बुद्ध की धरती पर चरथ भिक्खवे
India Today Hindi|September 18, 2024
जब शांति से ठहर कर गौतम बुद्ध ने भिक्षुओं से लगातार चलते रहने को कहा, तब वह कैसा 'चलते रहना' था. बुद्ध के इस 'चरथ भिक्खवे' (निरंतर भ्रमण) में नत्थी था बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय. विचार का एक पहलू यह भी कि जब तक सबका हित और सुख सुनिश्चित नहीं होता, आप ठहर ही कैसे सकते हैं.
सुमित सिंह
बुद्ध की धरती पर चरथ भिक्खवे

बुद्ध के इसी विचार को ध्यान में रखते हुए प्रेमचंद साहित्य संस्थान के निदेशक और साखी पत्रिका के संपादक सदानन्द शाही ने 2019 में एक यात्रा का आरंभ किया. करुणा, मैत्री और संवाद का संदेश लेकर चली 'बुद्ध की धरती पर कविता' शीर्षक से यात्रा ने अगले चार वर्षों तक लुम्बिनी (2020), बोध गया (2022), सारनाथ (2023) और कुशीनगर (2023) को बुद्धरत किया. इस विचार से सहमति रखने वाले कवि, लेखक, कलाकार, इतिहासविद् और समाजशास्त्री इस यात्रा में सहभागी और सहयोगी रहे. साहित्य के जाने-माने नाम इस यात्रा से जुड़कर साहित्य में सर्वजन का हित विचारते रहे. डॉ. राधावल्लभ त्रिपाठी, प्रोफेसर हरीश त्रिपाठी, ज्ञानेंद्रपति, अरुण कमल, आलोक धन्वा और उदय प्रकाश जैसे नाम बुद्ध पथ की इन यात्राओं में शामिल रहे.

This story is from the September 18, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the September 18, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView All
चांदनी ओढ़े एक रेगिस्तान
India Today Hindi

चांदनी ओढ़े एक रेगिस्तान

सर्दियों के मौसम में कच्छ के रण में 100 दिन तक आयोजित होने वाला रण उत्सव नमक, संस्कृति और सितारों से जगमगाती भव्यता का एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला कैनवस है

time-read
7 mins  |
January 01, 2025
सीधे जन्नत का सफर
India Today Hindi

सीधे जन्नत का सफर

पर्यटन के विज्ञापन अभियानों में 'गॉड्स ओन कंट्री' सुनहरा मानदंड है. इसने केरल को अंतरराष्ट्रीय शीर्ष 10 पर्यटक स्थलों में जगह दिलवाई, जहां पर्यटन अब राज्य के जीडीपी में 12 फीसद का योगदान दे रहा

time-read
3 mins  |
January 01, 2025
तंदूरी नाइट्स
India Today Hindi

तंदूरी नाइट्स

आइटीसी के बुखारा और दम पुख्त ने दुनिया को तंदूरी व्यंजनों की तरफ मोड़ा और फूड ऐंड बेवरेज इंडस्ट्री पर जबरदस्त असर डाला. दशकों बीत चुके हैं मगर आज भी दिल्ली आने वाली मशहूर हस्तियां और राष्ट्र प्रमुख इनके लिए वक्त जरूर निकालते हैं

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
कमाल करती हिंदुस्तानी कूची
India Today Hindi

कमाल करती हिंदुस्तानी कूची

भारतीय कला परिदृश्य के लिए 1990 के दशक का आर्थिक उदारीकरण किसी प्राणवायु से कम नहीं रहा, जिसने हर तरफ इसकी जगमगाहट फैला दी. आज स्थापित कलाकारों की कलाकृतियां आम तौर पर बहुत ज्यादा कीमत पर बिकती हैं

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
एकला चलो
India Today Hindi

एकला चलो

अभिनेत्री निमरत कौर, जिन्हें आखिरी बार थ्रिलर, सजनी शिंदे का वायरल वीडियो में देखा गया था, सफर से जुड़े अपने तजुर्बे पर

time-read
1 min  |
January 01, 2025
थम गई धड़कन की थाप
India Today Hindi

थम गई धड़कन की थाप

ज़ाकिर हुसैन आवाजाही के हरेक तजुर्बे की लय उठाते और अपनी तालों में शामिल कर लेते. उनके लय चक्र में केवल खुशी, खिलखिलाहट और थपथपाहटें झलकतीं...ऐसा था ज़ाकिर की उंगलियों का जादू

time-read
3 mins  |
January 01, 2025
छोटा पर्दा बड़ा बना
India Today Hindi

छोटा पर्दा बड़ा बना

भारतीय टेलीविजन अस्सी के दशक में नीरस बेरंग बक्से से लुभावनी किस्सागोई के भरे-पूरे रंगों में बदल गया. उधर बहुत सारे चैनलों की क्रांति धमाके के साथ घटित होने का इंतजार कर रही थी

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
एक सटीक निशाने ने बदली सूरत
India Today Hindi

एक सटीक निशाने ने बदली सूरत

चेहरे पर संन्यासियों जैसा संयम और शिकारी की तरह लक्ष्य पर टिकी आंखें. अभिनव बिंद्रा को इसी की जरूरत थी, क्योंकि उन्हें अपने अचूक निशाने से भारतीय मानस पर छाई गहरी उदासीनता को निकाल फेंकना जो था

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
दस हजारी शतक वीर
India Today Hindi

दस हजारी शतक वीर

वे अपने उत्तराधिकारी सचिन की तरह ही धूम मचा सकते थे, पर मुश्किल से ही उन्होंने ऐसा किया. आमतौर पर उनका ढंग परंपरागत रहा, सलीकेदार और संपूर्ण

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
एक वायरस के खिलाफ उठ खड़ा हुआ देश
India Today Hindi

एक वायरस के खिलाफ उठ खड़ा हुआ देश

यह बच्चों को स्थायी विकलांगता का शिकार बनाने वाली एक खतरनाक बीमारी थी. भारत ने सरकार, गैर सरकारी संगठनों और स्थानीय समुदायों के सदस्यों की ओर से निरंतर और ठोस प्रयास के माध्यम से पोलियो उन्मूलन के असंभव से दिखते लक्ष्य को हासिल कर दिखाया

time-read
2 mins  |
January 01, 2025