26/11 की कहानी नायकों की जुबानी
Panchjanya|December 11, 2022
'मुंबई संकल्प' के एक सत्र में 26/11 आतंकी हमले के दौरान और बाद में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों ने आंखों देखा हाल सुनाया। इनमें मंगेश नायक व इंस्पेक्टर संजय गोविलकर थे, जिन्होंने आतंकी अजमल कसाब को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन्हीं की टीम में तुकाराम ओबले थे, जो कसाब को पकड़ने में बलिदान हुए। मंगेश नायक को 2009 के राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। ब्रिगेडियर गोविंद सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में एनएसजी ने 'ब्लैक टॉरनेडो' ऑपरेशन में आतंकियों को मार गिराया था, जबकि मुख्य जांच अधिकारी रमेश म्हाले की रिपोर्ट पर उज्ज्वल निकम ने कसाब को फांसी के तख्ते तक पहुंचाया। तत्कालीन एसीपी रमेश म्हाले ने मराठी में 'कसाब और मैं' पुस्तक भी लिखी है। इस सत्र का संचालन ऑर्गनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर ने किया
26/11 की कहानी नायकों की जुबानी

ब्रिगेडियर गोविंद सिंह सिसोदिया

मुंबई आतंकी हमले पर हम दिल्ली से उस पर निगाह रखे हुए थे । शुरू में कहा गया कि गैंग वार है। लेकिन आधी रात को गृह मंत्रालय से मुंबई जाने का निर्देश मिला | 5 बजे सुबह मुंबई पहुंचे। जहाज में ही ऑपरेशन का नाम 'ब्लैक टॉरनेडो' रखा । मुंबई पुलिस मुख्यालय पहुंचे। वहां मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया से की । शहर में अफरा-तफरी का माहौल था। कंट्रोल रूम में लगातार फोन घनघना रहे थे। पुलिस यह पता लगा चुकी थी कि आतंकी ताज, ऑबरॉय और नरीमन हाउस में छिपे हैं। संख्याबल के आधार पर मैंने ताज व ऑबरॉय को प्रमुखता दी, क्योंकि ये बड़े कॉम्प्लेक्स थे जहां बड़ी संख्या में लोग थे। तीसरा विकल्प स्नाइपर तैनाती का रखा। बाद में सेना की टुकड़ी भी आ गई। नरीमन हाउस में सीढ़ियां व लिफ्ट टूट चुकी थी, क्योंकि आतंकियों ने ग्रेनेड फेंके थे। मैं वहां देखने गया कि कहां से इमारत में घुसा जा सकता है। बगल के एक घर में एक खिड़की थी। हमने वहां हेलिकॉप्टर से उतरने का फैसला किया। 

Bu hikaye Panchjanya dergisinin December 11, 2022 sayısından alınmıştır.

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शिक्षा, स्वावलंबन और संस्कार की सरिता
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रुद्रपुर स्थित दूधिया बाबा कन्या छात्रावास में छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और स्वावलंबन का पाठ पढ़ाया जा रहा। इस अनूठे छात्रावास के कार्यों से अनेक लोग प्रेरणा प्राप्त कर रहे

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March 12, 2023
शिवाजी पर वामंपथी श्रद्धा!!
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वामपंथियों ने छत्रपति शिवाजी की जयंती पर भाग्यनगर में उनका पोस्टर लगाया, तो दिल्ली के जेएनयू में इन लोगों ने शिवाजी के चित्र को फाड़कर फेंका दिया। इस दोहरे चरित्र के संकेत क्या हैं !

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March 12, 2023
कांग्रेस के फैसले, मर्जी परिवार की
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कांग्रेस के फैसले, मर्जी परिवार की

कांग्रेस में मनोनीत लोगों द्वारा 'मनोनीत' फैसले लिये जा रहे हैं। किसी उल्लेखनीय चुनावी जीत के बिना कांग्रेस स्वयं को विपक्षी एकता की धुरी मानने की जिद पर अड़ी है जो अन्य को स्वीकार्य नहीं हैं। अधिवेशन में पारित प्रस्ताव बताते हैं कि पार्टी के पास नए विचार के नाम पर विफलताओं का जिम्मा लेने के लिए खड़गे

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March 12, 2023
फूट ही गया 'ईमानदारी' का गुब्बारा
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फूट ही गया 'ईमानदारी' का गुब्बारा

अरविंद केजरीवाल सरकार की 'कट्टर ईमानदारी' का ढोल फट चुका है। उनकी कैबिनेट के 6 में से दो मंत्री सलाखों के पीछे। शराब घोटाले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की जांच की आंच कभी भी केजरीवाल तक पहुंच सकती है

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March 12, 2023
होली का रंग तो बनारस में जमता था
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होली का रंग तो बनारस में जमता था

होली के मौके पर होली गायन की बात न चले यह मुमकिन नहीं। जब भी आपको होली, कजरी, चैती याद आएंगी, पहली आवाज जो दिमाग में उभरती है उसका नाम है- गिरिजा देवी। वे भारतीय संगीत के उन नक्षत्रों में से हैं जिनसे हिन्दुस्थान की सुबहें आबाद और रातें गुलजार रही हैं। उनका ठेठ बनारसी अंदाज। सीधी, खरी और सधुक्कड़ी बातें, लेकिन आवाज में लोच और मिठास। आज वे हमारे बीच नहीं हैं। अब उनके शिष्यों की कतार हिन्दुस्थानी संगीत की मशाल संभाल रही है। गिरिजा देवी से 2015 में पाञ्चजन्य ने होली के अवसर पर लंबी वार्ता की थी। इस होली पर प्रस्तुत है उस वार्ता के खास अंश

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March 12, 2023
आनंद का उत्कर्ष फाल्गुन
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आनंद का उत्कर्ष फाल्गुन

भक्त और भगवान का एक रंग हो जाना चरम परिणति माना जाता है और इसी चरम परिणति की याद दिलाने प्रतिवर्ष आता है धरती का प्रिय पाहुन फाल्गुन। इसीलिए वसंत माधव है। राधा तत्व वह मृदु सलिला है जो चिरंतन है, प्रवाहमान है

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March 12, 2023
नागालैंड की जीत और एक मजबूत भाजपा
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नेफ्यू रियो 5वीं बार नागालैंड के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।

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March 12, 2023
सूर्योदय की धरती पर फिर खिला कमल
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March 12, 2023
जीवनशैली ठीक तो सब ठीक
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कोल्हापुर स्थित श्रीक्षेत्र सिद्धगिरि मठ में आयोजित पंचमहाभूत लोकोत्सव का समापन 26 फरवरी को हुआ। इस सात दिवसीय लोकोत्सव में लगभग 35,00,000 लोग शामिल हुए। इन लोगों को पर्यावरण को बचाने का संकल्प दिलाया गया

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March 12, 2023
नाकाम किए मिशनरी
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नाकाम किए मिशनरी

भारत के इतिहास में पहली बार बंजारा समाज का महाकुंभ महाराष्ट्र के जलगांव जिले के गोद्री ग्राम में संपन्न हुआ। इससे पहली बार भारत और विश्व को बंजारा समाज, संस्कृति एवं इतिहास के दर्शन हुए। एक हजार से भी ज्यादा संतों और 15 लाख श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लिया। इससे बंजारा समाज को हिन्दुओं से अलग करने और कन्वर्ट करने की मिशनरियों की साजिश नाकाम हो गई

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March 12, 2023