हिंद स्वराज में आर्थिक तानाशाही से मनुष्य को बचाने के नुस्खे
Outlook Hindi|October 16, 2023
आज का क्रोनी पूंजीवाद हमें आर्थिक तानाशाही की तरफ ले जा रहा है, जो लोग इसके नकारात्मक प्रभावों के कारण आज तकलीफ में हैं, उन्हें हमें राहत पहुंचानी होगी
राजीव भार्गव
हिंद स्वराज में आर्थिक तानाशाही से मनुष्य को बचाने के नुस्खे

जकल की जो आर्थिक नीतियां हैं, उनमें इतना ज्यादा वृद्धि पर जो जोर दिया जा रहा है, गांधीजी की हिंद स्वराज उस पर एक बहुत बड़ी आलोचना है। उन्होंने आधुनिकता के खिलाफ हिंद स्वराज लिखी थी। वैसे तो पूरी आधुनिक सभ्यता के खिलाफ उन्होंने इस किताब में बात की थी, लेकिन आधुनिकता के दो-तीन तत्वों पर उन्होंने खास जोर दिया था।

उदाहरण के लिए, आधुनिक तकनीकी। उनका खयाल था कि अगर हम लोग बिना सोचे-समझे अंधविश्वास के साथ आधुनिक तकनीक और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देंगे तो यह मनुष्यों के लिए बहुत घातक साबित हो सकता है। उनका कहना था कि हर प्रौद्योगिकी के साथ एक एथिक्स भी होती है। वैसे ऊपर से देखने में तो हर तकनीक मूल्य-निरपेक्ष लगती है, उसका कोई नीतिगत आयाम नहीं दिखता और हमें लगता है कि हम जिस भी नीतिगत दिशा में चाहें उसे ले जा सकते हैं। ऐसा नहीं है। गांधीजी का मानना था कि तकनीक और प्रौद्योगिकी के भीतर एक नीतिगत आयाम निहित है और वह नकारात्मक है। उन्होंने तो पूरे रेल तंत्र की ही बहुत बड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हम लोग तीन सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सफर करने में लगे हुए हैं, लेकिन मनुष्य की जो अपनी स्वाभाविक लय है, आंतरिक गति है, रेलगाड़ी उस गति को विकृत करती है। वे मानते थे कि कई चीजें हमें धीमी ही करनी चाहिए। आधुनिक तकनीकी गति को बढ़ाती है। उससे हमारी मानवता में विकार आता है।

Denne historien er fra October 16, 2023-utgaven av Outlook Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

Denne historien er fra October 16, 2023-utgaven av Outlook Hindi.

Start din 7-dagers gratis prøveperiode på Magzter GOLD for å få tilgang til tusenvis av utvalgte premiumhistorier og 9000+ magasiner og aviser.

FLERE HISTORIER FRA OUTLOOK HINDISe alt
गांधी पर आरोपों के बहाने
Outlook Hindi

गांधी पर आरोपों के बहाने

गांधी की हत्या के 76 साल बाद भी जिस तरह उन पर गोली दागने का जुनून जारी है, उस वक्त में इस किताब की बहुत जरूरत है। कुछ लोगों के लिए गांधी कितने असहनीय हैं कि वे उनकी तस्वीर पर ही गोली दागते रहते हैं?

time-read
3 mins  |
January 20, 2025
जिंदगी संजोने की अकथ कथा
Outlook Hindi

जिंदगी संजोने की अकथ कथा

पायल कपाड़िया की फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट परदे पर नुमाया एक संवेदनशील कविता

time-read
4 mins  |
January 20, 2025
अश्विन की 'कैरम' बॉल
Outlook Hindi

अश्विन की 'कैरम' बॉल

लगन और मेहनत से महान बना खिलाड़ी, जो भारतीय क्रिकेट में अलग मुकाम बनाने में सफल हुआ

time-read
4 mins  |
January 20, 2025
जिसने प्रतिभाओं के बैराज खोल दिए
Outlook Hindi

जिसने प्रतिभाओं के बैराज खोल दिए

बेनेगल ने अंकुर के साथ समानांतर सिनेमा और शबाना, स्मिता पाटील, नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, गिरीश कार्नाड, कुलभूषण खरबंदा और अनंतनाग जैसे कलाकारों और गोविंद निहलाणी जैसे फिल्मकारों की आमद हिंदी सिनेमा की परिभाषा और दुनिया ही बदल दी

time-read
3 mins  |
January 20, 2025
सुविधा पचीसी
Outlook Hindi

सुविधा पचीसी

नई सदी के पहले 25 बरस में 25 नई चीजें, जिन्होंने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पूरी तरह से बदल डाली

time-read
10+ mins  |
January 20, 2025
पहली चौथाई के अंधेरे
Outlook Hindi

पहली चौथाई के अंधेरे

सांस्कृतिक रूप से ठहरे रूप से ठहरे हुए भारतीय समाज को ढाई दशक में राजनीति और पूंजी ने कैसे बदल डाला

time-read
10+ mins  |
January 20, 2025
लोकतंत्र में घटता लोक
Outlook Hindi

लोकतंत्र में घटता लोक

कल्याणकारी राज्य के अधिकार केंद्रित राजनीति से होते हुए अब डिलिवरी या लाभार्थी राजनीति तक ढाई दशक का सियासी सफर

time-read
5 mins  |
January 20, 2025
नई लीक के सूत्रधार
Outlook Hindi

नई लीक के सूत्रधार

इतिहास मेरे काम का मूल्यांकन उदारता से करेगा। बतौर प्रधानमंत्री अपनी आखिरी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस (3 जनवरी, 2014) में मनमोहन सिंह का वह एकदम शांत-सा जवाब बेहद मुखर था।

time-read
4 mins  |
January 20, 2025
दो न्यायिक खानदानों की नजीर
Outlook Hindi

दो न्यायिक खानदानों की नजीर

खन्ना और चंद्रचूड़ खानदान के विरोधाभासी योगदान से फिसलनों और प्रतिबद्धताओं का अंदाजा

time-read
5 mins  |
January 20, 2025
एमएसपी के लिए मौत से जंग
Outlook Hindi

एमएसपी के लिए मौत से जंग

किसान नेता दल्लेवाल का आमरण अनशन जारी लेकिन केंद्र सरकार पर असर नहीं

time-read
3 mins  |
January 20, 2025