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घर-घर से कचरा लेने के 120 करोड़ बाकी
देश में स्वच्छता के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करने की राह में आगे बढ़ते हुए इंदौर नगर निगम द्वारा घर-घर से कचरा संग्रहण की व्यवस्था को लागू किया गया था। इस व्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कचरा संग्रहण शुल्क की वसूली का भी फैसला लिया गया। इस समय शहर के नागरिकों पर नगर निगम का 120 करोड़ रुपए कचरा संग्रहण का बाकी हो गया है। अब निगम द्वारा इस पैसे की वसूली पर से भी अपना ध्यान हटा दिया गया है। इसके परिणाम स्वरूप यह व्यवस्था नगर निगम के खजाने पर सफेद हाथी साबित हो रही है।
कोरोना के अब कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा बडा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जारी की देश को चेतावनी
गुजरात के युवक ने बना दी गोलगप्पे की एटीएम
हमारा देश प्रतिभाओं की खदान वाला देश है। हमारे देश के युवाओं को थोड़ा सा अबसर गिल जाए तो बे एक से एक अविष्कार करने में पीछे नहीं रहते हैं। इन युवाओं द्वारा सगय-सगय पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी पूरी दुनिया के सागने कर दिया गया है। इसी कड़ी में अब एक नया गागला गुजरात से सागने आया है।
मैं देश को बिकने नहीं दूंगा
अमेरिका के दबाव में झुकी सरकार
नहीं हो रहा है पालन, बाजार में उमड़ रही है भीड़
प्रशासन के नियम कायदे कागजों में सीमटे
एयर इंडिया को बेचने का मामला लटका
देश की सबसे पुरानी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार के द्वारा की गई पहल अभी अधर में लटक गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण का यह दौर एयर इंडिया के लिए तो मानो नया जीवन देने वाला दौर रहा है। सरकार की ओर से 2019 में ही एयर इंडिया में नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई थी। यह सब कुछ ऐसे समय हो रहा है जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्वजनिक समारोह में अमूमन यह कहते हुए नजर आते हैं कि देश को बिकने नहीं दूंगा। इस कथन के बीच में देश की पुरानी और बेशकीमती कंपनियों को बेचने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है।
विश्व की पहली कोरोना को किल करने वाली वैक्सीन लांच करने की तैयारी में भारत
इस समय पूरे विश्व को कोविड-19 से हो रही मौतों को रोकने के लिए वैक्सीन की जरूरत है। विश्व की इस जरूरत की पूर्ति के लिए विश्व के हर बड़े देश द्वारा कोशिश की जा रही है। इन सारी कोशिशों के बीच विश्व का जनसंख्या के मान से दूसरे नंबर का देश भारत अपने स्वतंत्रता दिवस के दिन कोरोना को किल करने वाली वैक्सीन लांच करने की तैयारी में है। इस वैक्सीन को लांच करने के लिए एक तरफ जहां क्लीनिकल ट्रायल को नियम के अनुसार नहीं चलाने की कोशिश की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ हड़बड़ाहट में जल्दी वैक्सीन देने की कोशिश भी की जा रही है। इन सारी कोशिशों के बीच यह नजर आ रहा है कि सरकार प्रचार का ढोल बजाने के लिए उतावली है
कोरोना की दवा सवालों के घेरे में ऐसी आई की गायब हो गई
इस समय भारत सहित पूरा विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। तब योग गुरु के रूप में ख्याति प्राप्त बाबा रामदेव ने अपने संस्थान पतंजलि ग्रुप से कोरोना की दवा लांच करने का दावा कर पूरे विश्व में तहलका मचा दिया। यह बाबा राम के देव बनने का सफर था। इस समय पूरा विश्व जिस दवा का इंतजार कर रहा है उस दवा को बाबा एकदम से ऐसी लेकर आए कि बवाल मच गया। फिर जब दर्जनों सवाल उठने लगे तो इस दवा को पिक्चर से गायब करना पड़ा।
कोरोना महामारी के बाद अब बारिश में सेहत का विशेष ध्यान जरूरी
बारिश यानी बीमारियों का मौसम आयुर्वेद के अनुसार बारिश में शरीर में वात की वृद्धि और एसिड के जमाव के कारण बीमारियां बढ़ती हैं। अभी बारिश की शुरुआत है इसलिए जीवनशैली और खानपान को संतुलित बनाने का सही समय है। इसके लिए कुछ विशेष चीजों का आपको ध्यान रखना है साथ ही कुछ जरूरी खाद्य पदार्थ आहार में शामिल करें इनसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और बीमारियां भी दूर होंगी बदलता मौसम पेट के लिए आफत होता है। पाचन सही तो आधी बीमारियां यूं ही भाग जाती हैं। इस मौसम में पेट का ख्याल रखकर आप खुद को कई बीमारियों से बचा सकते हैं।
मैं देश को बिकने नहीं दूंगा-मोदी
LIC में सरकार की हिस्सेदारी को बेचने की तैयारी शुरू
लॉकडाउन की अवधि में सरकार ने किए श्रम कानूनों में संशोधन, कितने हितकारी
लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम 2010 के अंतर्गत जारी अधिसूचना के अनुसार श्रम विभाग की 18 सेवाओं को पहले तीस दिन में देने का प्रावधान था। अब इन सेवाओं को एक दिन में देने का प्रावधान किया गया है। दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 में संशोधन के बाद कोई भी दुकान एवं स्थापना सुबह 6 से रात 12 बजे तक खुली रह सकेगी। इससे दुकानदारों के साथ ही ग्राहकों को भी राहत मिलेगी। पचास से कम श्रमिकों को नियोजित करने वाले स्थापनाओं में श्रम आयुक्त की अनुमति के बाद ही निरीक्षण किया जा सकेगा।
सड़कों पर फिर सज गया ठेलों का बाजार
मनीष सिंह ने आयुक्त के रूप में स्वच्छता के लिए प्रमुख बाजारों को किया था ठेला मुक्त
10,000 वेंटीलेटर की खरीदी का आर्डर विवादों में
कोरोना के मरीजों की जान से मोदी सरकार का खिलवाड़
कोरोना का लॉकडाउन नहीं आया होता तो अब तक बिक जाता बीपीसीएल
मैं देश को बिकने नहीं दूंगा-मोदी बीपीसीएल की हिस्सेदारी बेचने के लिए बुलाया ऑफर
कोरोना वायरस को आसानी से मार सकता है तांबा
तांबा यह शक्ति शाली धातु कोरोना वायरस को दबा सकती है पर पूरी तरह सुरक्षा नहीं दे सकती और आयुर्वेद के अनुसार तांबे का पानी पीने के कई चमत्कारिक फायदे होते हैं।
मैं देश को बिकने नहीं दूंगा-मोदी
कोरोना से बचने के लिए भी ले लिया 76 अरब का कर्ज
लॉकडाउन के दौरान पुलिस नहीं कर पाई गंभीर अपराधों की जांच
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पश्चात देश की सभी राज्य सरकारें समय पर पुलिस सुधार कर लेती तो कोरोना से जंग लड़ना आसान हो जाता। सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2006 में एक महत्वपूर्ण फैसला प्रकाश सिंह बादल विरुद्ध भारत संघ में यह निर्देश दिया था, जिसमें देश में पुलिस सुधारों की चर्चा की गई थी।
भाजपा के दो उपेक्षित नेताओं ने साथ बैठकर बांटा दर्द
प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के किसी समय बहुत मजबूत रहे दो बड़े नेता इस समय उपेक्षा का शिकार हैं। पिछले दिनों इन नेताओं ने एक दूसरे के साथ मिल बैठकर दर्द बांटा।
अब भाजपा ने दम ठोक कर बोला हां हमने सरकार गिराई
सिंधिया-सिलावट नहीं होते तो हम सरकार कैसे गिराते
चेक बाउंस को अपराध की श्रेणी से हटाया, अब नहीं होगी जेल
सरकार ने उद्योग एवं व्यवसाय जगत को संकट की इस घड़ी में कुछ और कानूनी उल्लंघनों को अपराध की श्रेणी से हटाकर राहत पहुंचाने का प्रस्ताव किया है। सरकार ने चेक बाउंस होने, कर्ज की किस्त का भुगतान नहीं हो पाने सहित करीब 19 कानूनों के तहत होने वाले हल्के उल्लंघनों को अपराध की श्रेणी से हटाने का प्रस्ताव किया है। वित्त मंत्रालय ने 19 कानूनों से जुड़े प्रावधानों में विभिन्न उल्लंघनों को अपराध की श्रेणी से हटाने को लेकर कदम उठाए हैं। मंत्रालय का कहना है कि इनसे कारोबार सुगमता बढ़ेगी और अदालती प्रणाली के साथ साथ जेलों के बढ़ते बोझ को कम करने में मदद मिलेगी। मंत्रालय ने अपने इस प्रस्ताव पर संबंध पक्षों से 23 जून तक अपने सुझाव और विचार सौंपने को कहा है।
निगम ने अपने कर्मचारियों को कोरोना से बचाने के लिए दिए सारे संसाधन
इंदौर नगर निगम द्वारा अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए सारे संसाधन दिए गए। यही कारण है कि कोरोना के दौर में भी मैदान में निकल कर भरपूर काम करने के बावजूद निगम के कर्मचारी सुरक्षित रहे।
भारत में छूट मिली तो चीन में हो गई सख्ती
भारत में छूट मिली तो चीन में हो गई सख्ती
ये कैसी महामारी है सरकार?
अगर यह महामारी है तो पशु, पक्षी कैसे सुरक्षित हैं। सरकारी, दरबारी लोग ठीक हो जाते हैं और जनता मौत के मुंह में चली जाती है। यह कैसी विडम्बना है कि इस महामारी के रोग से एक भी बंदा घर या सड़क पर नहीं मरा, अगर मरा है तो अस्पताल में जाकर। यह कैसी महामारी है जिसका टेस्ट प्रायवेट करवाया जाए तो नकारात्मक और सरकारी अस्पतालों और लैब में सकारात्मक?
मैं देश को बिकने नहीं दूंगा- मोदी
देश की रक्षा के काम में भी 74 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी
गलत आंकड़ों ने दुनिया के कोरोना मरीजों से छीनी संजीवनी
कोरोना के मरीज के लिए कोई वैक्सीन तो अब तक नहीं बन सकी है लेकिन जो दवाई इन मरीजों को अच्छा होने के लिए संजीवनी बूटी की तरह काम कर रही थी, उस पर गलत आंकड़े के कारण रोक लगाने का खेल खेला गया। इस मेल में विश्व स्वास्थ्य संगठन भी जाने-अनजाने में शामिल हो गया।
2 महीने से बंद पडे हैं शहर के सारे टीकाकरण केंद्र
कोरोना के बीच बच्चों के सामने जिंदगी का रोना
लॉकडाउन खुलने बाद चेक के विवाद बढ़ेंगे
लॉकडाउन के कारण कई व्यक्ति और संस्थाएं उनको दिए गए चेक बैंक में प्रस्तुत नहीं कर सके। आपको यह अच्छी तरह से याद होगा कि चेक की वैधता तीन माह होती है। लॉकडाउन के कारण कई लोगों के पास जो चेक थे उनकी 3 माह की वैधता समाप्त हो गई है। अब चेक का भुगतान प्राप्त करने हेतु बैंक में चेक प्रस्तुत करने का वैधानिक अधिकार नहीं रखते हैं। 3 माह की चेक की वैधता समाप्त होने से कई व्यापारी, व्यक्ति और संस्था गहरे आर्थिक संकट में आ गए क्योंकि भुगतान के रूप में जिन व्यक्ति यों ने चेक दिए थे वह 3 माह की चेक की वैधता समाप्त होने के बाद पुनः चेक भुगतान प्राप्तकर्ता को नहीं प्रदान कर रहे हैं या तो उन लोगों की नियत खराब हो गई है और न ही आर्थिक संकट में वे लोग आ गए। ऐसी स्थिति में कई व्यापारिक लेन-देन के विवाद इन चेकों के वैधता समाप्त होने से बढ़ेंगे।
सांसद की सक्रियता के क्या है मायने
इस समय चाहे प्रशासनिक क्षेत्र हो या भोपाल से दिल्ली का सत्ता के रथ पर सवार भारतीय जनता पार्टी के संगठन का क्षेत्र हो। हर जगह एक ही चर्चा है कि आखिर इस समय इंदौर में सांसद शंकर लालवानी इतने ज्यादा सक्रिय क्यों है ? सांसद की इस सक्रियता के पीछे मायना क्या है? क्या उन्हें अघोषित रूप से भोपाल से ताकत देकर इंदौर में केंद्र बिंदु बनाया जा रहा है ? क्या ताई-भाई के रूप में विख्यात इंदौर की भाजपा की राजनीति के अब सारे समीकरण साई से शुरू कर साईं पर ही समाप्त करने का खेल शुरू किया गया है? इस तरह के सारे सवालों के जवाब इन दिनों ढूंढे जा रहे हैं।
90 हजार ई पास जारी हुए इंदौर से
पूरे प्रदेश में रचा कीर्तिमान, आईडीए के सीईओ श्रोत्रिय के विवेक से मिली जनता को राहत
इंदौर के किसानों को हो गया 50 करोड़ का नुकसान
इंदौर के किसानों को हो गया 50 करोड़ का नुकसान