दरअसल, कोविड-19 महामारी हर किसी के लिए चुनौती बनकर आई. एस.पी. जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च (एसपीजे आइएमआर), मुंबई भी इसका अपवाद नहीं था. लेकिन इस 42 साल पुराने संस्थान ने व्यापक स्तर पर डिजिटल बदलावों के जरिये चुनौतियों को अवसर में बदलने में देर नहीं लगाई. इसने पूरी सहजता के साथ छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से पढ़ने-सीखने की सुविधा उपलब्ध कराई.
एसपीजेआइएमआर निरंतर विभिन्न लर्निंग प्रोग्राम और इनोवेटिव एजुकेशन के जरिये अपने छात्रों की जरूरतों और करियर संबंधी आकांक्षाओं को पूरा करने पर जोर देता रहा है. इसी सोच की बदौलत यह इंडिया टुडे ग्रुप-एमडीआरए बेस्ट बिजनेस स्कूल सर्वेक्षण में देश के अन्य निजी प्रबंधन संस्थानों को पछाड़ने में सफल रहा. फाइनेंशियल टाइम्स ने भी अपनी 2023 की वैश्विक रैंकिंग में उसे दुनिया के शीर्ष 40 बी - स्कूलों में शामिल किया है और प्रबंधन में मास्टर डिग्री के लिहाज से भारत में नंबर-1 माना है.
साल 1981 में स्थापित एसपीजेआइएमआर में छात्रों के लिए प्रोग्राम की व्यापक रेंज उपलब्ध है, और इनका मुख्य उद्देश्य भविष्य के लीडर और चेंजमेकर गढ़ना है. एसपीजेआइएमआर के डीन प्रोफेसर वरुण नागराज कहते हैं, "रेग्युलर प्रोग्राम (जैसे मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा) के साथ शिक्षा संबंधी हमारी तमाम खास पहल छात्र-छात्राओं को उनके करियर के विभिन्न चरणों के लिहाज से सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को जाहिर करती हैं."
Denne historien er fra November 15, 2023-utgaven av India Today Hindi.
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