एक दिन बोबो बाणी के लिए एक प्यारी सी बोट सजाने के लिए लाए. बाणी उस में अपने जमा किए पत्थर सजा कर रखने लगी. वह थोड़ेथोड़े दिन बाद अलगअलग रंग के पत्थर आकार बदलबदल कर सजाती थी.
बाणी का जन्मदिन आने वाला था. बोबो ने इस अवसर पर घर में पार्टी रखी थी और उस में जंगल के सभी बड़ेबड़े जानवरों को बुलाया था.
पार्टी वाले दिन बाणी ने बोट को लाल रंग के पत्थरों से दिल के आकार का डिजाइन बना कर सजाया था. वह खुद भी लाल व सुनहरी ड्रैस में बहुत प्यारी लग रही थी.
बेला ने पार्टी के लिए नया हीरे का हार पहना, लेकिन उस का हुक ढीला था.
"इस का हुक ठीक कराना पड़ेगा," बेला ने बोबो से कहा.
"आज तो समय नहीं है, किसी तरह पहन लो, बाद में ठीक कर दूंगा," बोबो ने जवाब दिया.
समय पर सभी मेहमान आए. सभी बाणी के लिए गिफ्ट लाए. संगीत बज रहा था. फोटोग्राफी भी हो रही थी, सभी ने बेला के हार की तारीफ की.
अंत में जब सब गेम्स हो रहे थे तो बाणी मां का खाली गला देख कर चिल्लाई, "मां, आप का हार कहां है?"
हार गायब देख कर बेला भी परेशान हो गई. हर जगह खोजा गया पर हार नहीं मिला.
जंगल के इंस्पैक्टर वैली भेड़िया भी पार्टी में आए हुए थे. उन्होंने सभी मेहमानों से कहा, "क्षमा करें, हार कीमती है, मुझे आप सब की तलाशी लेनी पड़ेगी, कोई भी यहां से नहीं जा सकता."
बोबो ने विरोध जताते हुए कहा, "नहीं इंस्पैक्टर साहब, इस तरह मेरे मेहमानों का अपमान होगा."
"आप मुझे बीच में मत रोकिए, मुझे अपनी ड्यूटी पूरी करने दें," वैली ने बोबो को चुप करा दिया.
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