जैस्मिन जो एक खूबसूरत जकाना यानी जलपक्षी थी, कमल के फूलों से भरी एक नदी में रहती थी. जैसा कि जैकाना थी, उस की खास विशेषता अपने लंबे पैरों, अंगूठों और पंजों के बल पानी पर चलना हुआ करती थी. भोजन की तलाश में वह चलते हुए पौधों को उलट देती थी. हर कोई उसे नदी में देखना पसंद करते थे. वे जैस्मिन के घोंसले को देख कर भी हैरान हो जाते थे, जो आंशिक रूप से पानी में डूबे हुए एक तैरते हुए द्वीप की तरह दिखाई देते थे. जैस्मिन एक अद्भुत तैराक और गोताखोर थी, लेकिन वह दुखी थी, क्योंकि वह कम दूरी तक ही उड़ सकती थी.
सूरज डूब गया था और अंधेरे ने धीरेधीरे जंगल को अपनी चपेट में ले लिया था यानी अंधेरा छा गया था. जैस्मिन ने तारों को आकाश में एक पल के लिए झिलमिलाते हुए देखा और उस ने अपनी आंखें बंद कर लीं.
“जैस्मिन, उठो और यहां आ कर बैठो. जल्दी करो.”
किसी की आवाज सुन जैस्मिन ने अपनी आंखें खोलीं, “आहा, यह तो एक हैलीकोप्टर में सवार एक परी है ?” वह हैरान हो गई थी और इस से पहले कि वह कुछ सोच पाती, परी ने उसे उठा लिया और वे उड़ गए. हैलीकोप्टर नदी, घाटी और पहाड़ियों के ऊपर से उड़ रहा था. “वाउ, कितना मजा आ रहा है, ” जैस्मिन चिल्ला उठी वह पहले कभी इस कदर शायद नहीं उड़ी थी.
“तुम कौन हो? और कहां से आई हो?” जैस्मिन ने परी से पूछा. “सौरी, मैं तुम्हें इस बारे में नहीं बता सकती हूं. बस, यही सोच लो कि मैं एक परी हूं, जो बहुत ही किसी जमीन से आई हूं,” परी ने जवाब दूर दिया. जैस्मिन का चेहरा यह सुन कर मुरझा गया.
"अरे, खुश हो जाओ, खूबसूरत पक्षी,” परी ने कहा.
जैस्मिन ने मुसकराते हुए कहा, “काश, मैं एक हैलीकोप्टर होती, तो मैं उड़ान भर सकती थी और लंबवत कहीं पर भी लैंड कर पाती, मैं मंडरा सकती थी और आगेपीछे कहीं भी उड़ सकती थी."
“अब समय हो गया है कि हम काफी ऊपर उड़ें और हवाई जहाज की तरह कलाबाजी करें,” परी ने कहा और अपनी जादुई छड़ी को लहराया. पलभर में हैलीकोप्टर एक युद्धक विमान में बदल गया. "भन्न्न..." युद्धक विमान बहुत तेजी से उड़ा.
Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin November First 2022 sayısından alınmıştır.
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जो ढूंढ़े वही पाए
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पोपी और करण की मास्टरशेफ मम्मी
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