![गेहूं की खरीद में लगा घुन](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1719802947/articles/qbw3nUqsi1719813135142/1719813435659.jpg)
और, आप तो यही सोच रहे होंगे कि गेहूं उत्पादकों को 125 रुपये प्रति क्विंटल के बोनस भुगतान के साथ अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा दाम-2,275 रुपये की तुलना में 2,400 रुपये प्रति क्विंटल-देने वाले मध्य प्रदेश में अपनी फसल बेचने के लिए किसानों की कतार ही लग गई होगी. मगर मध्य प्रदेश में गेहूं खरीद में दिखी सुस्ती ने बहुत लोगों की यह चिंता बढ़ा दी है कि इससे कहीं देश की खाद्य सुरक्षा ही प्रभावित न हो जाए. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास 303 लाख टन गेहूं का स्टॉक है, जो बफर मानक 275 लाख टन से थोड़ा ही अधिक है.
मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद 15 मार्च को पहले कुछ जिलों में शुरू हुई, फिर 25 मार्च को पूरे राज्य में इसकी शुरुआत कर दी गई. वैसे, खरीद की अंतिम तिथि 15 मई थी, लेकिन खरीद में तेजी न आती देख इसे पहले 31 मई और फिर 25 जून तक बढ़ा दिया गया. सरकारी सूत्रों की मानें तो केंद्र के कहने पर भी इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया, जो खुद इस स्थिति को लेकर खासा चिंतित था. देश में कुल खरीद 16 जून को 266 लाख टन दर्ज की गई, जो इस विपणन सत्र के लिए 373 लाख टन के लक्ष्य से काफी कम है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस कमी का मुख्य कारण मध्य प्रदेश में पर्याप्त खरीद न होना ही है.
This story is from the July 10, 2024 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the July 10, 2024 edition of India Today Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
![घाट-घाट की प्रेरणा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/LUUVJOPjd1719819069912/1719819253094.jpg)
घाट-घाट की प्रेरणा
कलाकार परेश मैती वेनिस की बिनाले कला प्रदर्शनी पर्सनल स्ट्रक्चर्स में रखे अपने इंस्टालेशन जेनेसिस के बारे में
![रहस्य और रोमांच का मॉनसून](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/vOkc6YFrx1719818330161/1719819068439.jpg)
रहस्य और रोमांच का मॉनसून
गर्मियों के सूखे निकले सत्र के बाद आ गई तड़पते दर्शकों को तर करने के लिए नई फिल्मों की पूरी एक ताजा सीरीज
![“लोकसभा चुनाव लड़ने को कई पार्टियों ने फोन किया”](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/lNXpysWri1719818103786/1719818326991.jpg)
“लोकसभा चुनाव लड़ने को कई पार्टियों ने फोन किया”
दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर ने एक्टिंग के अपने तरीके, फिल्मों, दर्शन, दोस्तों और किसानों के लिए बनाए ट्रस्ट समेत जीवन के कई पहलुओं पर इंडिया टुडे हिंदी और लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी से खुलकर बात की. पेश है बातचीत का संपादित अंशः
![अरसे बाद लौटी कीमतों में उछाल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/qqrpEp1Ga1719817647958/1719818088579.jpg)
अरसे बाद लौटी कीमतों में उछाल
दुनिया में ब्राजील के बाद रोबस्टा बीन्स के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक वियतनाम में सूखा पड़ने से आपूर्ति में रुकावट आई. इससे भारत के बागान मालिकों की हुई चांदी
![नौकरी के नाम पर गंदा खेल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/h1CX05MRs1719817175192/1719817637518.jpg)
नौकरी के नाम पर गंदा खेल
बेरोजगार युवाओं-युवतियों को नौकरी देने के नाम पर उनके साथ ठगी, यौन शोषण और क्रूरता की दहला देने वाली कहानियां
![आइआइटी पटके अब करें क्या](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/Ic9WwIrKJ1719816014374/1719817175699.jpg)
आइआइटी पटके अब करें क्या
आर्थिक मंदी ने आइआइटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़े छात्रों की नौकरी पर असर दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे संस्थानों की डिग्री अब नौकरी पक्की होने की गारंटी नहीं रही
![पेपर लीक के बाद अब कॉपीकांड](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/ndtFh9WZr1719815826406/1719816002127.jpg)
पेपर लीक के बाद अब कॉपीकांड
न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिवीजन भर्ती 2022 की मुख्य परीक्षा में कॉपी की अदला बदली का आरोप यूपी लोक सेवा आयोग के गले की फांस बना हाइकोर्ट ने मांगीं उत्तर पुस्तिकाएं तो मचा हड़कंप
![“हम परीक्षाओं को 100 फीसद फूलप्रूफ बनाएंगे”](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/ibMy9dEZM1719815374569/1719815811899.jpg)
“हम परीक्षाओं को 100 फीसद फूलप्रूफ बनाएंगे”
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की कमान संभालने के फौरन बाद धर्मेंद्र प्रधान को राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्रणाली में गंभीर अनियमितताओं और गड़बड़ियों को लेकर उठे तूफान से निबटना पड़ा. इस मामले में विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग तक कर डाली. इंडिया टुडे के ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा और डिप्टी एडिटर अनिलेश एस. महाजन के साथ 25 जून को एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रधान ने इस संकट से पार पाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों और आगे की चुनौतियों के बारे में दोटूक और खरी-खरी बात की. इसी बातचीत के अंशः
![तमाशा बनी परीक्षाएं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/uhIvGCtUT1719814030220/1719815048248.jpg)
तमाशा बनी परीक्षाएं
पर्चा लीक और कई खामियों से चार राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं और करोड़ों युवाओं का भविष्य अधर में. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी विवादों के भंवर में. उसमें सुधार और पारदर्शिता वक्त की जरूरत बना
![सूरत बदलने का इंतजार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1751052/WpzST80kY1719813845279/1719814029267.jpg)
सूरत बदलने का इंतजार
यह ऐसी योजना थी जैसे ताजा कटा हुआ चमकता नग हो. पांच साल पहले सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) को मुंबई बढ़ती भीड़ और लागत वृद्धि का एकदम सटीक विकल्प माना गया था. मुंबई, जहां भारत के अधिकांश हीरा व्यापारी हैं, की टक्कर में हीरा कारोबारियों के लिए शानदार, सस्ते और बड़े ऑफिस, चौड़ी सड़कें, उन्नत हवाई अड्डे के साथ योजनाबद्ध अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय हवाई संपर्क की योजना बनाई गई थी. इसमें सोने में सुहागा प्रस्तावित बुलेट ट्रेन थी जो महज दो घंटे में सूरत से मुंबई बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स तक पहुंचा देती.