधारण
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत । इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनेकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब हमारी एक्सपर्ट हैं
आप भी बना सकती हैं शानदार केक
केक के दीवाने तो आपके घर में भी होंगे ही। क्रिसमस आए और केक की मांग न हो, भला यह कैसे हो सकता है? इस बार अपने हाथों से केक बनाकर बच्चों की मांग को पूरा कीजिए, रेसिपीज बता रही हैं
चुकंदर का चमत्कार
चुकंदर को अब तक अगर आप सिर्फ आयरन का अच्छा स्रोत मानती आ रही हैं, तो अपनी जानकारी में थोड़ा इजाफा कर लीजिए। चुकंदर में त्वचा और बालों को भी खूबसूरत बनाने की क्षमता है। कैसे अपनी खूबसूरती के लिए इसका करें इस्तेमाल, बता रही हैं
धीरे-धीरे बढ़ेगा इनका भी वजन
दुनिया भर में हर साल सामान्य से कम वजन वाले दो करोड़ से ज्यादा शिशु पैदा होते हैं। कम वजन उनकी सेहत और विकास दोनों पर असर डालता है। कैसे करें ऐसे शिशु की देखभाल ताकि उनका वजन बढ़े, बता रही हैं
काबू में आ जाएंगे टीनएज के भी नखरे
किशोरावस्था यानी बदलाव का वक्त, जो जाने-अनजाने में बच्चे और अभिभावक दोनों की मुश्किलें बढ़ा जाता है। दो पीढ़ियों के बीच उठी भावनात्मक उथल-पुथल कैसे होगी शांत, बता रही हैं
महिलाओं को बदल रहा कराची का यह स्कूल
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है ? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी
जेवर से बदलेगा आपका तेवर
हमेशा न तो शानदार डिजाइनर कपड़े पहने जा सकते हैं और न ही सिर से नख तक तैयार हुआ जा सकता है। ऐसे दिनों में सही जेवर का चुनाव करके आप साधारण कपड़ों में भी बेहद आकर्षक लग सकती हैं। कैसे सीखें यह गुर, बता रही हैं राघव शर्मा