![शेखावाटी को कतई नहीं भा रहा यह पथ](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1717394749/articles/dGSw4Tzcc1717401744810/1717402148059.jpg)
उतरती मई की एक दोपहर में 12 बजे का वक्त होगा. पारा 47 डिग्री को छू रहा था. शेखावाटी झुंझुनूं जिले में चिड़ावा के पास का स्यालू कलां गांव. 14 मई को लेह, लद्दाख में ड्यूटी के दौरान यहीं के अग्निवीर नंदूसिंह शेखावत प्राण त्याग दिए थे. उनके घर के बाहर एक बैनर टंगा था: 'नंदू सिंह शेखावत को शहीद का दर्जा दो'. घर में शेखावत के पिता उमराव सिंह और मां सुनीता कंवर गोद में अपने बेटे की तस्वीर लिए बैठे थे. आंखें नम और चेहरा गमगीन. शेखावत की मौत का जिक्र आते ही पिता की डबडबाई आंखों में गुस्सा तैरने लगा. उन्होंने एक साथ कई सवाल दागे, "मेरा बेटा ड्यूटी करते हुए शहीद हुआ है, उसे अन्य जवानों की तरह शहीद का दर्जा क्यों नहीं दिया जा रहा? हमारे आस-पास के गांवों के शहीद दूसरे सैनिकों की पार्थिव देह सेना के वाहनों में घर लाई गई, लेकिन मेरे बेटे की देह को एक सामान्य एंबुलेंस में क्यों भेज दिया गया?" 25 मई को नंदू सिंह का बारहवां था और घर में लोगों की भीड़ जमा थी. हर कोई बस यही पूछ रहा था: नंदू सिंह को शहीद का दर्जा मिलेगा?
काबिलेगौर है कि 14 मई, 2024 को लेह में भारतीय सेना के गोला बारूद डिपो (41 एफएडी) में ट्रेड्समैन मेट के पद पर कार्यरत शेखावत की बम फटने से मौत हो गई थी. वे 20 मार्च, 2023 को लेह में सीधी भर्ती के जरिए अग्निवीर बने थे. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान गांव में दवाई की व्यवस्था की और कोरोना पॉजिटिव लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर खुलवाया. हाल में ही वे बीए अंतिम वर्ष की परीक्षा देकर ड्यूटी पर लौटे थे.
This story is from the June 12, 2024 edition of India Today Hindi.
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!['छोटी-छोटी फिल्में करना अच्छा लगता है'](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/nEqwMhV4F1719314468577/1719314599565.jpg)
'छोटी-छोटी फिल्में करना अच्छा लगता है'
नवाजुद्दीन सिद्दीकी जी फाइव पर रिलीज होने वाली अपनी अगली फिल्म राउतू का राज, संघर्ष के दिनों और ऐक्टिंग के तजुर्बे पर
![अब डिजाइन के नए अवतार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/WOTQE2Z-Z1719313619244/1719314468095.jpg)
अब डिजाइन के नए अवतार
व्यावहारिक प्रशिक्षण, नेटवर्किंग और उद्योग के अंदरूनी लोगों के साथ मेंटोरशिप के मौके, साथ ही शानदार रिसर्च प्रोजेक्ट. ऐसे तमाम पहलू डिजाइनर बनने की चाहत रखने वालों के लिए एनआइएफटी दिल्ली को बना देते हैं बेहतरीन संस्थान
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मानवीय जुड़ाव
फील्ड वर्क और किताबी सीख से आगे बढ़कर मिलने वाला अनुभव टी आइएसएस के स्नातकों को किसी भी हालात में ढलने और उसका सामना करने का आत्मविश्वास देता है
![कोडिंग का कौशल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/hrghnOmEX1719312854567/1719313204597.jpg)
कोडिंग का कौशल
उद्योग के अनुभवी लोगों और अपने पूर्व छात्रों के साथ घनिष्ठ संपर्क. इन्हीं के जरिए क्राइस्ट का कंप्यूटर विज्ञान विभाग यह पक्का कर रहा कि टेक्नोलॉजी के तेज विकास के साथ कदमताल करते हुए 'उसके छात्र चुनौतियों और आने वाले अवसरों के लिए अच्छे से तैयार हों
![अच्छी संगत से रगत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/Yya07UFDg1719312360432/1719312841430.jpg)
अच्छी संगत से रगत
एसएससीबीएस के छात्र अपडेटेड सिलेबस पढ़ते हैं जिसमें सैद्धांतिकी के साथ प्रैक्टिस भी में जुड़ी होती है. इंडस्ट्री में इस कॉलेज के अपने संपर्क ग्रेजुएट्स को प्रमुख एमएनसी तक पहुंचने मदद करते हैं
![मेहमाननवाजी में नहीं कोई सानी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/1RYy5xPQy1719311993656/1719312354595.jpg)
मेहमाननवाजी में नहीं कोई सानी
यह होटल प्रबंधन संस्थान नवीनतम रुझानों से अवगत है, विभिन्न संबद्ध विषयों में नए पाठ्यक्रम पेश कर रहा है
![मीडिया के लिए ट्रेनिंग में अब भी बेमिसाल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/Iwiw54jjq1719311530797/1719311967459.jpg)
मीडिया के लिए ट्रेनिंग में अब भी बेमिसाल
मीडिया इंडस्ट्री के बदलते मिजाज के अनुरूप नए-नए कोर्स तैयार करने वाला आइआइएमसी जन संचार के छात्रों के लिए अब भी पसंदीदा प्लेटफॉर्म
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दलील और तकनीक का मेल
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नवाचार के गढ़ रहे नए प्रतिमान
नवीनतम डिजाइन स्टूडियो और आला दर्जे की प्रयोगशालाओं में सैद्धांतिक ज्ञान को जमीन पर उतारा जा रहा. संकल्प है टिकाऊपन. आइआइटी रुड़की के डिपार्टमेंट ऑफ आर्किटेक्चर ऐंड प्लानिंग की भविष्य के लिए तैयारी बेहद सावधानी भरी
![अगुआ गढ़े जाते हैं यहां](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1743588/qNwGcfiN11719310353444/1719310666238.jpg)
अगुआ गढ़े जाते हैं यहां
बिट्स पिलानी ने शिक्षा में इनोवेशन को बढ़ावा देने का काम किया है. अपनी जीरो-अटेंडेंस पॉलिसी और आंत्रेप्रेन्योरशिप पर केंद्रित पाठ्यक्रम के चलते संस्थान इंडस्ट्री की दुनिया के अगुआ लोगों को तैयार करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा