Modern Kheti - Hindi - 1st December 2024Add to Favorites

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في هذه القضية

Manrega Policy in agriculral

पराली जलाने से जलते हैं पौष्टिक तत्व...

तीन दिवसीय वैश्विक मृदा सम्मेलन 2024 के अवसर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने कहा है कि जलाए गए प्रत्येक टन पराली से मिट्टी में कम से कम 12-13 किलोग्राम फास्फोरस, 35 किलोग्राम पोटेशियम और 20 किलोग्राम नाइट्रोजन की हानि होती है।

पराली जलाने से जलते हैं पौष्टिक तत्व...

1 min

फूड सिक्योरिटी के लिए खादों की कमी चिंता का विषय...

गेहूं की बुआई समेत रबी फसलों का सीजन शुरू होते ही देशभर में डीएपी खाद की कमी की गूंज सुनाई दे रही है।

फूड सिक्योरिटी के लिए खादों की कमी चिंता का विषय...

2 mins

कृषि उत्पादों में बढ़ रही महंगाई क्यों नहीं रुक रही?

क्या 2021 में चना, गेहूँ, धान, मूंग, कच्चा पाम तेल व सरसों और सोयाबीन जैसे सात कृषि उत्पादों की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए वायदा कारोबार (फ्यूचर डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग) को निलंबन किया जाना सरकार का एक बेहतर निर्णय था?

कृषि उत्पादों में बढ़ रही महंगाई क्यों नहीं रुक रही?

2 mins

फसल उत्पादन के लिए पानी की खपत कम करने की आवश्यकता

ट्वेन्टे विश्वविद्यालय (यूटी) के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक नए अध्ययन में दुनिया की मुख्य फसलों को उगाने के लिए लोगों के द्वारा खपत किए जाने वाले पानी की मात्रा में ऐतिहासिक बदलावों पर प्रकाश डाला गया है।

फसल उत्पादन के लिए पानी की खपत कम करने की आवश्यकता

3 mins

बढ़ रहे तापमान के कारण घट रही है जमीन की कार्बन सोखने की क्षमता

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की मदद से किए एक नए अध्ययन से पता चलता है कि साल 2023 की भयंकर लू या हीटवेव की वजह से बड़े पैमाने पर जंगलों में आग लगने की घटनाएं हुई और भयंकर सूखा पड़ा, जिसने जमीन की वायुमंडलीय कार्बन को सोखने की क्षमता को कम कर दिया।

बढ़ रहे तापमान के कारण घट रही है जमीन की कार्बन सोखने की क्षमता

3 mins

कृषि आपूर्ति श्रृंखला में ब्लॉकचेन का महत्व

ब्लॉकचेन, किसानों को खेत से उपभोक्ता तक माल की आवाजाही को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है। ब्लॉकचेन तकनीक, कृषि व्यवसाय के भीतर यातायात और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन को अनुकूलित करने, कृषि उत्पादों के परिवहन, भंडारण और वितरण के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

कृषि आपूर्ति श्रृंखला में ब्लॉकचेन का महत्व

4 mins

एप्पल बेर की हाई डेंसिटी फार्मिंग से सफलता प्राप्त करने वाले प्रगतिशील किसान - अकबर अली अहमद

असम के प्रगतिशील किसान अकबर अली अहमद ने एप्पल बेर की हाई डेंसिटी फार्मिंग से नई ऊंचाईयों को छुआ है।

एप्पल बेर की हाई डेंसिटी फार्मिंग से सफलता प्राप्त करने वाले प्रगतिशील किसान - अकबर अली अहमद

2 mins

अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धी प्राप्त विज्ञानी डॉ. महिन्द्र सिंह रंधावा

डॉ. महिन्द्र सिंह रंधावा एक बहुआयामी शकसीयत के मालिक थे। डॉ. महिन्द्र सिंह रंधावा का जन्म एक जाट किसान परिवार के घर 2 फरवरी 1909 को जीरे में हुआ। उनमें बचपन से ही पढ़ने-लिखने व खेलने की दिलचस्पी थी।

अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धी प्राप्त विज्ञानी डॉ. महिन्द्र सिंह रंधावा

2 mins

मसाला तथा औषधीय फसल मेथी

मसाले हमारे खाद्य पदार्थों को स्वादिष्टता तो प्रदान करते ही हैं, साथ ही हम इससे विदेषी मुद्रा भी अर्जित करते हैं। मेथी मसाले की एक प्रमुख फसल है। इसकी हरी पत्तियों में प्रोटीन विटामिन सी तथा खनिज तत्व पाये जाते हैं। बीज मसाले तथा दवाई के रुप में उपयोगी है। भारत में इसकी खेती व्यवसायिक स्तर पर राजस्थान, मध्यप्रदेष, गुजरात, उत्तरप्रदेष तथा पंजाब राज्यों में की जाती है।

मसाला तथा औषधीय फसल मेथी

5 mins

फसल चक्र अपनायें भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ायें

बैंड प्लाटिंग तकनीक से गन्ने की बिजाई के साथ गेहूं, धनिया, चना, मसर, सरसों, मूंग, प्याज व लहसुन जैसी फसलें लगाने से खेत को बार-बार तैयार करने की जरुरत नहीं पड़ती व निराई-गुड़ाई होते रहने से फसल में खरपतवार से होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकता है।

फसल चक्र अपनायें भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ायें

4 mins

सब्जियों की स्वस्थ पौध तैयार करने की तकनीकी

नर्सरी एक जगह है, जहां अंकुर, पौधे, पेड़, झाड़ियां और अन्य पौधों की सामग्री को तब तक उगाया और बनाए रखा जाता है जब तक वे स्थायी स्थान पर रोपण के लिए तैयार नहीं हो जाते हैं।

सब्जियों की स्वस्थ पौध तैयार करने की तकनीकी

7 mins

पौधों की मृदा जनित बीमारियों को इन प्राकृतिक उपायों से करें प्रबंधित!

दमनकारी मिट्टी कई तंत्रों के माध्यम से काम करती है, जिसमें अक्सर मिट्टी के सूक्ष्म जीवों, कार्बनिक पदार्थों और मिट्टी के गुणों का जटिल परस्पर क्रिया शामिल होती है। सूक्ष्म जीवों की प्रतिस्पर्धा और विरोध लाभकारी सूक्ष्म जीव, जैसे कि कुछ बैक्टीरिया और कवक, पोषक तत्वों और स्थान के लिए रोगजनकों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

पौधों की मृदा जनित बीमारियों को इन प्राकृतिक उपायों से करें प्रबंधित!

4 mins

क्या है मनरेगा की कृषि में भागेदारी?

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट (मनरेगा) 7 सितंबर 2005 को लागू हुआ था, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को वित्तीय वर्ष में बिना कुशलता हस्त कार्य होने वाले कार्यों के लिए कम से कम 100 दिनों का निश्चित रोजगार उपलब्ध करवाना है ताकि कमजोर श्रेणियों के विकास के साथ-साथ गांवों का भी विकास किया जा सके।

क्या है मनरेगा की कृषि में भागेदारी?

4 mins

हल्दी में पाई जा रही सीसे की मात्रा-चिंताजनक

भारत में कई सदियों से हल्दी का उपयोग होता आया है। यह एक ऐसा मसाला है जो करीब-करीब सभी के घरों में उपयोग किया जाता है। इतना ही नहीं अपने अनोखे गुणों के चलते यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद समझी जाती है। लेकिन एक नए अध्ययन में भारत में हल्दी को लेकर जो खुलासे किए गए हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं। भारत और अमेरिका के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक भारत के कुछ हिस्सों से लिए गए हल्दी के नमूनों में सीसे (लेड) की मात्रा तय मानकों से 200 गुणा अधिक थी।

हल्दी में पाई जा रही सीसे की मात्रा-चिंताजनक

3 mins

पादप प्रजनन महत्व, तरीके और उद्देश्य

भारत जनसंख्या के हिसाब से विश्वभर में प्रथम स्थान पर है। हमारे देश की जनसंख्या खतरनाक दर से बढ़ रही है।

पादप प्रजनन महत्व, तरीके और उद्देश्य

6 mins

किसान की आय कैसे बढ़े?

राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं हरियाणा में यह क्रमशः 41.6%, 27.7% एवं 12.3% रहा। चना फसल की बात की जाए तो मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में एक भी दिन बाजार भाव एमएसपी से ऊपर नहीं गया। खाद्य सब्सिडी 2013-14 2019-20 में रु. 92000 करोड़ से रु. 184220 करोड़ रुपये हो गयी लगभग दोगुनी हो चुकी है लेकिन इस दौरान गेहूं का एमएसपी रु. 1350 से रु. 1840 ही हुआ। अगर लागत दोगुनी नहीं हुई तो सब्सिडी दोगुनी कैसे हो गई?

किसान की आय कैसे बढ़े?

4 mins

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Modern Kheti - Hindi Magazine Description:

الناشرMehram Publications

فئةBusiness

لغةHindi

تكرارFortnightly

Modern Kheti, as the name indicates, relates to the modern agricultural techniques; conservative and cash crops, allied professions and farm machinery through training programs or upcoming events on a national and international level. Introduced in 1987, it is the leading and most widely read agriculture based magazine throughout Northern India. Punjab and Haryana, extensively known as the food grain basket of India, has in almost every household Modern Kheti, as it caters to every aspect of farming like growing of seasonal crops, their problems & solutions, conservative and cash crop farming. It also covers – fishery, poultry dairy, bee keeping, floriculture, horticulture etc. The main aim of Modern Kheti is to keep up the spirit of farming, bond different regions and help agriculture grow. It inspires the youth to take up agriculture as farming with a lot of emphasis on organic and profitable farming. It keeps in mind the health and prosperity of all i.e. taking mankind and nature together. It is published Fortnightly in Punjabi and Hindi and covers the whole of Punjab, Haryana, Rajasthan, Himachal Pradesh, Uttaranchal etc. It is undoubtedly one of the best mediums trying to provide healthy information.

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