इस यात्रा के बारे में पढ़ कर चीकू इतना ज्यादा उत्साहित था कि उस ने निर्णय किया कि वास्को डि गामा द्वारा की गई समुद्री यात्रा वह खुद भी करेगा. उस का दोस्त ब्लैकी भालू बीच पर बड़ा सा गगल्स पहने लेटा हुआ था और सनबाथ का मजा ले रहा था.
"अरे ब्लैकी, मैं ने फैसला किया है कि एक पानी का जहाज बनाऊंगा और पुर्तगाल से भारत के लिए वास्को डि गामा की समुद्री यात्रा का अनुसरण करूंगा,” चीकू ने कहा.
यह सुन कर ब्लैकी हैरान रह गया.
“चीकू, तुम्हें मालूम है कि यह यात्रा कितनी खतरनाक होगी?”
"अरे ब्लैकी, मैं तो खतरों का खिलाड़ी हूं. इस यात्रा के बहुत मजे होंगे," चीकू हंसते हुए बोला.
उसके बाद चीकू जिद की कि ब्लैकी उस के साथ चले.
“चीकू, तुम्हारे साथ पूरे साल यात्रा पर जाने और वहां ठहरने के लिए मेरे पास ज्यादा रुपए नहीं हैं. तुम अकेले ही चले जाओ, "ब्लैकी ने कहा. उसे यह ट्रिप एक डरावना विचार लग रहा था, इसलिए वह जाना नहीं चाह रहा था.
"अरे ब्लैकी, मैं तुम्हारे सारे खर्चे का खयाल रखूंगा. तुम्हें सिर्फ मेरे साथ चलना है और मजे करने हैं, चीकू बोला.
कुछ दिन बाद चीकू और ब्लैकी मुंबई से लिस्बन हवाई जहाज से चले गए.
चीकू अपनी यात्रा की तैयारी करने लगा और उसने पुर्तगाल सरकार से अनुमति भी ले ली. सरकार ने चीकू को हर संभव मदद करने का वादा किया.
चीकू ने 4 शिप बिलकुल वैसे ही तैयार किए जैसे वास्को डि गामा द्वारा इस्तेमाल किए गए थे. उस ने 170 नाविकों को किराए पर रख लिया. विस्तृत रूप से समुद्री यात्रा का अभ्यास किया और शिपों को चलाने की टैक्नीक सीखी.
वास्को डि गामा की तरह ही 8 जुलाई, 2023 को चीकू ने अपनी समुद्री यात्रा की शुरुआत की. सभी तैयारियों के बावजूद चीकू में भी वास्को डि गामा की तरह अनुभव और उत्साह की कमी थी. उस की रुचि जहाज पर मजे करने, खाना खाने, गाना गाने और नाचने में ज्यादा थी. इसी में वह लगा भी था.
अफ्रीका महाद्वीप के पश्चिमी घाट से होते हुए चीकू का जहाज लिस्बन बंदरगाह से आगे बढ़ा. हालांकि एक दिन तूफान जहाजों को तट से दूर बहा कर ले गया और उन्हें एकदूसरे से अलगथलग कर दिया. दो जहाजों के नाविक घबरा कर भाग गए.
Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin May Second 2024 sayısından alınmıştır.
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रिटर्न गिफ्ट
\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.
चांद पर जाना
होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.
चाय और छिपकली
पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"
मानस और बिल्ली का बच्चा
अर्धवार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद मानस को घर पर बोरियत होने लगी. उस ने जिद की कि उसे अपने साथ रहने के लिए कोई पालतू जानवर चाहिए, जो उस का साथ दे.
पहाड़ी पर भूत
चंपकवन में उस साल बहुत बारिश हुई थी. चीकू खरगोश और जंपी बंदर का घर भी बाढ़ के कारण बह गया था.
जो ढूंढ़े वही पाए
अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.
स्कूल का संविधान
10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.
तरुण की कहानी
\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.