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एलियन की हैलोवीन यात्रा
दशहरे का त्योहार नजदीक था, लेकिन सारे इलाके में हड़कंप मचा था. सी व्यू हाउसिंग सोसायटी के निवासियों ने भारी संख्या में सामने के गेट पर इकट्ठा होना शुरू कर दिया था. सोसायटी का जंगल की तरफ वाला गेट सील कर दिया गया था. वहां पुलिस कांस्टेबल गश्त कर रहे थे.
खुशियां बांटना
ओजस और उस के साथी इस साल दशहरा के बारे में सोच रहे थे कि आखिर दशहरा कैसे मनाया जाए?
डरावना भूत
मिनी ने देखा अंडों में दरार पड़ रही है तो वह मारे खुशी से उछल पड़ी.
डैनी के गमले
डैनी हिरन, मीकू खरगोश, गोगो जिराफ और जंपी बंदर आपस में अच्छे दोस्त थे.
दोस्ती का उपहार
रीमा को टिया बिलकुल भी पसंद नहीं थी, क्योंकि ने स्कूल में अभी दाखिला लिया था और आते ही वह सारी टीचर्स की चहेती बन गई. और तो और उस की सहेलियां तक टिया ने अपनी उस ने बना लीं.
लगी अकल ठिकाने
पिछले दो सप्ताह से मेंढक, खरगोश और गधा सार्वजनिक रूप से जोर से चिल्ला कर घोषणा कर रहे थे. “सुनो, सुनो, वनवासी भाइयो और बहनो, जरा ध्यान से सुनो. सारे जंगल में कोरोना वायरस महामारी फैली हुई है.
मेकअप
पिहू दीवार के पास खड़ी हो गई, लेकिन मां बहुत नाराज थीं, पिहू ने लिपस्टिक का गलत इस्तेमाल किया था और यह कोई पहली बार नहीं किया था. मां की मेकअप किट पर हमेशा पिहू की नजर रहती थी. यदि मां ने किट खुली छोड़ दी तो जो कुछ भी पिहू के हाथ लगता वह उसे खत्म कर देती. चाहे वह आई लाइनर हो या फिर लिपस्टिक. 5 साल की बच्ची मेकअप की विशेषज्ञ थी.
जपी और साइकिल
पिछले कुछ दिनों से स्कूल की घंटी जैसे ही दिन खत्म होने की घोषणा करती, जंपी बंदर दौड़ता हुआ घर पर आता और अपना खाना खाता. 'डैड, मुझे भूख लगी है," वह कहता.
चिट्ठी आई है
प्रियांशी घर की साफसफाई में अपनी नानीजी की मदद कर रही थी. आज सुबह से ही सारे घर की पुरानी चीजों से धूल हटाई जा रही थी, इधरउधर पड़े अखबार और कागज इकट्ठा किए जा रहे थे.
ऐसी गलती न करना
देवांश ने अपना मोबाइल उठाया और मैसेज खोला, 'फिर पढ़ना शुरू किया :
कैग्गी को सबक
कैग्गी कंगारू चंपकवन में किराने की दुकान चलाता था. वह लालची और चतुर दुकानदार था.
बरगद का पेड़ और नदी
सुंदरवन से हो कर ताजे पानी की एक नदी बहती थी. नदी का पानी बहुत मीठा और ताजा था. सब जानवर उसी नदी का पानी पीते थे.
हां मैं कर सकता हूं
"मुझे नहीं लगता कि मैं यह कर सकता हूं, ' 'डोडो गधा जोर से चिल्लाया. जंपी बंदर अपने शाम की झपकी से जाग गया और शिकायत करते हुए बोला, “अरे डोडो, तुम ने मुझे जगा दिया."
मिशि ने की पेड़ों की देखभाल
मिशि 5 साल पहले जब एक नई कालोनी में अपने परिवार के साथ रहने आई थी, तो वह इलाका काफी हराभरा था. चारों तरफ बड़ेबड़े नीम और शीशम के पेड़ थे, लेकिन पिछले दो वर्ष में जब कालोनी में नए घर बनाए जा रहे थे, तो एकएक कर सारे पेड़ काटे गए.
लौट आईं खुशियां
"ले बेटा, केक का टुकड़ा खा ले, बहुत स्वादिष्ट है मोनू,” खुशी बिल्ली अपने मुंह में दबा कर केक का टुकड़ा बेटे मोनू के लिए ले कर आई.
हुनर बोलता है
राहुल और रियान अपने पेरेंट्स के साथ एक छोटे से शहर में रहते थे. बड़ा भाई राहुल शहर के एक नामी स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ता था जबकि 7 वर्षीय रियान एक स्पैशल स्कूल में पढ़ता था.
द किंग औफ आर्ट
ब्लैकी भालू को पेंटिंग का बहुत शौक था. वह अकसर खाली समय में कागज पर कुछ न कुछ चित्र बनाता रहता था. वह स्कूल में जब भी समय मिलता, ड्राइंग बनानी शुरू कर देता था जिस कारण उसे अपनी अध्यापिका से डांट सुननी पड़ती थी.
तुम्हारी कौपी में गलतियां हैं
वार्षिक परीक्षा नजदीक आ रही थी. अब टिया को अपनी पढ़ाई की चिंता सताने लगी थी.
नए वाले मास्टरजी
बोनी सिंह कुछ दिन पहले ही जंगल का नया युवराज घोषित हुआ था. एक दिन उस ने अपने राज्य में शिक्षा की स्थिति जानने के लिए जंगल की सैर करने का फैसला किया. उस ने भूरे रंग की दाढ़ीमूंछ लगा रखी थी ताकि कोई उसे पहचान न सके. वह एक छड़ी का सहारा ले कर बूढ़े शेर की तरह धीरेधीरे चल रहा था.
मोहन की सूझबूझ
"बेटा मोहन, कल सुबह तुम जरा जल्दी उठ जाना. तुम भी मेरे साथ खेत में चलोगे, 10 साल के मोहन से उसके पिता ने कहा.
पैटी को मिला सबक
पैटी मोर दिखने में बहुत सुंदर था और उसे अपनी खूबसूरती पर काफी घमंड था. वह किसी से भी सीधे मुंह बात नहीं करता. किसी की क्या मजाल जो उस के सामने कुछ कह सके. वह अपनी बातों से किसी का भी अपमान करने में देर नहीं लगाता.
भारत छोड़ो आंदोलन
जब रोहन स्कूल से लौटा तो वह बहुत उत्साहित था. स्कूल में 15 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रगान के साथ देशभक्ति गीत गाने के लिए उसे चुना गया था.
विश्व मच्छर दिवस
अदिति के स्कूल से मां को फोन आया. टीचर ने उन्हें स्कूल आ कर अदिति को घर ले जाने को कहा, क्योंकि उस की तबीयत ठीक नहीं थी. मां स्कूल गईं और अदिति को देख कर पूछा, “क्या हुआ बेटा?"
स्नेह की भावना
नमन और उस के दादाजी रोज शाम को पार्क में जाते थे. पार्क में नमन के बहुत सारे दोस्त भी अपने दादादादी के साथ आते थे.
हसन की उम्मीदें
नींद में डूबी श्रीनगर घाटी को ठंडी हवा ने अपने आगोश में ले रखा था. बैकग्राउंड में पहाड़ की चोटियां और चीड़ के पेड़ उसे और भी खूबसूरत बना रहे थे. खिड़की के पास बैठा हसन एकदम मौन दिखाई दे रहा था.
बदल गया फौक्सी
ग्रीनवुड फौरेस्ट की पहाड़ी पर फौक्सी लोमड़ रहता था. अन्य जानवरों से वह शरारत किया करता था और ऐसा करने में उसे मजा आता था.
जबीन की साइकिल
सोनवन का जंगल सब से बड़े जंगलों में से एक था. साल में एक बार सोनवन में वन महोत्सव का आयोजन किया जाता था. जहां विभिन्न प्रतियोगिताओं को आयोजित किया जाता था. सोनवन का वन महोत्सव आसपास के सभी वनों में प्रसिद्ध था. वन महोत्सव देखने दूरदूर से जानवर सोनवन पहुंचते थे.
कोरोना का डर
चंपकवन के निवासी कोरोना बीमारी के कारण काफी डरे हुए थे.
निसर्ग का कहर
निसर्ग तूफान ने रायगढ़ जिले में कहर ढाया था. जिले के कई घरों की दीवारों और छतों को नष्ट कर दिया था. विनीत और उस की फैमिली टीवी पर न्यूज देख रहे थे, क्योंकि विनीत का गांव भी रायगढ़ जिले का ही एक गांव श्रीवर्धन था.
राखी मैं बांधूंगा
श्रेयांश ने झट से थाली उठाई और बोला, “दीदी, आप को राखी मैं बांधूंगा.'' इस का समृद्धि ने विरोध किया और उस के हाथ से थाली छीन ली, "नहीं, राखी मैं बांधूंगी.