"करण, यह स्पोंजी कौटेज चीज और मिक्स्ड वेजिटेबल है, जिसे व्हाइट क्रीम सौस के साथ सर्व किया गया है."
“पोपी, क्या तुम्हें कुछ समझ आया?”
“उम्म... करण भैया, मम्मी ने शायद मलाईकोफ्ता बनाया होगा."
“अच्छा, इस बेवकूफ ने समझ लिया और तुम ऐसे पेश आ रहे हो जैसे बहुत होशियार हो."
"कोई मम्मी को मास्टरशेफ बनने से रोके," करण चिल्लाया.
"ओह, सच में? मैं तुम्हारे लिए इतना स्वादिष्ठ खाना बना रही हूं और तुम मुझे मास्टरशेफ बनने से रोकना चाहते हो, इसे जल्दी से खाओ, मैं दूसरा आइटम ले कर आ रही हूं," मम्मी उन्हें अपनी करछुल जैसी तलवार से डराते हुए रसोई में वापस चली गईं. पोपी और करण ने इस पर चर्चा शुरू कर दी.
“विश्व खाद्य दिवस सामुदायिक केंद्र में मनाया जा वाला है और मम्मी की मैराथन सिर्फ उसी के लिए चल रही है," पोपी ने समझाया.
"लेकिन क्या हम लैब ऐक्सपेरिमेंट के चूहे हैं जो..."
"चुप रहो, मम्मी आ रही हैं."
"ओह मम्मी, कृपया रुको. आप के ऐक्सपेरिमेंट कभी खत्म नहीं होते और आज सुबह नाश्ते में आप ने क्या बनाया था... क्या था, पोपी?" करण ने पूछा.
"पोहा का कोई बेतुका रूप," पोपी ने बताया.
"तुम लोगों को खाने और स्वाद का कोई सेंस नहीं है, वह फ्राइड नट्स और फलों के साथ वेजिटेबल पाउंड्डे पैटी थी,” मम्मी ने गर्व से कहा.
"मम्मी, आप को हम से क्या शिकायत है? पहले की तरह सादा खाना बनाने में क्या बुराई है?”
Bu hikaye Champak - Hindi dergisinin November Second 2024 sayısından alınmıştır.
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रिटर्न गिफ्ट
\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.
चांद पर जाना
होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.
चाय और छिपकली
पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"
मानस और बिल्ली का बच्चा
अर्धवार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद मानस को घर पर बोरियत होने लगी. उस ने जिद की कि उसे अपने साथ रहने के लिए कोई पालतू जानवर चाहिए, जो उस का साथ दे.
पहाड़ी पर भूत
चंपकवन में उस साल बहुत बारिश हुई थी. चीकू खरगोश और जंपी बंदर का घर भी बाढ़ के कारण बह गया था.
जो ढूंढ़े वही पाए
अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.
स्कूल का संविधान
10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.
तरुण की कहानी
\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.