काम के साथ सेहत भी
Sarita|September First 2024
काम करने के दौरान लोग अकसर अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते, जिस से हैल्थ इश्यूज पैदा हो जाते हैं. जानिए एक्सपर्ट से क्यों है यह खतरनाक?
बृहस्पति कुमार पाण्डेय
काम के साथ सेहत भी

अकसर हमें अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक पैसों की जरूरत होती है, जिस के लिए हमारे पास या तो अच्छी नौकरी होनी चाहिए या अच्छा व्यवसाय. अगर ये दोनों चीजें हमारे पास नहीं हैं तो हमें अपने शरीर को क्षमता से ज्यादा तकलीफ दे कर काम करना पड़ता है. ये परिस्थितियां उन लोगों के पास ज्यादा होती हैं जो प्राइवेट या कम सैलरी वाली नौकरी करते हैं या मजदूरी करते हैं. ऐसे में कभीकभी न चाहते हुए भी इन लोगों को ओवरटाइम यानी तय सीमा से अधिक काम करना पड़ता है. इस स्थिति में अगर उचित आराम और खानपान पर ध्यान न दिया जाए तो वह सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है.

संजय 5 हजार रुपए प्रतिमाह की सैलरी पर एक प्लास्टिक फैक्ट्री में नौकरी कर रहे थे. उन के 6 लोगों के परिवार के लिए यह सैलरी नाकाफी थी. संजय रोज सुबह 8 बजे से शाम को 5 बजे तक फैक्ट्री में काम करते, लेकिन सैलरी कम होने की वजह से अब वे ओवरटाइम भी करने लगे. ओवरटाइम की वजह से वे 5 बजे के बजाय फैक्ट्री से रात को 10 बजे छुट्टी पाते. इस से उन्हें अतिरिक्त आमदनी होने लगी, जिस से उन के परिवार का खर्चा आसानी से चलने लगा. लेकिन ओवरटाइम के चलते उन का खानपान असमय हो गया और सेहतमंद खाने की कमी से उन के शरीर को पोषण भी नहीं मिल पा रहा था. वे ओवरटाइम करने के चलते भरपूर नींद भी नहीं ले पा रहे थे, जिस से अकसर वे थकान महसूस किया करते थे.

एक दिन काम की अधिकता और पूरी नींद न ले पाने के चलते संजय को मशीन पर काम करते समय झपकी आ गई, जिस से उन के दोनों हाथों की उंगलियां मशीन में चली गईं और उन्हें अपने दोनों हाथों की उंगलियों को पंजों सहित गंवाना पड़ा.

This story is from the September First 2024 edition of Sarita.

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