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ओजस्वी अध्यात्म - (गुरुकृपा की अलौकिक अंतप्रेरणा!!)
सब खत्म नहीं हुआ, जो बचा है बहुत मूल्यवान है ।
आज भी सूरत जेल के कलाकारों को इंतजार है प्रदर्शनी का और पेंटिंग्स नीलामी का...
मैंने देखा, सूरत के कारावास में रहने के दौरान कि कई कैदी ऐसे हैं जो निर्दोष हैं और जेल में हैं । कई प्रतिभाशाली हैं, तो कईयों को अवसर मिले तो उनके भीतर की छपी प्रतिभा उभर सकती है । मैंने प्रयोग अपने आप से शरू किया ।
अंधेरे में रोशनी की किरण हैं पूज्य साँईजी
पूज्य नारायण साँईजी के दर्शन करने मात्र से दुनिया के सारे दुःरव नदारद हो जाते है । हृदय में अपार स्नेहानुभूति होती है और उनकी एक झलक पाने के लिए कई लोग बेताब नजर आते हैं।