CATEGORIES
Kategorien
मोदी बनाम राहुल ही क्यों बनाए रखना चाहते हैं शाह?
अमित शाह का सीमांचल दौरा असल में नीतीश कुमार के अब तक के हर हालिया एक्शन का रिएक्शन नजर आ रहा है. अमित शाह के हाव भाव और भाषण की स्टाइल से तो ऐसा ही लगता है - और ये भी साफ होने लगा है कि नीतीश कुमार के नये पैंतरे को बीजेपी नेतृत्व हल्के में नहीं ले रहा है, बल्कि ज्यादा ही सतर्कता बरती जा रही है.
गैर-गांधी अध्यक्ष को लेकर सोनिया का शक गहरा कर दिया होगा
राहुल गांधी के जिद पर अड़े होने की वजह से ही सोनिया गांधी ने गैर-गांधी अध्यक्ष के तौर पर अशोक गहलोत का नाम फाइनल किया - लेकिन राजस्थान की राजनीति को लेकर उनके पैंतरे को देखने के बाद मन में संदेह तो बढ़ा ही होगा.
इंद्रजाल
इन्द्रजाल जादू का खेल है. इसमें दर्शकों को मंत्रमुग्ध करके उनमें भ्रांति उत्पन्न की जाती है. फिर जो ऐंद्रजालिक चाहता है वही दर्शकों को दिखाई देता है. वह अपनी मंत्रमाया से दर्शकों के लिए दूसरा संसार ही खड़ा कर देता है. कमोवेश यही स्थिति कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दिखता है. सोनिया गांधी चुप हैं, राहुल भारत जोड़ रहे हैं, प्रियंका किनारे बैठी टोह ले रही है. एक तरह से 'आलाकमान' अब अदृश्य है लेकिन क्या वास्तव में? उत्तर भारत में सबसे ज्यादा वोट हैं. सभी राज्य के वोटरों ने प्रस्ताव पास कर राहुल गांधी को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए भेज दिया है. तो फिर तय है कि जिसे गांधी परिवार चाहेगा वही अध्यक्ष बनेगा. यानी गांधी परिवार अध्यक्ष नहीं बनना चाहे तो उनका नॉमिनी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. अब यह चुनाव छलावा नहीं तो और क्या है?
तालिबान महिलाओं को न करे परेशानः संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान में उसके लिए काम करने वाली अफगान महिलाओं के खिलाफ "उत्पीड़न प्रथाओं" की चेतावनी दी.
क्या खेल में जीतना ही सब कुछ है और सभी का अंत है ?
खेलों में बढ़ते दुर्व्यवहार और असहिष्णुता के लिए एक ही कारण को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है, सामाजिक जागरूकता की कमी और खेल भावना की समझ में कमी, बढ़ती असहिष्णुता और नफरत इसके पीछे मुख्य कारण है.
क्यों खास थी गोर्बाचेव की 1986 की भारत यात्रा
सोवियत संघ के आखिरी राष्ट्रपति रहे मिखाइल गोर्बाचेव भारत में भी हमेशा याद रखे जायेंगे कि उन्होंने शीत युद्ध को खत्म करने की ठोस कोशिशें की उनका विगत दिन निधन हो गया.
याकूब मेमन - हत्यारे को हीरो बनाने वाले कौन ?
यह सिर्फ अपने भारत में ही संभव है कि मुंबई बम धमाकों के साजिशकर्ता याकूब मेमन को नायक बनाने की चेष्टा की जाती है. उसे सुप्रीम कोर्ट से मौत की सजा होती है, तो उसे बचाने के लिए देश के बहुत सारे स्वयंभू उदारवादी-सेक्युलरवादी रातों रात सामने आ जाते हैं. उसकी शव यात्रा में हजारों लोग शामिल भी होते हैं. फिर उसे फांसी हो जाती है. तब उसकी कब्र को सजाया जाता है. उसका इस तरह से रखरखाव होता है कि मानो वह कोई महापुरुष हो.
राजस्थान में छात्रों ने दिखाया गहलोत सरकार को आईना
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार को आमजन की सरकार बताते हुए दावा करते हैं कि देश में सबसे अधिक जनहित में काम करने वाली सरकार यदि कोई है तो है राजस्थान की कांग्रेस सरकार है. उनकी सरकार द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों की बदौलत ही राजस्थान में अगली बार फिर से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी. इसे हम मुख्यमंत्री गहलोत का अति आत्मविश्वास ही कह सकते हैं क्योंकि हाल ही में राजस्थान के महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों के छात्र संघ के संपन्न हुए चुनाव तो कुछ अलग ही कहानी बयां करते हैं.
योगी सरकार के लिए उम्मीदों का शहर तो विपक्ष के लिए छलावा
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तमाम क्षेत्रों में नये-नये प्रयोग कर रही है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास के लिए लम्बा रोड मैप तैयार कर रखा है.
अपराध की प्रयोगशाला बना झारखंड
सूबे की वर्तमान परिदृश्य की पटकथाओं पर यदि दृष्टि केंद्रित की जाए, तो एक अपराधिक रेखा रेखांकित नजर आती है.
सांस्कृतिक विरासत सहेजने को कृत संकल्पित हैं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल में अगर दुर्गा पूजा की बात करें तो यह बंगालवासियों के लिए न सिर्फ सबसे बड़ा त्योहार है अपितु यह एक जुनून की तरह है, जहाँ अध्यात्म, प्रतिबद्धता और आनंद सब मिलकर एक हो जाते हैं.
आईएनएस विक्रांत - समुद्री सीमाओं का स्वदेशी रक्षा कवच
आईएनएस विक्रांत के समुद्र में जलावतरण के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी का इस विमानवाहक पोत के बारे में कहना था कि यह सशक्त भारत की शक्तिशाली तस्वीर है और यह बताता है कि मन में ठान लो तो कुछ भी असंभव नहीं है. दरअसल एक ओर जहां भारत का चीन के साथ लंबे समय से सीमा विवाद जारी है, वहीं दूसरी ओर रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से वैश्विक स्तर पर तेजी से समीकरण बदल रहे हैं.
समय की मांग है पुलिस व्यवस्था में सुधार
भारत को अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ी से आज़ाद हुए 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं, देश इस गौरवशाली अवसर को 'अमृत महोत्सव' के रूप में पूर्ण भव्यता के साथ मना रहा है. देश की आज़ादी के बाद भारत सरकार ने देशवासियों की मांग के अनुरूप समय-समय पर विभिन्न मोर्चों पर सफलता के नित-नये आयाम स्थापित करते हुए देश को विश्वगुरु बनने के मार्ग पर अग्रसित रखने का कार्य किया है.
राहुल की हुंकार करेगी कांग्रेस का बेड़ा पार?
हमारे प्यारे देश में चाहे किसी भी राजनीतिक दल की सरकार केन्द्र की सत्ता में आसीन हो, उसको निरंकुश होने से रोक कर रखने के लिए भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर हाल में विपक्षी दलों का हमेशा मजबुत रहना देश व समाज के हित के लिए बेहद आवश्यक है. क्योंकि विपक्ष के दवाब व वोटरों के बीच मजबूत होने के भय के चलते ही सरकार आम जनमानस के हितों की बात हमेशा करती रहती हैं.
कर्तव्य पथ
आपने गणतंत्र दिवस की परेड तो देखी ही होगी और उसके साथ कमेंट्री भी सुनी होगी... ‘राजपथ पर सेना के तीनों अंगों के परेड और प्रदर्शन के साथ आप देख पाएंगे भारत की आन-बान-शान और राज्यों की झांकी निकलेगी तो दर्शन होंगे देश के गौरवशाली इतिहास के..' शब्द कुछ और हो सकते हैं लेकिन ये झांकियां गुजरतीं रहीं राजपथ पर लेकिन अब और नहीं. अब ये राजपथ कहलाएगा 'कर्तव्य पथ.' मतलब अब कर्तव्य पथ पर हमारी जल, थल और वायु सेना के शौर्य की झांकी निकला करेगी. राजपथ यानी कर्तव्य के नाम बदलने की प्रक्रिया और इतिहास समेत सारी जानकारी आपको बताएं उससे पहले ये जान लीजिये कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए कर्तव्य पथ का उद्घाटन कर दिया है और अब इसके नए नजारे का आनंद देशवासी भी ले सकेंगे. पीएम मोदी ने 15 अगस्त को ही लाल किले की प्राचीर से कहा था कि आजादी के 75 साल बाद गुलामी का कोई भी प्रतीक नहीं रहना चाहिए, सबकुछ न्यू इंडिया वाले विजन को ताकतवर करने वाला साबित होना चाहिए. बस, तभी से राजपथ का नाम बदलने पर मंथन शुरू हो गया था.
जेवर से ज्यूरिख तक का सफर होगा आसान
ग्रेटर नोएडा में स्थित जेवर एयरपोर्ट के बनने के बाद ही आईजीआई में लगातार रहने वाली अव्यवस्था से कुछ हद तक राहत मिलेगी. जेवर एयरपोर्ट में लगभग 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से 5845 हेक्टेयर जमीन पर बन रहा है एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण का काम 2023-24 में ही पूरा हो जायेगा. यानी 12-15 महीनों के बाद हालात सुधरने लगेंगे. तब आईजीआई का दबाव घटेगा.
घरवापसी का इंतजार करते रोहिंग्या
रोहिंग्या मुसलमानों के सबसे बड़े और सबसे नए पलायन को पांच साल हो गए हैं.
टोमैटो फ्लू के लक्षण, कारण और उपचार
फिलहाल टोमैटो फ्लू को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय चिंतित है और कई राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है. इसे खतरनाक बनने से रोकने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. फ्लू के अन्य मामलों की तरह यह भी संक्रामक है, जो छूने से भी फैलता है, इसीलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जा रही है कि आपके आसपास यदि कोई इस बीमारी से पीड़ित है तो उससे दूरी बनाकर रखें और खासकर बच्चों को ऐसे मरीज के करीब न आने दें अन्यथा बच्चा बड़ी आसानी से इसका शिकार हो सकता है.
डोलो 650 के बहाने उजागर होता दवा कंपनियों का खेल
दुनिया के देशों की बात करें तो अमेरिका सहित अनेक देशों में दवा क्षेत्र पर भी कानूनी अंकुश लगाया हुआ है. इंग्लेण्ड, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, इटली, रुस, चीन, वेनेजुएला, अर्जेंटिना, हांगकांग, मलेशिया, ताइबान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया सहित अनेक देशों में सख्त कानून है और दवा बनाने वाली कंपनियों पर अनैतिक तरीके अपनाने पर कड़ी कार्यवाही का प्रावधान है.
मजबूत निगरानी तंत्र से ही रुकेगा फर्जी शिक्षण संस्थानों का खिलवाड़
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी हालिया सूची को देखें तो मजे की बात यह है कि इस सूची में सर्वाधिक फर्जी विश्वविद्यालय कहीं के हैं तो वे देश की राजधानी दिल्ली के हैं. जारी सूची के अनुसार दिल्ली के 8 विश्वविद्यालय इस सूची में है. उसके बाद उत्तर प्रदेश का नंबर आता है जहां चार विश्वविद्यालय तो प. बंगाल व ओडीसा के दो-दो और कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के एक-एक विश्वविद्यालय इस सूची में शामिल है.
कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार करते राहुल गांधी
कांग्रेस से देश को यह उम्मीद थी कि यूपीए सरकार के सन 2014 में सत्ता से मुक्त होने के बाद वह अब एक सशक्त विपक्ष की भूमिका को सही तरह से निभायेगी.
पेगासस जासूसी कांड राहुल गांधी मोदी सरकार को 'देशद्रोही' कह चुके, अब क्या कहेंगे?
पेगासस जासूसी कांड को लेकर बनाए गए पैनल ने सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.
पसमांदा मुसलमानों को अलग पहचान जरूरी क्यों?
उन्नीसवी शताब्दी के मध्य का काल आते आते अंग्रेज़ पूरी तरह अपनी सत्ता सुदृण कर लेते हैं. इन बदली हुई परिस्थितियों में मुस्लिम शासक वर्ग यानी अशराफ वर्ग ने अपने सत्ता और वर्चस्व को बचाने के लिए अपनी पूर्ववर्ती नीतियों को बदलते हुए मुस्लिम राष्ट्रवाद की परिकल्पना रखा जिसका प्रमुख साधन पृथक निर्वाचन, द्विराष्ट्र सिद्धांत और मुस्लिम साम्प्रदायिकता था.
आज़ादी के अमृतकाल में ऊंच-नीच का दंश
आजादी का अमृत महोत्सव और दूसरी तरफ जातिवादी उत्पीड़न की ख़बर. ऐसे में कैसा महोत्सव मना रहे हम?
जिक्र उस चिमटे का जिसने राजनीति के मायने बदल दिए!
अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर विशेष
क्या 2024 में मोदी को टक्कर दे पाएंगे नीतीश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार का साथ छूटने के बाद दोनों की राजनीतिक सेहत पर अलग अलग प्रभाव महसूस किया जा रहा है. नीतीश कुमार खुद तो मुख्यमंत्री बने हुए हैं, लेकिन ये समझना मुश्किल हो रहा है कि क्या अपने बचे हुए कार्यकाल तक कुर्सी पर वैसे ही बने रहेंगे? प्रधानमंत्री मोदी को लेकर ऐसा ही सवाल नीतीश कुमार भी पूछ चुके हैं - '14 में जो आये थे, वे 24 के बाद रह पाएंगे या नहीं?'
अमित शाह लीडर नं. 2
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद जो दूसरा नाम बीजेपी को लेकर अक्सर बाहर सुनाई देता है, वो है - योगी आदित्यनाथ का. यूपी की सत्ता में वापसी के बाद योगी आदित्यनाथ का दबदबा और भी बढ़ गया है. लेकिन इंडिया टूडे और सी वोटर के एक सर्वे के अनुसार देश दूसरी पंक्ति के सबसे बड़े नेता के तौर पर गृहमंत्री अमित शाह को देख रहा है. इसके पीछे कौन से कारक मुख्य है ?
डेट कर रहे हैं टाइगर श्रॉफ आकांक्षा शर्मा को
बॉलीवुड की फिल्मों में अपने एक्शन से सबका ध्यान खींचने वाले एक्टर टाइगर श्रॉफ का नाम इस समय आकांक्षा शर्मा से जोड़ा जा रहा है.
खेलों में भारत के बढ़ते कदम, 61 पदकों के साथ बना खेल महाशक्ति
यह कोई बहुत पुरानी बात नहीं हैं जब अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों में भारत की लगभग सांकेतिक उपस्थिति ही रहा करती थी.
इलेक्ट्रॉनिक उद्योग तक पर छाएंगे संकट के बादल
चीन-ताइवान तनाव