धूमधाम से रावण दहन
Champak - Hindi|October First 2024
दशहरा आने वाला था, इसलिए टीचर्स और स्टूडेंट्स हर साल की तरह स्कूल में इस खास अवसर पर आयोजित किए जाने वाले तीन दिवसीय मे की तैयारी में व्यस्त थे. इस बार मेले की तैयारी में रामलीला मंचन की जिम्मेदारी कक्षा 3, 4 व 5वीं के बच्चों को सौंपी गई थी, तो कक्षा 6, 7 और 8वीं के बच्चों को इस बार रावण के पुतले बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी.
शिखा गोला प्रजापति
धूमधाम से रावण दहन

प्रिंसिपल ने घोषणा की कि सब से अच्छा रावण का पुतला बनाने वाली कक्षा को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा. इसी वजह से सभी बच्चे इस कार्य के लिए उत्साहित थे.

रावण के पुतले बनाने के लिए तीनों कक्षाओं को कुछ नियम बताए गए थे. पहला नियम था कि पुतले की लंबाई 5 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए और दूसरा, इसे जलाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आतिशबाजी में छोटे और कम प्रदूषण वाले पटाखे होने चाहिए, जैसे फुलझड़ी, अनार, सुतली बम और बिजली बम.

कम आवाज वाले पटाखों के इस्तेमाल से कुछ बच्चे निराश थे कि बिना धूमधड़ाके से रावण दहन करने में कोई मजा नहीं आएगा, लेकिन प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए नियमों का पालन करना जरूरी था.

सभी बच्चे यह सुनिश्चित करने के लिए विचार कर रहे थे कि उन की कक्षा द्वारा बनाए गए रावण को प्रथम स्थान मिले.

मैदान में दशहरे का मेला शुरू हो चुका था, स्कूल के तीसरी, चौथी व 5वीं कक्षा के बच्चों द्वारा आयोजित रामलीला की अतिथियों, स्कूल प्रशासन और दर्शकों ने काफी सराहना की. स्कूल प्रशासन ने बच्चों को पुरस्कृत भी किया.

मेले में दो दिन तक चली रामलीला के बाद दशहरे का उत्सव था. स्कूल प्रशासन के साथसाथ सभी दर्शक भी बच्चों द्वारा बनाए गए तीनों पुतलों को देखने के लिए उत्साहित थे.

स्कूल के मैदान में पुतले सजाए गए थे. छठी कक्षा का रावण का पुतला अलगअलग रंगों से रंगा हुआ रंगबिरंगा और आकर्षक लग रहा था. इस पुतले को देख कर सभी कह रहे थे, "देखो, इस रंगबिरंगे रावण को."

Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin October First 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin October First 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

CHAMPAK - HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
रिटर्न गिफ्ट
Champak - Hindi

रिटर्न गिफ्ट

\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.

time-read
4 dak  |
December First 2024
चांद पर जाना
Champak - Hindi

चांद पर जाना

होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.

time-read
4 dak  |
December First 2024
चाय और छिपकली
Champak - Hindi

चाय और छिपकली

पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.

time-read
5 dak  |
December First 2024
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
Champak - Hindi

शेरा ने बुरी आदत छोड़ी

दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"

time-read
4 dak  |
December First 2024
मानस और बिल्ली का बच्चा
Champak - Hindi

मानस और बिल्ली का बच्चा

अर्धवार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद मानस को घर पर बोरियत होने लगी. उस ने जिद की कि उसे अपने साथ रहने के लिए कोई पालतू जानवर चाहिए, जो उस का साथ दे.

time-read
5 dak  |
December First 2024
पहाड़ी पर भूत
Champak - Hindi

पहाड़ी पर भूत

चंपकवन में उस साल बहुत बारिश हुई थी. चीकू खरगोश और जंपी बंदर का घर भी बाढ़ के कारण बह गया था.

time-read
5 dak  |
December First 2024
जो ढूंढ़े वही पाए
Champak - Hindi

जो ढूंढ़े वही पाए

अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.

time-read
4 dak  |
November Second 2024
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
Champak - Hindi

एक कुत्ता जिस का नाम डौट था

डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.

time-read
5 dak  |
November Second 2024
स्कूल का संविधान
Champak - Hindi

स्कूल का संविधान

10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.

time-read
5 dak  |
November Second 2024
तरुण की कहानी
Champak - Hindi

तरुण की कहानी

\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.

time-read
5 dak  |
November Second 2024