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मौन मतदाता क्रांति
देश में महिला मतदाताओं की बढ़ती ताकत को अपने वोट की कीमत का बखूबी एहसास, उसे वे अपनी और देश की नियति तय करने के लिए इस्तेमाल कर रहीं
खंडित संसदीय क्षेत्र
भाजपा के खिलाफ प्रतिरोध और बौद्ध बहुल लेह तथा मुस्लिम बहुल करगिल का एक दूसरे के खिलाफ होना चुनाव में सबसे बड़े मुद्दे हैं
बॉस तो हुड्डा ही हैं
फसल चक्र या क्रॉप रोटेशन अपनाना खेत के लिए अच्छा हो सकता है लेकिन जरूरी नहीं कि राजनीति के मामले में भी ऐसा ही हो.
निर्दलीयों का हमला
नायब सैनी की नई सरकार संकट में है लेकिन भाजपा की फौरी चिंता लोकसभा के वोट हैं
बिसात का नया बादशाह
सत्रह साल के डी. गुकेश कैंडीडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने
तवायप की लाहौरी दुनिया का नायाब अफसाना
यह एक नितांत भव्य, महंगा, महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है या फिर संजय लीला भंसाली का दुनिया को उपहार? आजादी के दौर के लाहौर की छह तवायफों की इस गाथा के नेटफ्लिक्स पर रिलीज होते ही दर्शक हुए दीवाने
नेताजी...नहीं, चुनाव लड़ेंगे बेटीजी-बेटाजी
बिहार में बड़े नेताओं के छह बच्चों समेत 28 खानदानी प्रत्याशी मैदान में. कइयों ने टिकट मिलने से ठीक पहले पार्टियों की सदस्यता ली. तो क्या चुनावी टिकट नेताओं के परिजनों को ही मिला करेंगे और कार्यकर्ता सिर्फ दरियां बिछाया करेंगे?
सुरक्षित सीटों पर युवा दांव
यूपी में राजनैतिक दलों ने आरक्षित लोकसभा सीटों पर उतारे नए युवा उम्मीदवार, ज्यादातर अपने पिता की सियासी विरासत के सहारे चुनाव मैदान में
तेजस्वी की पहले से पुख्ता पकड़
बिहार का सियासी माहौल बेहद गरम. यहां राजद प्रमुख ने युवाओं से जुड़े मुद्दों को प्रधानमंत्री मोदी की अपील और नीतीश कुमार पर बुरी तरह आश्रित भाजपा से मुकाबले में औजार बनाया. नीतीश तो पुराना रुतबा गंवा ही चुके
कांग्रेस का अकेला सिपहसालार
अधीर रंजन चौधरी के कांग्रेस के गढ़ - मुर्शिदाबाद - में भाजपा और टीएमसी सेंध लगाने का कर रहीं प्रयास
मजबूती से मोर्चा संभालतीं ममता
भाजपा ने भ्रष्टाचार और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को बुरी तरह घेर रखा है. लेकिन ममता भी पूरी मजबूती से मोर्चे पर डटी हैं और उनकी पार्टी यह नैरेटिव गढ़ने में जुटी है कि भगवा पार्टी 'बंगाली विरोधी' है
कौन जीतेगा यह महायुद्ध?
महाराष्ट्र में अब तक की सबसे पेचीदा सियासी जंग में वोटों की तलाश करते दुल-मुल गठबंधन सत्ता संघर्षों और विश्वासघातों की दिलचस्प महागाथा रच रहे हैं
करो या मरो की जंग
महाराष्ट्र, बंगाल और बिहार के इलाकाई क्षत्रप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सियासत इतिहास गढ़ने के रास्ते में खड़े हुए हैं. अगर क्षत्रप उन्हें हराने में नाकाम हुए तो वे अपना राजनैतिक महत्व गंवा देंगे
कैसे शुरू हुई कलह
कांग्रेस डेढ़ दशक बाद दिल्ली में लोकसभा चुनाव में खाता खुलने की उम्मीद कर रही है, लेकिन इससे पहले अंदरूनी कलह से उसकी मुश्किलें बढ़ीं
भगवा का जोर
गोधरा में अमित शाह कारसेवकों का बलिदान याद किया. कांग्रेस का प्रचार 'अन्याय काल बनाम अमृत काल' पर केंद्रित है
मियां वोट हासिल करने की मजबूरी
अपनी रणनीति को बदलते हुए असम के मुख्यमंत्री धार्मिक बयानबाजी से परहेज कर रहे हैं और इस पूर्वोत्तर राज्य में भाजपा की अगुआई वाले एनडीए की सीट संख्या को रिकॉर्ड ऊंचाई पर ले जाने के लिए मुस्लिम मतदाताओं को भी लुभाने की कोशिश कर रहे हैं
राजा साहब लौटे पुराने मैदान में
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह 33 वर्ष बाद एक बार फिर बतौर कांग्रेस उम्मीदवार अपनी पुरानी सीट राजगढ़ से चुनाव मैदान में उतरे. बेहद कड़े माने जा रहे इस मुकाबले में जीत के लिए उन्होंने जमीनी स्तर पर जोरदार अभियान चला रखा है
गढ़ में फिर उतरे सिंधिया
पिछले चुनाव में हार के बावजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पुश्तैनी सीट गुना जीतने के लिए लगा रहे जोर
अब जीने के कायदों पर किताब
अपनी नई किताब इलेवन रूल्स फॉर लाइफ के साथ चेतन भगत ने की है नॉन-फिक्शन की दुनिया में वापसी
'भोट जरूरी है मगर पेट उससे ज्यादा'
बिहार के कोसी अंचल में ऐन चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर यहां के मजदूर फसल कटाई के लिए पंजाब का रुख कर रहे. स्टेशन बिहार छोड़कर जाने वालों से अटे पड़े. पेट की आग मताधिकार पर पड़ रही भारी
भाजपा के ट्रंप कार्ड को चुनौती देती कांग्रेस
टीम मोदी विधानसभा चुनाव में हासिल जीत की लय के भरोसे है लेकिन चतुराई से प्रत्याशियों का चयन शायद कांग्रेस का सूपड़ा साफ न होने दे
धमक दिखाने उतरा मुलायम का परिवार
लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमा रहे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत मुलायम सिंह यादव परिवार के पांच सदस्य. यादव बेल्ट की कन्नौज, बदायूं, फिरोजाबाद और आजमगढ़ सीट को फिर से जीतने की चुनौती
“मोदी 3.0 में टेक्नोलॉजी से जुड़े बदलाव हमारी बड़ी प्राथमिकता होंगे”
आम चुनाव 2024 के दौर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नॉर्थ ब्लॉक के लकदक परिसर से निकलकर चुनावी मैदान की धूल-गर्मी झेल रही हैं. चुनाव प्रचार की अपनी भारी व्यस्तता के बीच उन्होंने ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और मैनेजिंग एडिटर एम. जी. अरुण के साथ खास बातचीत में बेबाकी से जवाब दिए. उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई जैसे असहज मसलों सहित अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी मुद्दों पर रोशनी डाली और यह भी बताया कि अगर भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में आती है तो हम मोदी 3.0 से क्या उम्मीद कर सकते हैं. बातचीत के संपादित अंशः
अर्थशास्त्र मोदी का कामयाबी और नाकामियां
देश की अर्थव्यवस्था एक अहम चुनावी मामला. उसी के आईने में कुछ प्रमुख आर्थिक पैमानों पर मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड का आकलन
आप की अग्निपरीक्षा का वक्त
अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के रूप में अपने शीर्ष नेतृत्व की गैरमौजूदगी में आम आदमी पार्टी सांगठनिक स्तर पर खुद को किस तरह से तैयार कर रही
बहुमत तलाशते 'महाराजा'
भाजपा ने मैसूरु के पूर्व शाही परिवार के वंशज यदुवीर कृष्णदत्त चामराज वाडियार को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है जो सिद्धारमैया का गृहनगर है
घिर गए ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी और उनकी एआइएमआइएम अपने गढ़ हैदराबाद में दबाव महसूस कर रहे हैं
घरेलू मैदान में शाह
दूसरे कार्यकाल के लिए गांधीनगर से चुनाव लड़ते हुए केंद्रीय गृह मंत्री विशाल जनादेश पाने की गरज से विकास और गुजराती गौरव के नारे पर भरोसा कर रहे हैं. मगर नौकरियों और क्षत्रिय विवाद से जीत का अंतर कम होने का अंदेशा
रूहानी सफर
आर्टिकल 370 में अहम किरदार निभाने के बाद यामी गौतम अब मां बनने और अपनी अगली रिलीज धूमधाम के बारे में
महायुति में भीतर ही शुरू दो-दो हाथ
सीट बंटवारे को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन के तीनों घटकों के बीच तनातनी का दौर. क्या ये सहयोगी दल आम चुनाव से पहले समय रहते अपने मतभेदों को सुलटा लेंगे? या फिर एक-दूसरे पर बीस पड़ने की चाहत उनका खेल बिगाड़ेगी?