Open Eye News - September 2024
Open Eye News - September 2024
Keine Grenzen mehr mit Magzter GOLD
Lesen Sie Open Eye News zusammen mit 9,000+ anderen Zeitschriften und Zeitungen mit nur einem Abonnement Katalog ansehen
1 Monat $9.99
1 Jahr$99.99 $49.99
$4/monat
Nur abonnieren Open Eye News
1 Jahr $1.99
Diese Ausgabe kaufen $0.99
In dieser Angelegenheit
September 2024
बढ़ती जनसंख्या और सीमित संसाधनों का जोखिम
बेतहाशा बढ़ती हुई जनसंख्या आज दुनिया की सबसे बड़ी परेशानियों में से एक बन चुकी है। जनसंख्या वृद्धि के कारण दुनिया के कई देशों में संसाधनों का बंटवारा ठीक तरह से नहीं हो पाता है। वहीं, कई देशों में वहां की बढ़ती जनसंख्या के अनुपात में उपलब्ध संसाधन अब कम पड़ने लगे हैं। जाहिर है कि यदि किसी भी देश की जनसंख्या लगातार तीव्र गति से बढ़ेगी तो उसी अनुपात में वहां उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव भी बढ़ेगा। इसे भारत के संदर्भ में देखा जाए तो 13 सितंबर 2024 को भारत की जनसंख्या लगभग 1,453,567,738 थी, जो विश्व की कुल जनसंख्या (लगभग 8,176,283,486) का करीब 18 प्रतिशत है। गौरतलब है कि विश्व के महज ढाई प्रतिशत भू-भाग पर दुनिया की कुल जनसंख्या का लगभग 18 प्रतिशत हिस्सा जीवन यापन करने के लिए विवश जरा सोचिए कि ऐसे में क्या देश में मौजूद प्राकृतिक संसाधनों पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ेगा।
4 mins
प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत मिशन हो रहा पूरा
इन दिनों समूचे भारत में स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत विशेष रूप से केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों, कार्यालयों, सार्वजनिक व पर्यटक स्थलों, रेलवे स्टेशनों तथा आसपास के परिसरों आदि की साफ-सफाई के लिये विशेष सफाई अभियान चलाकर आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है ताकि स्वच्छता अभियान सतत चलता रहे।
4 mins
हैरिस या ट्रम्प कौन बनेगा अमेरिकी राष्ट्रपति
अमेरिका में बसे लाखों भारतीय डोनाल्ड ट्रम्प के साथ हैं या कमला हैरिस के पक्ष में अगर मीडिया पर आ रही खबरों पर यकीन करें तो कमला हैरिस को तो आज के दिन अधिक लोकप्रिय बताया जा रहा है और प्रतिदिन कमला की लोकप्रियता बढ़ती ही चली जा रही बताते हैं। भारत सरकार किसे विजयी देखना चाहती है? यह तय है कि भारत सरकार जो भी जीतेगा उसके साथ तो ताल-मेल बैठकर काम तो करेगी ही ! यह बात भारत-अमेरिका के गहरे द्विपक्षीय संबंधों की रोशनी में कही जा सकती है, जो लगातार मजबूत होते ही चले जा रहे हैं।
3 mins
जम्मू-कश्मीर में मोदी दांव के निहितार्थ
श्रीनगर में आज वह शांति व्याप्त है, जो पिछले कई सालों में देखने को नहीं मिली थी। पार्क फुटबॉल खेलते बच्चों से भरे हुए हैं और अभिभावक आसपास बैठकर गपशप कर रहे हैं।
4 mins
संगठन पर्व से राष्ट्र निर्माण ... विकसित भारत की संकल्प सिद्धि का अभियान
लोकतंत्र की भावना भारतीय जनता पार्टी संगठन की पंच निष्ठाओं में से एक है। यह भावना सिर्फ वैचारिक स्तर पर ही नहीं, अपितु पार्टी के आचरण और उसकी कार्यपद्धति में भी स्पष्ट दिखाई देती है।
4 mins
छत्तीसगढ़ की 78 शालाएं पीएम श्री योजना में हुई शामिल : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के 78 और स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए पीएम श्री योजना में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
2 mins
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का राष्ट्रनिर्माण में अहम योगदान : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। स्वयं सेवको ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी सेवा की अलख जगाई है। स्वच्छता अभियान, साक्षरता अभियान सहित शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में रचनात्मक योगदान देकर एक मिसाल प्रस्तुत की है।
3 mins
पर्यावरण संरक्षण कागजों पर
प्रदूषण पर नियंत्रण, नियंत्रण से बाहर और एनजीटी के आदेशों पर अमल संतोषजनक नहीं
4 mins
सिर्फ कानून बनाने से नहीं रुकेंगे महिला अपराध
अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून एवं संशोधन) विधेयक 2024 शीर्षक वाले इस प्रस्तावित कानून का उद्देश्य बलात्कार और यौन अपराधों से संबंधित नये प्रावधानों के जरिये महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा मजबूत करना है।
4 mins
खत्म होती जा रही नदियों की अविरलता
दरअसल में नेपाल में होने वाली बारिश से बिहार में होने वाली तबाही को रोकने के लिए बिहार सरकार ने चार बराज बनाने का निर्णय लिया है। ऐसे में फरक्का बैराज के निर्माण में दिखाई गई अदूरदर्शिता को एक सीख की तरह देखा जाना चाहिए।
4 mins
त्योहारों के सीजन में बढ़ी महंगाई
वैश्विक स्तरपर भारत को सबसे बड़ा कृषक देश माना जाता है, क्योंकि यहां की अधिकतम आबादी ग्रामीण क्षेत्र से व कृषि व्यवसाय से जुड़ी है। यह दुनियां का दस्तूर है कि दुनिया का हर देश का शासन प्रशासन अपने नागरिकों के सबसे बड़े वर्ग को नाराज करना नहीं चाहेगा क्योंकि उन्हें फिर सत्ता में आना है।
4 mins
स्वभाषा का उपयोग कर ही दुनिया के कई देश बने हैं शक्तिशाली
सुरक्षा परिषद् के पांचों स्थायी सदस्य अमेरिका, रूस, चीन, फांस और ब्रिटेन अपने देश की शिक्षा, चिकित्सा, संसद, सरकार, अदालतों और अपने दैनिक व्यवहार में उच्चतम स्तर तक स्वभाषा का ही प्रयोग करते हैं। स्वभाषा में ही हर कार्य करने का अर्थ यह नहीं है कि विदेशी भाषाओं का प्रयोग और उपयोग करना सर्वथा अनुचित है।
3 mins
जनतांत्रिक व्यवस्था में जनता की सर्वोच्चता है निर्विवाद
कुछ अरसा पहले वाराणसी में एक टी.वी. इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ ऐसा कह दिया था, जिससे कोई भी चौंक सकता था। प्रधानमंत्री ने कहा था, 'पहले मैं यह माना करता था कि मेरा जन्म बायलॉजिकल था। कालांतर में मुझे विश्वास हो गया कि मुझे भगवान ने किसी विशेष काम के लिए भेजा है।
3 mins
दशलक्षण पर्वः क्षमा है युद्ध एवं शत्रुता का समाधान
दिगम्बर जैन समाज का सबसे अहम आत्म शुद्धि का महापर्व दशलक्षण पर्व इस वर्ष भादो सुदी पंचमी 8 सितम्बर से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी 17 सितम्बर तक मनाया गया। उत्तम क्षमा से प्रारम्भ होकर क्षमावाणी पर्व पर यह संपन्न होगा, दस दिनों तक क्रमशः दस धमों की आराधना की जाती है। पूरे विश्व के दिगम्बर जैन धर्म के अनुयायी इस पर्व को बड़े ही उत्साह व आत्मीयता से मनाते है।
4 mins
Open Eye News Magazine Description:
Verlag: Open Eye Media Publications
Kategorie: News
Sprache: Hindi
Häufigkeit: Monthly
Open Eye News is an informative political, social and investigative news magazine published from Bhopal, Madhya Pradesh, that believes in journalism for public interest. The articles and reporting from different levels given in it are fascinating, insightful and packed with unique content. It is a purely unbiased feature of local influence with a national perspective. Our targeted readers are the common man, influential people, intellectuals and decision-makers of important segments of the state. Open Eye News fully perceives the local issues and provides comprehensive coverage on the same. A unique publication printed in both English and Hindi keeping the suitability and comfort of both kinds of readers in mind.
- Jederzeit kündigen [ Keine Verpflichtungen ]
- Nur digital