टोयी का खास उपहार
Champak - Hindi|March First 2024
टोयी यह निर्णय नहीं कर पा रही थी कि अपनी दादीमां के लिए खास उपहार के रूप में क्या खरीदे. जगमगाती रोशनी, लटकते सितारों की अलग अलग छटाओं और अपनेअपने मम्मीपापा के साथ नन्हें बच्चों की भीड़ से शौपिंग मौल चहक रहा था...
सुवादीप भट्टाचार्जी
टोयी का खास उपहार

सभी शोकेस आकर्षक गिफ्टों से भरे हुए थे. वहां मुलायम, रोएंदार खिलौने, बैग, किताबें, बढ़िया पोशाकें, टोपी स्वेटर, मग पतलून और कई अन्य चीजों की काफी वेराइटियां थीं. गिफ्ट की दुकानों पर ग्रीटिंग कार्ड के लिए काफी भीड़ थी, लेकिन टोयी के लिए वे उतने दिलचस्प नहीं थे, कम से कम उस की दादी मां के लिए तो उपयुक्त नहीं ही थे.

टोयी अपने मम्मीपापा के साथ टोरंटो शहर में रहती थी. यह स्थान पटना से बहुत दूर है, जहां उन की दादी मां आम के पेड़ों से घिरे घर में रहती थीं. टोयी दो साल में एक बार उन से मिलने जाती थी, लेकिन उस बूढ़ी महिला के साथ उस का एक खास रिश्ता था. वह अपनी सहेलियों से कहती थी, "मेरी अम्मां, जो मेरी दादी हैं, मेरी अच्छी दोस्त हैं. वह मेरी सभी फरमाइशें पूरी करती हैं, यहां तक कि वे भी जो मेरे मम्मी पापा पूरी नहीं करते," उस की क्लास की नीली आंखों वाली लड़की लिसा ने उस से पूछा, "ऐसा लगता है कि तुम उन से बहुत प्यार करती हो. क्या तुम महिला दिवस पर उन के लिए कोई अच्छा उपहार नहीं खरीद रही हो?" यह सुन कर उस के मन में एक विचार आया. टोयी दादीमां के लिए एक बहुत ही खास उपहार खरीदेगी और एयरमेल से उन्हें भेजेगी.

वह रविवार को उपहार मार्ट 'ग्लासीस्ट्रीट' गई. उस की मम्मी डिस्प्ले किए विभिन्न उपहारों को देखने के लिए उस के साथ गई, लेकिन वह कोई भी नहीं चुन सकी.

टोयी के पापा परेशान हो गए. वे बोले, "टोयी, तुम जल्दी से अम्मां के लिए कुछ क्यों नहीं ढूंढ़ लेती? अगर तुम ने अभी कोई उपहार नहीं चुना, तो हमें घर लौटने में देर हो जाएगी."

"सौरी पापा, उन में से कोई भी उतना खास नहीं है, जितना कि मैं चाहती हूं," टोयी ने निराश हो कर कहा.

Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin March First 2024 sayısından alınmıştır.

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