राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार क्या इन दिनों अपना उत्तराधिकारी घोषित करने की दिशा में हौले-हौले कदम बढ़ा रहे हैं? जानकारों का मानना है कि वे अपनी पार्टी का भविष्य तय करने में जुटे हैं। लिहाजा वे अपने फैसलों से सियासी तस्वीर में थोड़ी स्पष्टता लाने की कवायद कर रहे हैं। दरअसल, मई की शुरुआत में उन्होंने कहा था कि वे में पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले हैं। जून के दूसरे हफ्ते में उन्होंने ऐलान कर दिया कि उनकी बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। पवार की इन घोषणाओं से पार्टी के उत्तराधिकार को लेकर भले ही धुंधलका छंटता दिख रहा हो लेकिन इससे उनके भतीजे अजित पवार के भविष्य को जोड़कर देखा जा रहा है, हालांकि कई विशेषज्ञ इसके दूसरे अर्थ भी निकाल रहे हैं।
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गांधी पर आरोपों के बहाने
गांधी की हत्या के 76 साल बाद भी जिस तरह उन पर गोली दागने का जुनून जारी है, उस वक्त में इस किताब की बहुत जरूरत है। कुछ लोगों के लिए गांधी कितने असहनीय हैं कि वे उनकी तस्वीर पर ही गोली दागते रहते हैं?
जिंदगी संजोने की अकथ कथा
पायल कपाड़िया की फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट परदे पर नुमाया एक संवेदनशील कविता
अश्विन की 'कैरम' बॉल
लगन और मेहनत से महान बना खिलाड़ी, जो भारतीय क्रिकेट में अलग मुकाम बनाने में सफल हुआ
जिसने प्रतिभाओं के बैराज खोल दिए
बेनेगल ने अंकुर के साथ समानांतर सिनेमा और शबाना, स्मिता पाटील, नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, गिरीश कार्नाड, कुलभूषण खरबंदा और अनंतनाग जैसे कलाकारों और गोविंद निहलाणी जैसे फिल्मकारों की आमद हिंदी सिनेमा की परिभाषा और दुनिया ही बदल दी
सुविधा पचीसी
नई सदी के पहले 25 बरस में 25 नई चीजें, जिन्होंने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पूरी तरह से बदल डाली
पहली चौथाई के अंधेरे
सांस्कृतिक रूप से ठहरे रूप से ठहरे हुए भारतीय समाज को ढाई दशक में राजनीति और पूंजी ने कैसे बदल डाला
लोकतंत्र में घटता लोक
कल्याणकारी राज्य के अधिकार केंद्रित राजनीति से होते हुए अब डिलिवरी या लाभार्थी राजनीति तक ढाई दशक का सियासी सफर
नई लीक के सूत्रधार
इतिहास मेरे काम का मूल्यांकन उदारता से करेगा। बतौर प्रधानमंत्री अपनी आखिरी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस (3 जनवरी, 2014) में मनमोहन सिंह का वह एकदम शांत-सा जवाब बेहद मुखर था।
दो न्यायिक खानदानों की नजीर
खन्ना और चंद्रचूड़ खानदान के विरोधाभासी योगदान से फिसलनों और प्रतिबद्धताओं का अंदाजा
एमएसपी के लिए मौत से जंग
किसान नेता दल्लेवाल का आमरण अनशन जारी लेकिन केंद्र सरकार पर असर नहीं