नायडू ने 19 अक्तूबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी कि आठ मंजिला राजधानी क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (सीआरडीए) कार्यालय का निर्माण फिर हो गया है. उन्होंने कहा, “नियति बदल चुकी है. पांच साल तक नजरअंदाज किए जाने शुरू और उम्मीदों पर कुठाराघात के बाद अब एक बार फिर अमरावती का उत्थान शुरू हो गया है. हम लोगों की राजधानी अब तैयार होगी... आज निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया, और अब यह लगातार आगे बढ़ता जाएगा." अमरावती के रायपुडी में यह इमारत 70 फीसद से ज्यादा पूरी हो चुकी थी. लेकिन इसके बाद युवजन श्रमिक रायतू कांग्रेस पार्टी (वाइएसआरसीपी) सरकार के दौरान पिछले पांच वर्ष में इस पर कोई काम नहीं हो सका.
प्रस्तावित शहर में प्रमुख परियोजनाओं पर काम जनवरी 2025 तक शुरू हो जाएगा. सीआरडीए को पर्यावरण संबंधी मंजूरी के लिए अलग से एक पर्यावरण और सामाजिक असर के आकलन वाली इकाई स्थापित की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आगे कोई और अड़चन नहीं आएगी. नगर प्रशासन मंत्री पी. नारायण कहते हैं, “फास्ट-ट्रैक मंजूरी जरूरी है. अनुमानित तौर पर 50,000 करोड़ रुपए की परियोजनाएं चल रही हैं, जिनके लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और राज्य स्तर पर अलग-अलग मंजूरी की जरूरत पड़ेगी. सीआरडीए में इसके लिए एक समर्पित इकाई इस पूरी प्रक्रिया में देरी से बचाने में कारगर होगी."
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