भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) कलकत्ता के सिर पर सजा मुकुट उसी की तरह के दूसरे संस्थानों के मुकाबले जरूर कुछ भारी है, क्योंकि यह प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल अपनी कलगी में नित नए पंख जोड़ता रहता है. देश के इस सबसे पुराने आइआइएम ने हाल ही में क्यूएस ग्लोबल एमबीए रैंकिंग्ज 2024 में - अहमदाबाद और बेंगलूरू के अपने समकक्षों के साथ-एशिया के शीर्ष बीस्कूलों में जगह हासिल की है. और, यह इसकी केवल हालिया उपलब्धि है. भारत का पहला आइआइएम होने के अलावा यह तिहरी मान्यता (ट्रिपल क्राउन) पाने वाले मात्र तीन भारतीय बिजनेस स्कूलों में पहला संस्थान है. ट्रिपल क्राउन बिजनेस स्कूल वह होता है जिसने एसोसिएशन ऑफ एमबीएज (एएमबीए), एसोसिएशन ऑफ एडवांस कॉलेजिएट स्कूल्स ऑफ बिजनेस इंटरनेशनल (एएसीएसबी) और ईक्यूयूआइएस की मान्यता हासिल की है. यह संस्थान के लिए गुणवत्ता के कीर्तिमान की परिचायक है. असल में एएमबीए की मान्यता दुनिया के महज 3 फीसद बी-स्कूल को मिल पाती है.
फिलहाल आइआइएम कलकत्ता की अगुआई डायरेक्टर के रूप में प्रो. उत्तम कुमार सरकार कर रहे हैं. प्रो. सरकार 1997 में संस्थान से जुड़े और अगस्त 2021 में इस अग्रणी संस्थान के डायरेक्टर के पद पर पहुंचे. प्रो. सरकार कहते हैं, "उत्कृष्टता के अपने निरंतर सफर में, आइआइएम कलकत्ता हमेशा छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों और नियोक्ताओं की उच्च प्राथमिकता वाली जरूरतों को पूरा करके खुद को उनका अव्वल का ठिकाना बनाए रखने की कोशिश करता है." प्रो. सरकार के नेतृत्व में आइआइएम कलकत्ता प्रबंधन की पढ़ाई को वास्तव में हर किसी तक पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में संस्थान ने रक्षा बलों के लिए छह महीने का बिजनेस मैनेजमेंट प्रोग्राम लॉन्च किया और पश्चिम बंगाल में जिला परिषदों के नवनिर्वाचित सदस्यों को राजकोषीय विवेक, पारदर्शिता, समय प्रबंधन और टीमवर्क का प्रशिक्षण देने के लिए वहां की राज्य सरकार के साथ भागीदारी की.
Denne historien er fra November 15, 2023-utgaven av India Today Hindi.
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