नई पीढी का बजट
India Today Hindi|7th August, 2024
बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के लिए मोदी सरकार - का कदम क्या कारगर होगा?
राज चेंगप्पा, साथ में एम. जी. अरुण और कौशिक डेका
नई पीढी का बजट

केंद्रीय बजट 2024-25

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी योजनाओं और पहलकदमियों के लिए अपने नेता प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी से एक्रोनिम (शब्दों का संक्षिप्तीकरण) की कला सीख ली है. जब उन्होंने मोदी 3.0 का पहला केंद्रीय बजट (वित्त मंत्री के रूप में उनका सातवां) पेश किया तो देश की नौ प्राथमिकताओं की सूची में पहले नंबर पर कृषि में उत्पादकता का जिक्र करके राजनैतिक रूप से उचित प्राथमिकता दी. लेकिन अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर बजट की मुख्य थीम को प्रमुखता से बताने के लिए उन्होंने इन नौ फोकस क्षेत्रों के अंग्रेजी में पहले अक्षर को नए क्रम में जमाते हुए नया शब्द एम्प्लॉयमेंट गढ़ दिया. इसमें एम्प्लॉयमेंट, एमएसएमई, कृषि में उत्पादकता, भूमि, अवसर, युवा, मध्य वर्ग, ऊर्जा, अगली पीढ़ी के सुधार और टेक्नोलॉजी का शुरू का पहला अक्षर लिया गया है. फिर उन्होंने मोदी की तस्वीर के साथ 'बजट फॉर विकसित भारत' के हैश टैग के साथ इस सूची को डाला. कई लोगों ने इस पोस्ट की व्याख्या की कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह मान रही है कि रोजगार का संकट एक बड़ा कारण था जिससे मई में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी अपने बूते पूर्ण बहुमत पाने में विफल रही. और यह कि राजनैतिक पूंजी को और नुक्सान से बचाने के लिए समस्या से निबटने की सख्त जरूरत है.

Denne historien er fra 7th August, 2024-utgaven av India Today Hindi.

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